भ्रष्टाचार में डूबी मामा और मोदी की डबल इंजन सरकार, दो महीने में ही टूट गया 305 करोड़ में बना धार जिले का कारम बांध
MP News : एममी में डबल इंजन ( double engine government ) की सरकार है। मामा के राज में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अगर ये सिलसिला जारी रहा तो मामा की सरकार को इस खतरे से बाहर निकालना नामुमकिन होगा।
MP News : आये दिन सरकारी कामकाज में छोटे से बड़े स्तर पर बरती गई लापरवाही की खबरें पढ़ने को मिलती रहती हैं, लेकिन इस बार भ्रष्टाचार ( Corruption ) को अंजाम देने के लिए जिस तरह से जान बूझकर लापरवाही बरती गई वो अब डबल इंजन की सरकार ( Double engine government ) के लिए खतरा बन गया है। चारों तरफ मोदी ( Modi ) और मामा ( Shivraj singh Chauhan ) की फजीहत हो रही है। अब यही भ्रष्टाचार ( Corruption ) डबल इंजन वाली सरकार के सामने सियासी मुसीबत भी पैदा करेगी। फिलहाल, शिवराज सिंह चौहान की सरकर डैमेज कंट्रोल में जुटी है।
मामा के राज में भ्रष्टाचार से जनता सख्त नाराज
दरअसल, मध्य प्रदेश ( MP News ) के धार ( Dhar ) जिले में 305 करोड़ रुपए की लागत से एक डैम ( Karam Dam ) बनाया गया था लेकिन पहली बरसात में डैम में छेद हो गया और वो टूट गया। यहीं वजह है कि डूब में आने वाले 18 गांवों के 40 हजार से अधिक लोगों का बेघर होना पड़ा। लोगों को डबल इंजन सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से घर-बार छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। भ्रष्टाचार की वजह से लोगों को आक्रोश भी बड़े पैमाने पर है। डैम ( Karam Dam ) के टूटने की खबर सामने आते ही मामा ( Shivraj singh chauhan ) की सरकार में अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा ने डैम को लेकर एक हाईलेवल मीटिंग मंत्रालय में बुलाई, जिसमें ये फैसला लिया गया कि सेना की मदद ली जाए। धार के कारम नदी पर बन रहे डैम को फूटने से बचाने के लिए अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना की वजह से खतरा कम हो गया है, लेकिन बांध के पूरी तरह से टूटने की संभावना से 18 गांवों के लोग खौफ में हैं। इसके अलावा गुजरात की सूरत, बड़ोदरा, दिल्ली और भोपाल से एक-एक टीम भी मौके के लिए रवाना कर दी गई है। हर टीम में करीब 30 से 35 ट्रेंड जवान शामिल थे।
सेना को बुलाने की नौबत इसलिए आई कि 12 अगस्त की सुबह बांध के एक तरफ की मिट्टी बह गई। इससे डैम की वॉल का बड़ा हिस्सा ढह गया। इसके बाद खतरे के मद्देनजर प्रशासन ने डैम के आसपास के 18 गांव खाली करा लिए। इनमें धार जिले के 12 और खरगोन के 6 गांव शामिल हैं। इससे करीब 40 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। डैम से प्रभावित होने वाले गांवों में धारा 144 लगाई गई है।
4 साल से चल रहा डैम का काम
धार जिले में 304.44 करोड़ की लागत से कारम नदी पर डैम बनाया जा रहा है। कारम नदी परियोजना के लिए 4 साल से काम चल रहा है। डैम पूरी तरह बन जाने के बाद 52 गांवों की 10 हजार 500 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। डैम का जल संग्रहण क्षेत्र 183.83 वर्ग किलोमीटर है। बांध की लंबाई 564 मीटर और चौड़ाई 6 मीटर है। जल भरण क्षमता करीब 43.98 मीट्रिक घन मीटर है।
भ्रष्टाचार में डूबी है डबल इंजन सरकार
कांग्रेस के नेता और एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा डबल इंजन की सरकार पर हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा है कि 304 करोड़ की इस योजना में शुरू से ही स्थानीय ग्रामीण और जनप्रतिनिधि घटिया निर्माण की शिकायत कर रहे थे। शिकायतों की अनदेखी की गई। सरकार से मांग है कि जांच दल गठित कर इसकी जांच कराई जाए।
इसी तरह बीना नदी पर बना पुल भी पहली बारिश में ही 3 फीट धंस गया। ये पुल रायसेन जिले के बेगमगंज में बीना नदी पर बना था। बारिश के बाद करोड़ों की लागत से बना यह पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुल में जगह.जगह दरारें आ गई हैं। हैदरगढ़ मार्ग का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया और दो दर्जन गांवों का संपर्क टूट गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल के निर्माण के समय गुणवत्ता के साथ समझौता की गई। यही वजह है कि पहली बारिश में ही यह फूल तीन फीट धंस गया।
559 करोड़ की लागत से बना हाइवे भी धंसा
इसी तरह पिछले महीने ही बारिश के कारण 559 करोड़ की लागत से निर्मित भोपाल-जबलपुर नेशनल हाइवे धंस गया था। जबकि इसी साल से यह हाइवे शुरू हुआ था। गनीमत रही है कि दिन के समय हाइवे धंसी और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। कांग्रेस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि भ्रष्टाचार के सारे पुरस्कार सीएम शिवराज को जाते हैं।