Bank Fraud: बैंकिंग धोखाधड़ी से हर दिन लग रहा 100 करोड़ का चूना, दिल्ली-महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा ठग-चालबाज

Bank Scam : भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने एक जानकारी साझा करते हुए बताया है कि बैंक धोखाधड़ी और फ्रॉड के कारण पिछले कई सालों में सरकार को लाखों करोड़ रुपए का चुनाव लगा है...

Update: 2022-03-30 10:48 GMT

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Bank Fraud : पिछले कुछ सालों में बैंकिंग फ्रॉड (Bank Fraud) के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है। सरकार के कई प्रयासों के बाद भी देश में कुछ लोग आम लोगों की गाढ़ी कमाई के पैसे हड़प रहे हैं। घोटाला करने वाले लोग बैंकों को चुना लगाकर हजारों करोड़ रुपए चाट कर जाते हैं। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने एक जानकारी साझा करते हुए बताया है कि बैंक धोखाधड़ी और फ्रॉड के कारण पिछले कई सालों में सरकार को लाखों करोड़ रुपए का चुनाव लगा है।

धोखाधड़ी में महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे आगे

केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए आकड़ों के अनुसार देश के अलग - अलग राज्य की धोखाधड़ी के मामले सामने आए है, जिसमें महाराष्ट्र (Maharashtra) बैंक घोटाले के मामले में नंबर वन पर रहा हैं। बैंकिंग फ्रॉड के मामले में देश की आर्थिक राजधानी वाला राज्य मुंबई (Mumbai) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में सबसे ज्यादा ऐसे मामले सामने आए हैं। वहीं बैंक घोटाले (Bank Scam) के मामले में दूसरे नंबर पर देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi)है।

हर दिन 100 करोड़ की धोखाधड़ी

बैंक द्वारा जारी किए गए आकड़ों के अनुसार पिछले 7 सालों में हर दिन बैंकिंग फ्रॉड से कुल 100 करोड़ रुपए का नुकसान सरकार को हुआ है। हालांकि राहत वाली बात यह रही है कि ऐसे मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है। बता दें कि महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, तेलंगाना और तमिलनाडु वह राज्य है, जिसमें देश में हुए कुल घोटालों में 83 प्रतिशत बैंक धोखाधड़ी हुई है। यह देश में हुए कुल घोटालों का करीब 83 प्रतिशत है।

2.5 लाख मामले आए सामने

केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए आकड़ों के अनुसार यह सभी धोखाधड़ी के मामले 1 अप्रैल 2015 से दिसंबर 2021 के हैं। इन आकड़ों के अनुसार अब तक देश में कुल 2.5 लाख धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। वित्त वर्ष 2015 से 2016 तक 67,760 करोड़ रुपए के घोटाले का मामले, वित्त वर्ष 2016 - 2017 में 59, 966.4 करोड़, वित्त वर्ष 2019 - 2020 में 27,695.4 करोड़ और वित्त वर्ष 2020 - 2021 में 10,699.9 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले सामने आए हैं। वहीं चालू वित्त वर्ष 2021 -2022 में 647.9 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है।

नियमों को दरकिनार कर उधारी देने से बढ़े मामले

धोखधड़ी की घटनाए ज्यादातर उधारी देने में ही होती हैं। ऐसे मामलों में या तो नियमों से ज्यादा कर्ज दिया जाता है या जमानत नहीं रखी जाती है। अमेरिका में हर दिन उधारी से जुड़े मामलों में असेसमेंट होता है, जो भारतीय बैंकों में नहीं किया जाता है। इसके लिए भारतीय बैंकों को विशेष टीम गठित करनी चाहिए।

बैंकों में धोखाधड़ी के मामलों में कमी

आल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष वाई सुदर्शन का कहना है कि हाल ही में बैंकों में धोखाधड़ी की घटनाओं में इसलिए कमी आई है क्योंकि बैंक और सरकार मिलकर कदम उठा रहे हैं। बाहरी धोखाधड़ी से बचने के लिए बैंक काफी प्रयास करते हैं लेकिन उन्हें चाहिए कि वे अपने कर्मचारियों को इसके लिए जिम्मेदार बनाए। खासकर ऐसे मामलों में, जहां ज्यादा उधारी दी जाती है।

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