बागपत : मेडिकल के लिए जा रही रेप पीड़िता को कथित तौर पर किया अगवा, पुलिस ने किया इनकार
बागपत के एसपी ने बताया कि महिला मिल गई है। उसने पूछताछ में बताया है कि वह अपनी मर्जी से अपने अपने चचेरे देवर के साथ चली गई थी। उसके पति ने भी इसकी पुष्टि की है...
जनज्वार। पश्चिम उत्तर प्रदेश के बागपत में मंगलवार 7 सितंबर की सुबह पुलिस की सुरक्षा में मेडिकल के लिए जा रही रेप पीड़िता को कथित तौर पर अगवा कर लिया गया। महिला कांस्टेबल पीड़िता को ई-रिक्शा में बैठाकर मेडिकल कराने के लिए लेकर जा रही थी। हालांकि पुलिस ने आरोपों का खंडन करते हुए बताया कि पीड़िता को बरामद कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक वह अपनी मर्जी से अपने देवर के साथ गई थी।
जानकारी के मुताबिक बालौनी थाना अंतर्गत एक गांव की महिला के साथ एक युवक ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया था। इस मामले में पीड़िता की ओर से सोमवार 6 सितंबर को आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। मंगलवार की सुबह एक महिला कांस्टेबल पीड़िता को मेडिकल के लिए ई-रिक्शा में बैठकर जिला अस्पताल ले जा रही थी। आरोप है कि इसी दौरान कलेक्ट्रेट के पास कार सवार लोगों ने जबरन ई-रिक्शा रोका और महिला को खींचकर कार में डाल दिया। इसके बाद रोकने पर महिला कांस्टेबल को धक्का देकर गिरा दिया। महिला कांस्टेबल ने अधिकारियों को जानकारी दी।
घटना की सूचना मिलते ही एएसपी मनीष कुमार मिश्र, सीओ मनोज मिश्र, कोतवाली पुलिस व महिला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। अफसरों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर पीड़िता के परिजनों से जानकारी की। जिले में जगह-जगह बैरियर लगाकर वाहनों की चेकिंग की। दो घंटे के प्रयास के बाद पुलिस ने पीड़िता को बरामद किया।
बागपत के एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया, पीड़िता ने रेप का एक मुकदमा अपने परिवार के एक सदस्य के विरुद्ध लिखाया था। मेडिकल से पहले महिला अपनी मर्जी से अपने देवर के साथ कहीं चली गई। जैसे ही इसकी सूचना मिली तत्काल चेकिंग कराई गई। महिला मिल गई है। उसने पूछताछ में बताया है कि वह अपनी मर्जी से अपने अपने चचेरे देवर के साथ चली गई थी। उसके पति ने भी इसकी पुष्टि की है। कार्रवाई की जा रही है।
वहीं इस मामले को लेकर यूपी कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी के एक इंटरव्यू की क्लिप शेयर करते हुए लिखा- अभी कुछ देर पहले ही बागपत में दुष्कर्म पीड़िता पुलिस के साथ मेडिकल के लिए जा रही थी, कार से आए बदमाशों ने पुलिस सुरक्षा में बेटी का अपहरण कर लिया। टीवी पर बैठकर झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शर्म आनी चाहिए। वहीं भाजपा ने इसे फेक न्यूज करार दिया।