मोदी-राज में चीन ने भारत की अखंडता पर किया चोट, Arunachal Pradesh के इन जगहों के के बदल दिए नाम

India China Border Clash: चीन ने अरुणाचल प्रदेश में 15 और स्थानों के लिए चीनी अक्षरों, तिब्बती और रोमन वर्णमाला के नामों की घोषणा की है. चीन अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण तिब्बत होने का दावा करता है.

Update: 2021-12-31 07:22 GMT

India China Border Clash: मोदी जब विपक्ष में थे तो चीन को लाल ऑंखें दिखाने और 56 इंच की छाती की जुमले दुहराया करते थे, लेकिन आज जब चीन ने भारत की अखंडता पर किया चोट क्र रहा है तो मौन साधना में हैं. चीन ने अरुणाचल प्रदेश में 15 और स्थानों के लिए चीनी अक्षरों, तिब्बती और रोमन वर्णमाला के नामों की घोषणा की है. चीन अरुणाचल प्रदेश के दक्षिण तिब्बत होने का दावा करता है.

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने गुरुवार को दी गई खबर में कहा कि चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने बुधवार को घोषणा की कि उसने जांगनान, अरुणाचल प्रदेश के लिये चीनी नाम, में 15 स्थानों के नामों को चीनी अक्षरों, तिब्बती और रोमन वर्णमाला में मानकीकृत किया है. खबर में कहा गया कि यह चीनी मंत्रिमंडल 'स्टेट काउंसिल' द्वारा भौगोलिक नामों पर जारी नियमों के अनुसार है.

ग्लोबल टाइम्स में कहा गया है कि 15 स्थानों के आधिकारिक नामों, जिन्हें सटीक देशांतर और अक्षांश दिया गया है, में आठ आवासीय स्थान, चार पहाड़, दो नदियां और एक पहाड़ी दर्रा हैं. चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में स्थानों के मानकीकृत नामों का यह दूसरा समूह है.

छह स्थानों के मानकीकृत नाम इससे पहले 2017 में जारी किए गए थे. चीन अरुणाचल प्रदेश पर दक्षिण तिब्बत के रूप में दावा करता है जिसे विदेश मंत्रालय ने दृढ़ता से खारिज कर दिया है और उसका कहना है कि राज्य "भारत का अविभाज्य हिस्सा" है.

विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा 

भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है, मनगढ़ंत नामों को रख देने से तथ्य नहीं बदलने वाले हैं. मीडिया के एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्रालय प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने ऐसी रिपोर्ट देखी है. उन्होंने, "यह पहली बार नहीं है, जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश राज्य में स्थानों के नाम बदलने का प्रयास किया है. चीन ने अप्रैल 2017 में भी ऐसे नाम देने की मांग की थी." उन्होंने कहा, "अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा. नए नाम रखने से तथ्य नहीं बदलते हैं."

इससे पहले 2017 में जारी किए थे

चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश में स्थानों के मानकीकृत नामों का यह दूसरा समूह है. छह स्थानों के मानकीकृत नाम इससे पहले 2017 में जारी किए गए थे. चीन अरुणाचल प्रदेश पर दक्षिण तिब्बत के रूप में दावा करता है, जिसे विदेश मंत्रालय ने दृढ़ता से खारिज कर दिया है.

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