भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा विधायक का कबूलनामा, MLA रूपाराम बोले- 'जब भी मौका मिला, खूब खाया खूब पीया!'

Rajasthan News: भाजपा विधायक ने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरल शब्दों में जमीन से जुड़ी बात कह दी कि न खाऊंगा न खाने दूंगा। मगर, उसके बाद भी पार्टी के बड़े-बड़े नेता नहीं बोल रहे हैं कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। यह हमारा दुर्भाग्य है।'

Update: 2021-12-17 09:44 GMT

(भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा विधायक ने कह दी बड़ी बात)

Rajasthan News: अगर भ्रष्टाचार और राजनीति को एक ही सिक्के के दो पहलू कहें तो कुछ गलत नहीं होगा। गांव मोहल्ले से लेकर विधायक-सांसद की राजनीति तक, भ्रष्टाचार के आरोप सभी नेताओं पर लगते हैं। मगर, भ्रष्ट होने की बात कोई भी नेता सामने से कभी कबूल नहीं करता। खासकर, अगर बात भाजपा के नेताओं की करें, तो वे तुरंत कांग्रेस के शासनकाल की दुहायी देने लगते हैं। मगर, भाजपा के एक विधायक ने खुद ही अपनी और अपनी पार्टी की पोल खोल कर रखी दी है। राजस्थान नागौर जिले के मकराना से बीजेपी विधायक रूपाराम मुरावतिया ने भ्रष्टाचार को लेकर साफ साफ कहा है कि उन्हें जब जब मौका मिला है, तब तब उन्होंने निजी फायदों के लिए सरकारी संसाधनों का उपयोग किया है। 

नागौर में बीजेपी की जनआक्रोश रैली के दौरान विधायक रूपाराम मुरावतिया ने कहा कि, 'आज कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार से भरपूर है, लेकिन मैं यह खरी-खरी कह रहा हूं कि हमारी भारतीय जनता पार्टी भी लोग भ्रष्टाचार से अछूते नहीं है।' विधायक ने कहा कि, 'हम दूसरों को दोष देते रहें। मगर हमने भी वहीं किया। जब भी मौका मिला खाने का, खूब खाया खूब पीया। जब दोष देने का मौका आया तो एक दूसरे पर मढ़ दिया।'

रूपाराम ने कहा कि, 'सरकार कहती है भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस है। मैंने विधानसभा में पूछा था कि भ्रष्टाचार करने के लिए जीरो टॉलरेंस है या नहीं करने के लिए, यह आज तक मेरे समझ में नहीं आई। इस समय एक भी सरकारी विभाग, सरकारी उपक्रम, सरकारी विकास का काम या योजना एक भी बता दीजिए जिसमें भ्रष्टाचार, बेईमानी और झूठ कपट नहीं है।' भाजपा विधायक ने कहा, 'बीजेपी में कई अच्छाई हैं राष्ट्र के प्रति। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरल शब्दों में जमीन से जुड़ी बात कह दी कि न खाऊंगा न खाने दूंगा। 70 साल में पहला ऐसा प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने यह बात कही। मगर, उसके बाद भी पार्टी के बड़े-बड़े नेता नहीं बोल रहे हैं कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। यह हमारा दुर्भाग्य है। हमें प्रधानमंत्री की इस सोच को आगे बढ़ाना है, हर छोटे कार्यकर्ता तक यह बात पहुंचानी है कि हमारे प्रधानमंत्री ने न खाऊंगा न खाने दूंगा का नारा दिया है, हमें इसी पर चलना है।

हालांकि, यह कोई पहली बार नहीं है जब भाजपा विधायक ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ सवाल उठाए हो। भ्रष्टाचार को लेकर रूपाराम मुरावतिया पहले भी कई बार अपनों पर ही सवाल उठा चुके हैं। विधानसभा में इससे पहले वे कई बार मुखर होकर बोले हैं। इसी बीच, बीजेपी के नेताओं पर भ्रष्टाचार को लेकर रूपाराम के इस दावे से सियासी गलियारों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। एक तरउ आम जनता जहां यह कयास लगाने में लगी है कि रूपाराम का इशारा बीजेरी के किस नेता की तरफ है। तो दूसरी तरफ कांग्रेस को बीजेपी से मुकाबला करने का नया हथियारमिल गया है। बीजेपी के मुरावतिया के इस बयान से कांग्रेस मोदी सरकार को घेरने की तैयारी करेगी।


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