बेंगलुरु में सोशल मीडिया पोस्ट से हिंसा भड़कने की पूरी कहानी, कर्नाटक सरकार बोली 'एसडीपीआइ का हाथ'

कर्नाटक सरकार ने हिंसा के पीछे राजनीतिक पार्टी एसडीपीआइ का हाथ बताया है और कहा है कि यह एक संगठित हिंसा है...

Update: 2020-08-12 07:45 GMT

जनज्वार। मंगलवार की रात बेंगलुरु में कांग्रेस के एक विधायक अखंड श्रीनिवासन के भतीजे के एक सोशल मीडिया पोस्ट से हिंसा भड़क गई। इस मामले में सोशल मीडिया पोस्ट करने के मुख्य आरोपी नवीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नवीन ने सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक पर एक पोस्ट डाला था, जिसे कुछ ही देर बाद डिलीट भी कर दिया गया था, लेकिन इस पोस्ट ने लोगों को भड़का दिया।

बड़ी संख्या में लोग रात नौ बजे विधायक अखंड श्रीनिवास के घर के बाहर इकट्ठा हो गए। क्रोधित भीड़ के एक समूह ने डीजे हल्ली थाने का भी घेराव कर लिया। इस दौरान हिंसक भीड़ ने दोनों जगह हमला कर दिया। तोड़-फोड़ की गई और विधायक के घर व पुलिस थाने में आग लगायी गई। विधायक के घर के बाहर खड़े 30 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। भीड़ ने केजी हल्ली पुलिस स्टेशन के बाहर भी हंगामा किया।

घटना के बाद पूरे बेंगलुरु शहर में धारा 144 लागू कर दी गई है और हिंसा वाले इलाकों में गुरुवार सुबह तक के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।

भीड़ सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ विरोध जताने के लिए दोनों पुलिस थाने एवं विधायक के घर पर पहुंची थी। इसी दौरान वह हिंसक हो गई। भीड़ के हमले में करीब 100 पुलिस कर्मी घायल हो गए। वहीं, पुलिस द्वारा उन्हें नियंत्रित करने के लिए चलाई गई गोली में मौके पर ही दो की जान चली गई और गंभीर रूप घायल एक व्यक्ति की बुधवार को अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।


इस मामले में पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं, मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि किसी को कानून व्यवस्था खराब नहीं करने दिया जाएगा और पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी।

वहीं, कर्नाटक सरकार में मंत्री सीटी रवि ने कहा है कि यह एक योजनाबद्ध दंगा है. सोशल मीडिया पोस्ट के एक घंटे के अंदर हजारों लोग इकट्ठा हो गए और 200 से 300 गाड़ियों व विधायक के घर में आग लगा दी। उन्होंने कहा कि हम इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे। यह योजनाबद्ध हिंसा है और और इसके पीछे एसडीपीआइ का हाथ है।

क्या है एसडीपीआइ?

एसडीपीआइ का पूरा नाम सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आॅफ इंडिया है। 21 जून 2009 को स्थापित किए गए एसडीपीआइ को इस्लामिक संगठन पाॅपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया की राजनीतिक इकाई माना जाता है। एमकेे फैजी इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और पार्टी ने चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन भी पा लिया है। यह पार्टी विभिन्न मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन के लिए भी जानी जाती है। 

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