Bappi Lahiri Disco Dance : बप्पी लाहिरी ने ही लोगों को 'डिस्को; पर थिरकना सिखाया, फिर एक के बाद एक कई हिट गाने दिए

Bappi Lahiri Disco Dance : बॉलीवुड में पहले ज्यादातर लोग सादगी भरे गानों पर झूमते थे। उसके बाद हिंदी सिनेमा में एक ऐसा दौर भी आया जब लोगों के पैर रॉक और डिस्को वाले गानों पर भी थिरकने लगे। वह समय लाने वाले कोई और नहीं बल्कि मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिड़ी थे।

Update: 2022-02-16 03:48 GMT

Bappi Lahiri Disco Dance : मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी (  Legendary Musician Bappi Lahiri ) दा आज भले ही हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन लोग उन्हें हमेशा याद करते रहेंगे। बप्पी लाहिरी एक ऐसे संगीतकार थे जिन्होंने लोगों को रॉक और डिस्को से परिचय कराया।बॉलीवुड में पहले ज्यादातर लोग सादगी भरे गानों पर झूमते थे। उसके बाद हिंदी सिनेमा में एक ऐसा दौर भी आया जब लोगों के पैर रॉक और डिस्को ( Disco Dance ) वाले गानों पर भी थिरकने लगे। वह समय लाने वाले कोई और नहीं बल्कि मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिरी थे।

सही मायने में बप्पी दा ऐसे गीतकार थे जिन्होंने हिंदी गानों को डिस्को म्यूजिक के राग में पिरोया है। आज भी उनकी धुन बजते ही किसी भी उम्र के लोग थिरकने लगते हैं। हमेशा गहनों और सोने से लदे रहने वाले बप्पी दा का जन्म 27 नवंबर, 1952 में कोलकाता में हुआ था। अपनी अलग स्टाइल और इमेज से बप्पी दा ने संगीत की दुनिया में एक अलग पहचान बनाई।

3 साल की उम्र में ही तबला पर चलने लगा था उनका हाथ

बप्पी लाहिरी ( Bappi Lahiri ) संगीत घराने से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता अपरेश लाहिरी भी प्रसिद्ध बंगाली गायक थे। उनकी माता बांसरी लाहिरी भी बांग्ला संगीतकार थीं। लेकिन बप्पी दा ने हिंदी गानों में महारथ हासिल की। तीन साल की उम्र में तबला सीखने के साथ-साथ उन्होंने संगीत की शिक्षा लेनी शुरू की। संगीतकार किशोर कुमार और एस मुखर्जी उनके रिश्तेदार थे। उन्होंने संगीत का मंत्र अपने माता पिता से ही लिया और 19 साल की उम्र में पहली बार बंगाली फिल्म में गाना गाया।

स्टाइल और व्यक्तित्व के मामले में सबसे अलग थे बप्पी

बप्पी लाहिरी का व्यक्तित्व और उनका स्टाइल सबसे अलग है। उनकी सोच भी सबसे जुदा है। सोने के खूब गहने पहनने वाले बप्पी लाहिड़ी हमेशा रॉकस्टार की लुक में नजर आते हैं। बातचीत के ढंग से भी वह एक ऐसा मिश्रण लगते हैं जिसमें भारतीय रंग रूप के साथ अधिक मात्रा में विदेशी फैशन दिखाई पड़ता है।

मोहम्मद रफी और किशोर कुमार के साथ की गायकी की शुरुआत

बप्पी 19 साल की उम्र में ही बॉलीवुड में नाम कमाने के लिए मुंबई चले गए। साल 1973 में उन्हें हिंदी फिल्म 'नन्हा शिकारी' में गाना गाने का मौका मिल गया। हालांकि उन्हें बॉलीवुड में असली पहचान 1975 की फिल्म 'जख्मी' से मिली। इस फिल्म में उन्होंने मोहम्मद रफी और किशोर कुमार जैसे महान गायकों के साथ गाना गाया। इसके बाद से बप्पी दा के गाने सबकी जुबान पर छाने लगे।

बप्पी का गाना नहीं होता तो मिथुन 'चक्रवर्ती' न बनते

डिस्कों डांसर' फिल्म से बेहतरीन लोकप्रियता हासिल करने में मिथुन के डांस मूव्स के साथ बप्पी दा की आवाज को भी क्रेडिट दिया गया था। दो साल पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था मिथुन चक्रवर्ती और बप्पी लहरी, दोनों एक इंस्ट्रूमेंट है। अगर बप्पी लहरी का गाना नहीं होता तो मिथुन चक्रवर्ती, 'चक्रवर्ती' नहीं बनते और मिथुन दा का परफॉरमेंस नहीं होता तो आज बप्पी लहरी का कोई वजूद नहीं होता। उन्होंने आई एम ए डिस्को डांसर से लेकर तमाम गानों पर अपनी उम्दा परफॉरमेंस से न सिर्फ गाने में चार चांद लगाए, बल्कि इन्हें इंटरनेशनल बना दिया। इसके बाद ही बॉलीवुड में बप्पी और मिथुन का दौर आया। इन दोनों की जोड़ी ने बॉलीवुड में ऐसी धूम मचाई कि सब डांस और डिस्को म्यूजिक के दीवाने हो गए। उन्होंने मिलकर डिस्को डांसर, डांस डांस, कसम पैदा करने वाले की' जैसी फिल्मों को अपने गानों से ही हिट बना दिया।

आशा, चिनॉय और उत्थुप के साथ भी दिए कई हिट गाने

सच यह भी है कि हिंदी सिनेमा में बिना हिंदी से छेड़छाड़ किए बप्पी दा ने संगीत को नई दिशा दी। उन्होंने अपने एलबमों में अशोक कुमार और आशा भोंसले की आवाज का बखूबी इस्तेमाल किया। अलिशा चिनॉय और ऊषा उत्थुप के साथ मिलकर उन्होंने कई हिट नंबर दिए। हालांकि उन पर कई बार विदेशी धुनों को भी चुराने का आरोप लगा, पर उन्होंने आगे बढ़ने में कहीं कोई कसर नहीं छोड़ी। काफी समय तक संगीत से दूर रहने के बाद फिर से उन्होंने उसी जोश और जुनून के साथ वापसी की। फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' का सुपरहिट गाना 'ऊ ला ला ऊ ला ला' गाया। उन्होंने लोगों को करारा जवाब दिया जिन्होंने कहा था कि बप्पी दा का वक्त खत्म हो गया है।


बप्पी दा के कुछ खास गाने

1. याद आ रहा है तेरा प्यार। फिल्म (डिस्को डांसर)। इस गाने ने बप्पी दा को एक नई पहचान दी थी।

2. 'बॉम्बे से आया मेरा दोस्त' फिल्म (आप की खातिर)।

3. 'ऐसे जीना भी क्या जीना है' ( कसम पैदा करने वाले की )।

4. 'यार बिना चैन कहां रे' (साहब)।

5. 'रात बाकी' (नमक हलाल)।

6. 'कभी अलविदा न कहना' ( चलते चलते ) ।

7. 'पग घुंघरु बांध मीरा नाची थी' ( नमक हलाल )।

8. 'ऊ ला ला ऊ ला ला' ( द डर्टी पिक्चर )।

9. 'प्यार चाहिए मुझे जीने के लिए' ( मनोकामना ) ।

Bappi Lahiri Death : बता दें कि बॉलीवुड के मशहूर सिंगर और संगीतकार बप्पी लहिरी (Bappi Lahiri) का आज मुंबई (Mumbai) में जुहू के क्रिटी केयर अस्पताल में निधन हो गया है। बप्पी लहरी की उम्र 69 साल थी। बप्पी लहरी का निधन रात करीब 11 बजे हुआ। बप्पी लहिरी पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। बप्पी लहिरी को सोना पहनना और हमेशा चश्मा लगाकर रखना बेहद पसंद था। ज्वेलरी उनके व्यक्तित्व का अहम हिस्सा था।

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