CM अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अभद्र टिप्पणी को लेकर BJP नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा पर दर्ज हुई FIR
बताते चलें कि यह वही भाषण था जिसमें केजरीवाल ने फिल्म The Kashmir Files को फ्री करने की बजाए यू-ट्यूब में डाल देने की बात कही थी...
Tejinder Pal Singh Bagga: दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ रविवार 27 मार्च को पंजाब के पटियाला के पुलिस स्टेशन (Patiala Police Station) में शिकायत दर्ज की गई है। बग्गा पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने का आरोप है।
FIR के बाद भी बग्गा ने सीएम केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। अपने एक उन्होंने लिखा, 'एक नहीं 100 एफआईआर करना, लेकिन केजरीवाल अगर कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार पर ठहाके लगाएगा तो मैं बोलूंगा चाहे उसके लिए मुझे जो अंजाम भुगतना पड़े मैं तैयार हूं। मैं केजरीवाल को छोड़ने नहीं वाला, नाक में नकेल डालकर रहूंगा।
इससे पहले तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के खिलाफ छत्तीसगढ़ में एफआईआर (FIR) दर्ज हो चुकी है। उनके खिलाफ प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप लगा था और कांकेर जिला के यूथ कांग्रेस अध्यक्ष पंकज वाधवानी ने बग्गा के खिलाफ केस दर्ज कराया था। पंकज वाधवानी ने ट्वीट करके कहा कि भाजपा के गैर संस्कारी नेताओं की अपमानजनक टिप्पणियां बर्दाश्त नहीं की जाएगीं।
बग्गा ने क्यों दिया केजरीवाल के खिलाफ बयान
बताया जा रहा कि, दिल्ली भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल दिल्ली विधानसभा में उनके द्वारा दिए भाषण के बाद दिया था। बताते चलें कि यह वही भाषण था जिसमें केजरीवाल ने फिल्म The Kashmir Files को फ्री करने की बजाए यू-ट्यूब में डाल देने की बात कही थी।
2020 में बग्गा हार गये थे चुनाव
तेजिंदर बग्गा, बीजेपी का जाना पहचाना चेहरा हैं। वे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और अपने विरोधियों को ट्रोल करने के लिए भी जाने जाते हैं। प्रशांत भूषण पर हमला करने के बाद सबसे पहले चर्चा में आए तजिंदर सिंह बग्गा 2020 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में हरिनगर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार थे।
इस चुनाव में बग्गा को 37672 वोट मिले थे। जबकि आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राजकुमारी ढिल्लो को 57892 वोट मिले। बग्गा सिर्फ 35 फीसदी वोट ही बटोर पाए और अपनी इस चुनावी लड़ाई में हार गए थे।