बिहार: पत्रकार की नृशंस हत्या कर एक आंख भी निकाली, पिता का आरोप-सच को उजागर करने की मिली सजा
मनीष फिलहाल एक टीवी चैनल के स्थानीय रिपोर्टर थे, वहीं उनके पिता संजय कुमार सिंह अरेराज दर्शन नामक एक स्थानीय समाचार पत्र के संस्थापक संपादक हैं..
सुभाष कुमार पाण्डेय की रिपोर्ट
मोतिहारी। बिहार में यह दावा किया जाता है कि सुशासन का राज है लेकिन यहां पत्रकार भी सुरक्षित नहीं रहे। राज्य के पूर्वी चम्पारण में तीन दिनों से अपहृत युवा पत्रकार का क्षत विक्षत शव तालाब में तैरता शव बरामद किया गया है। बताया जाता है कि पत्रकार मनीष कुमार सिंह अपने घर से दावत खाने के लिये निकले थे, जिसके बाद से वे गायब थे। मनीष फिलहाल एक टीवी चैनल के स्थानीय रिपोर्टर थे। साथ ही उनके पिता संजय कुमार सिंह अरेराज दर्शन नामक एक स्थानीय समाचार पत्र के संस्थापक संपादक हैं।
मृतक पत्रकार मनीष सिंह के पिता आरटीआई कार्यकर्ता के रूप में भी काम किया करते हैं। बताया जा रहा है कि कई मामलों को उजागर करने के कारण उन्हें हमेशा धमकी मिलती रहती थी। साथ ही उनका पट्टीदारों के साथ जमीन का विवाद भी चल रहा था। परिजनों के अनुसार, पहाड़पुर थाना क्षेत्र के मनीष सिंह तीन दिन पहले हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मठ लोहियार गांव में किसी पार्टी में शामिल होने के लिये घर से निकले थे। जिसके बाद से उनका मोबाइल बंद था।
उनके गायब होने के बाद उनकी बाइक मठ लोहियार गांव से संदिग्ध स्थिति में लावारिस बरामद की गई थी। इसके बाद पिता संजय कुमार सिंह ने अनहोनी की आशंका जताते हुए हरसिद्धि थाना में प्रथमिकी दर्ज कराइ थी। उनके द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में खुद को पत्रकार बताने वाले दो लोगों सहित कुल 12 लोगों को नामजद किया गया है।
प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा जांच शुरू की गई थी। इस क्रम में मनीष के गायब होने के अगले दिन पुलिस द्वारा दोनों पत्रकारो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी।
इसी बीच आज मठ लोहियार गांव के सरेह में एक अज्ञात शव के फेंके गए होने की सूचना मिली। शव को देखने के लिये ग्रामीणों का हुजूम दौड़ पड़ा। पुलिस की सूचना पर मृतक के पिता संजय सिंह ने मौके पर पहुंच कर शव की शिनाख्त उसके जूते से किया। शव के पानी में डूबे होने के कारण फूल जाने से पहचान में परेशानी हो रही थी।
बताया जाता है कि पत्रकार मनीष की हत्या कर शव को वहां फेंक दिया गया है। परिजनों का कहना है कि मृतक के चेहरे पर काला धब्बा का निशान बन गया है और एक आंख निकाल लिया गया है। उधर इकलौते पुत्र के शव को देखकर मृतक की मां दहाड़ मारकर व छाती पीटकर रोती रहीं।
उधर पुलिस ने पत्रकार मनीष के पिता संजय सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये छापामारी शुरू कर दिया है। वहीं मृतक पत्रकार के पिता संजय सिंह ने बताया कि खबरों के माध्यम से मामलों को उजागर करने के कारण पुत्र की हत्या कर दी गयी है। साथ ही उन्होंने कहा कि जमीनी विवाद पट्टीदारों से चल रहा है,इसे लेकर भी हत्या की घटना को अंजाम दिया जा सकता है।
वहीं अरेराज के डीएसपी संतोष कुमार ने बताया कि आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल करा कर सजा दिलाई जाएगी।
उधर पत्रकार संगठन अपवा ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। अपवा के प्रदेश अध्यक्ष विनोद पाण्डेय ने कहा कि अगर पत्रकारों की यूं ही हत्या होती रही तो संगठन आंदोलन पर मजबूर होगा। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी और कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। साथ ही सरकार से पीड़ित परिजनों को मुआवजा उपलब्ध देने की मांग की है।
वहीं भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बिहार में पत्रकारों पर बढ़ते पुलिसिया, प्रशासनिक और अपराधिक हमले को लेकर पत्रकार समुदाय दहशत में है। भारतीय श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव एस एन श्याम ने पत्रकार मनीष हत्याकांड की कठोर निंदा करते हुए हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड को लेकर बिहार के राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा है।