यूपी, गोवा और उत्तराखंड में रोजगार के अवसरों का बुरा हाल, 5 साल में कम हो गईं नौकरियां

सीएमआईई ताजा रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच साल पहले गोवा की कामकाजी उम्र की आबादी में हर दूसरे व्यक्ति के पास नौकरी थी, लेकिन अब यह अनुपात गिरकर तीन में से एक हो गया है। यूपी में रोजगार दर दिसंबर 2016 में 38.5 प्रतिशत से गिरकर दिसंबर 2021 में 32.8 प्रतिशत हो गई है।

Update: 2022-01-11 04:24 GMT

नई दिल्ली। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बीच सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (  Center for Monitoring Indian Economy ) ने पिछले पांच सालों में रोजगार के अवसरों (  employment opportunities ) में आई कमी को लेकर नए आंकडे जारी किए हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ( CMII ) से मिले आंकड़ो के मुताबिक उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में दिसंबर 2021 के अंत तक रोजगार पाने वालों की कुल संख्या पांच साल पहले की तुलना में बहुत कम हो गई है। सीएमआईई ने इस बात की भी जानकारी दी है कि फरवरी में चुनाव का सामना करने वाले पांचवें राज्य मणिपुर को लेकर उसके पास कोई डेटा नहीं है।

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी ( CMII ) भारत की अर्थव्यवस्था पर नज़र रखने वाली संस्था है। सीएमआईई की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में पिछले पांच सालों में कुल कामकाजी उम्र की आबादी 14.95 करोड़ से 14 प्रतिशत ( 2.12 करोड़ ) बढ़कर 17.07 करोड़ हो गई है। नौकरियों वाले लोगों की कुल संख्या में 16 लाख तक की कमी आई है। इसका सीधा असर यह देखने को मिला है कि दिसंबर 2016 में 38.5 प्रतिशत से गिरकर दिसंबर 2021 में 32.8 प्रतिशत हो गई है। इस गिरावट को ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर यूपी में दिसंबर 2021 में उतनी ही रोजगार दर होती जितनी दिसंबर 2016 में थी, तो इसके अतिरिक्त 1 करोड़ निवासियों के पास आज नौकरी होती।

यही हाल पंजाब में पांच साल पहले पंजाब में 2.33 करोड़ रोजगार पाने योग्य उम्र की आबादी में से 98.37 लाख से अधिक के पास रोजगार था। वहीं यह आबादी लगभग 11 प्रतिशत बढ़कर 2.58 करोड़ होने के बाद अब कुल रोजगार युक्त लोग 95.16 लाख (3.21 लाख कम) रह गए हैं।

उत्तराखंड में कामकाजी लोगों की संख्या बढ़कर हुई 91 लाख

राखंड में पिछले पांच वर्षों में कार्यरत लोगों की संख्या लगभग 14 प्रतिशत या 4.41 लाख घटकर 27.82 लाख रह गई है। इस स्थिति में कामकाजी उम्र की आबादी लगभग 14 प्रतिशत बढ़कर 91 लाख हो गई है। दिसंबर 2021 में राज्य की रोजगार दर गिरकर 30.43 प्रतिशत पाई गई। जबकि दिसंबर 2016 में यह 40.1 प्रतिशत थी।

गोवा में रोजगार के अवसरों में सबसे ज्यादा कमी

गोवा में रोजगार दर: गोवा की बात करें तो यहां पिछले पांच सालों में रोजगार की दर में सबसे तेज गिरावट देखने को मिली है। यह दिसंबर 2016 में 50 प्रतिशत थी जो अब 32 प्रतिशत से नीचे आ गया है। यानि पिछले 5 साल पहले गोवा की कामकाजी उम्र की आबादी में हर दूसरे व्यक्ति के पास नौकरी थी, लेकिन अब यह अनुपात गिरकर तीन में से एक हो गया है।

ताजा आंकड़ों से साफ है कि जहां भारत की कुल कामकाजी उम्र की आबादी 12.5 प्रतिशत बढ़कर 96 करोड़ से 108 करोड़ हो गई है, वहीं रोजगार पाने वाले लोगों की कुल संख्या लगभग 2 प्रतिशत 41.2 करोड़ से घटकर 40.4 करोड़ हो गई है।


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