सनसनीखेज खुलासा : 40 दिन पहले से कटा था पुल्कित की फैक्ट्री का बिजली कनेक्शन, तो शॉर्ट सर्किट से कैसे लगी आग-अंकिता से जुड़े सबूत मिटाने की साजिश तो नहीं!

लोगों को आशंका हो रही है कि अंकिता हत्याकांड से जुड़ा कोई तथ्य ऐसा था, जो फैक्ट्री परिसर में मौजूद था और जिले की नई पुलिस कप्तान द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किए जाने के समय वह सामने आ सकता था, संभवत: उसी साक्ष्य को मिटाने के लिये पुलकित आर्य की फैक्ट्री में यह आग लगाई गई

Update: 2022-10-30 11:17 GMT

देहरादून। रविवार 30 अक्टूबर की सुबह अंकिता हत्याकांड के मुख्यारोपी पुल्कित आर्य के रिजॉर्ट से सटी उसकी फैक्ट्री में हुई आगजनी शक के दायरे में आ गई है। पहली नजर में हादसा नजर आने वाली इस आग के पीछे अब साजिश की बू आने लगी है। अंकिता की मौत के बाद इस रिजॉर्ट में हुई कई अस्वाभाविक घटनाओं के बाद लगी इस आग की ताजा घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे अहम खुलासा जो हुआ है, उससे शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी आग की थ्योरी ने दोपहर होते ही दम तोड़ दिया है। विद्युत विभाग ने साफ कर दिया है कि जिस फैक्ट्री में आग लगी है, वहां का बिजली कनेक्शन उनके द्वारा करीब 40 दिन पहले ही काटा जा चुका है।

अंकिता हत्याकांड का पूरा मामला इसी साल 2022 के सितंबर महीने के पौड़ी गढ़वाल जिले का है। ऋषिकेश के गंगा भोगपुर इलाके में स्थित पुलकित आर्य के वनंतरा रिजॉर्ट में ही अंकिता भंडारी रिशेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी, लेकिन अंकिता रिजॉर्ट से 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके लापता हो गई थी जिसके बाद में पुलकित आर्य ने ही 18 सितंबर को पुलिस में अंकिता के गायब होने की शिकायत दर्ज करवाई थी।

24 सितंबर को अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश के पास चिल्ला नहर से बरामद हुआ था, जिसके बाद अंकिता भंडारी हत्याकांड में पुलकित आर्य और उसके साथियों से संदिग्ध भूमिका के आधार पर पूछताछ की गयी थी तो पूछताछ में पता चला था पुलकित आर्य और उसके दो साथियों ने मिलकर ही अंकिता भंडारी की हत्या की है। इस खुलासे के बाद पूरे उत्तराखंड में उबाल आ गया था, लेकिन इस पूरे प्रकरण का सूत्रधार पुल्कित आर्य भाजपा के बड़े नेता का पुत्र होने के नाते पुलिस प्रशासन पर मामले में लापरवाही करने सहित कई आरोप लग रहे थे।

कई ऐसी गतिविधियां हुई जिनसे साफ लग रहा था कि अंकिता हत्याकांड से जुड़े सबूतों को नष्ट किया जा रहा है। आधी रात के अंधेरे में रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाकर की गई तोड़फोड़ और उसके बाद रिजॉर्ट से सटी इस फैक्ट्री में अज्ञात लोगों द्वारा की आगजनी को भी सबूत नष्ट करने की कार्यवाही माना गया था।

अब रविवार 30 अक्टूबर की सुबह अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुल्कित आर्य की फैक्ट्री में लगी भीषण आग पर भी सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। आग किन कारणों से लगी यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन अभी तक आग लगने की संभावित वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही थी, मगर अब बिजली विभाग द्वारा इस फैक्ट्री का बिजली कनेक्शन 40 दिन पहले ही काटे जाने की बात सामने आने के बाद यह आग रहस्यमयी होकर रह गई है।

बिजली विभाग के अवर अभियंता श्याम सुंदर का कहना है कि अंकिता हत्याकांड के बाद लगातार हो रहे बवाल के बीच ही उनके द्वारा इस फैक्ट्री के बिजली कनेक्शन को ट्रांसफार्मर से अनप्लग कर दिया गया था। श्याम सुंदर के मुताबिक वह आग की खबर मिलने पर रविवार को ही पहली बार फैक्ट्री परिसर में दाखिल हुए हैं, जहां उन्होंने फैक्ट्री के अंदर एक इनवर्टर को ऑन हालत में देखा है। इस इनवर्टर से दी जा रही सप्लाई लाइन की जांच के बाद ही इनवर्टर से हुए शॉर्ट सर्किट की बाबत कुछ बताया जा सकता है।

इधर इस मामले में लोगों को आशंका हो रही है कि अंकिता हत्याकांड से जुड़ा कोई तथ्य ऐसा था, जो फैक्ट्री परिसर में मौजूद था और जिले की नई पुलिस कप्तान द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किए जाने के समय वह सामने आ सकता था। संभवत: उसी साक्ष्य को मिटाने के लिये पुलकित आर्य की फैक्ट्री में यह आग लगाई गई है। इन आशंकाओं को इसलिए भी बल मिल रहा है कि जिस फैक्ट्री में आग लगी है उस क्षेत्र को एसआईटी ने घटना के बाद में सील कर दिया था।

फैक्ट्री के बाहर सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई थी। फैक्ट्री की सुरक्षा की अहमियत इसी बात से समझी जा सकती है कि श्रीनगर से निकली तिरंगा यात्रा तक को रिजॉर्ट तक नहीं पहुंचने दिया गया था। रिजॉर्ट आने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग करते हुए उस दिन तमाम आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद अंकिता हत्याकांड के मामले में तथ्यों की जांच कर रहे महिलाओं के संगठनों को भी फैक्ट्री रिजॉर्ट परिसर में नहीं घुसने दिया गया था।

ऐसे में यह भी बड़ा सवाल है कि बेहद सुरक्षा के साथ सील की गई फैक्ट्री के अंदर आखिर ऐसा क्या चल रहा था कि आग लग गई? उल्लेखनीय है कि आरोपी पुलकित आर्य की जिस फैक्ट्री में आग लगी है वह फैक्ट्री स्वदेशी आयुर्वेद के नाम से जानी जाती थी। पुलकित की यह फैक्टी उनके रिजॉर्ट के पास में ही थी। अंकिता हत्याकांड मामले में एसआईटी डीआईजी पी रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी की टीम जांच कर रही है।

पुल्कित आर्य की फैक्टरी में साजिशन आग लगाये जाने की बात को भाकपा माले नेता इंद्रेश मैखुरी भी कहते हैं। वह कहते हैं, 'अंकित भंडारी हत्याकांड वाले कुख्यात वनंतरा रिज़ॉर्ट के परिसर में कैंडी फैक्ट्री में आग लग गयी, पूछना यह है पुष्कर सिंह धामी जी कि बुलडोजर चला कर सारे सबूत नष्ट नहीं हो पाए थे क्या? अभी कुछ दिन पहले तो पुलिस विरोध करने वालों को वनंतरा

रिज़ॉर्ट जाने से रोकने के लिए जोर आजमाइश कर रही थी। विरोधियों को रिज़ॉर्ट जाने की अनुमति नहीं है, पर सबूत मिटाने वालों को क्या खुली छूट है धामी जी?कहा जा रहा है कि यह शॉर्ट सर्किट से हुआ, लेकिन विनोद आर्य का सर्किट और कनेक्शन काफी लॉन्ग हैं, इसलिए आग लगने में षड्यंत्र सर्किट से इंकार नहीं किया जा सकता।'

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