असम-मिजोरम विवाद: राहुल गांधी का केंद्र पर हमला- विवादों और दंगों को बीज की तरह बोया जा रहा, परिणाम भयानक

असम और मिजोरम के बीच चल रहे सीमा विवाद में असम के मुख्यमंत्री सहित कई पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है, वहीं एक हिंसक झड़प में असम के पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है..

Update: 2021-07-31 11:20 GMT

(असम-मिजोरम विवाद के बीच राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधा है)

जनज्वार। असम और मिजोरम के बीच चल रहे विवाद पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधा है। राहुल ने तंज करते हुए कहा है कि विवादों और दंगों को हमारे पवित्र भूमि में बीज की तरह बोया जा रहा है। बता दें कि पूर्वोत्तर राज्य असम और मिजोरम के बीच चल रहे सीमा विवाद में कल शुक्रवार को असम के मुख्यमंत्री सहित कई पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है, वहीं एक हिंसक झड़प में असम के पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है। केंद्र के दखल के बावजूद मामले का अबतक समाधान नहीं हो सका है और दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री सोशल मीडिया पर अक्सर भिड़ जा रहे हैं।

इन सबके बीच राहुल गांधी ने ट्वीट कर केंद्र के विरुद्ध तंज किया है। राहुल ने ट्वीट कर LAC  विवाद और असम-मिजोरम विवाद को लेकर केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ''ना राष्ट्रीय सीमा सुरक्षित, ना राज्य सीमा। विवादों व दंगों को हमारे देश की पवित्र भूमि में बीज की तरह बोया जा रहा है- इसका परिणाम भयानक है और होगा।''


बता दें कि मिजोरम सरकार ने असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा सहित असम के कुछ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह केस कोलासिब में दर्ज किया गया है। उधर दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद को लेकर आरोप- प्रत्यारोप का दौर भी लगातार जारी है। दोनों राज्यों ने एक- दूसरे राज्य के पुलिस अधिकारियों को समन जारी किया है।

इन लोगों के खिलाफ हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश रचने समेत अन्य कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा असम पुलिस के 200 अज्ञात कर्मियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किये गए हैं। मिजोरम के पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) जॉन एन ने न्यूज़ एजेंसी को बताया, "इन सभी के खिलाफ हत्या का प्रयास और आपराधिक साजिश समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।"

उल्लेखनीय है कि सीमांत नगर के पास मिजोरम और असम पुलिस बल के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सोमवार देर रात को राज्य पुलिस की तरफ से वैरेंगते थाने में भी एफआईआर दर्ज की गई थी। असम पुलिस के 200 अज्ञात कर्मियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं।

इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक बैठक में फैसला लिया गया कि असम-मिजोरम की अंशात सीमा पर तटस्थ केंद्रीय बलों को तैनात किया जाएगा। केंद्र दोनों राज्यों के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक भी कर चुका है लेकिन मामला अभी सुलझ नहीं सका है। केंद्र सरकार द्वारा दोनों सूबों के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशकों को दिल्ली बुलाकर एक बैठक करवाई गई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 24 जुलाई को दो दिनों के पूर्वोत्तर दौरे के लिए पहुंचे। 25 जुलाई को शिलांग में एक बैठक हुई, जिसमें गृह मंत्री के साथ पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए।

बता दें कि असम के बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी की मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। मिजोरम की सीमा असम के कछार और हाइलाकांडी जिलों से लगती है. यहां जमीन को लेकर दोनों सूबों के बीच आए दिन तनातनी होती रहती है। पहाड़ी इलाकों में कृषि के लिए जमीन बहुत कम है, इसीलिए जमीन के छोटे से टुकड़े की अहमियत बहुत बड़ी होती है।

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