Bihar : कांग्रेस-राजद गठबंधन टूटते ही कन्हैया हुए तेजस्वी पर हमलावर, कहा पढ़ा-लिखा इंसान बोलता है लठैत की भाषा

Bihar : जो बीजेपी से लड़ना चाहते हैं, वह कांग्रेस के साथ होंगे और जो ऐसा नहीं चाहते हैं, वह सियासी जोड़तोड़ की बात करेंगे।

Update: 2021-10-23 05:33 GMT

कन्हैया कुमार ने तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर बोला राजद पर हमला।

Bihar : हाल ही में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थामने वाले कन्हैया कुमार ( Kanhaiya Kumar ) ने अब राजद नेता तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) पर हमला बोल दिया है। तेजस्वी के साथ उनका पहले से ही छत्तीस आंकड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ( Congress ) के साथ नहीं रहने वाले लोग बताएं कि वे किसके साथ हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली बार बिहार पहुंचे कन्हैया ने सदाकत आश्रम में किसी का नाम लिए बगैर कहा कि एक पढ़े-लिखे इंसान भी लठैत की भाषा बोलने लगा है। उन्हें बताना चाहिए कि कांग्रेस छोड़कर क्या कोई ऐसा दल है, जिसने भाजपा ( BJP ) को गले नहीं लगाया हो।

30 वर्षों का मांगा हिसाब

कन्हैया कुमार ( Kanhaiya Kumar ) ने सियासी स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाने वालों को चेताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से एक सीट विपक्ष ने जीती और वह कांग्रेस की झोली में आई। जो बीजेपी से लड़ना चाहते हैं, वह कांग्रेस के साथ होंगे और जो ऐसा नहीं चाहते हैं वह केवल सियासी समीकरणों की बात करेंगे। बिहार सरकार के कामकाज पर तंज कसते हुए कहा कि पढ़ाई, रोजगार व इलाज के लिए लोग बाहर जा रहे हैं। बदले में उन्हें गाली व गोली मिल रही है। जनता जानना चाहती है कि उन 30 वर्षों में क्या हुआ जब कांग्रेस सत्ता से बाहर थी। बता दें कि इन 30 वर्षों में 15 साल राजद सत्ता में रह चुकी है। कांग्रेस जात-धर्म से ऊपर उठकर कांग्रेस सामाजिक न्याय व सामाजिक एकता कायम करेगी।

राजद पर लगा बीजेपी से नजदीकी बढ़ाने का आरोप

महागठबंधन की दो प्रमुख पार्टी कांग्रेस-राजद ( Congress-RJD )के बीच सियासी गठबंधन टूटने के पीछे अहम मुद्दा बिहार उपचुनाव में सीटों के आवंटन पर सहमति नहीं बनना और दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतरना है। बिहार में तारापुर व कुशेश्वरस्थान में चुनावी प्रक्रिया जारी है। इसी 2 सीटों पर उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और आरजेडी में टकराव की स्थिति पैदा हो गई जब दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया। इसी को लेकर बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने आरजेडी के ऊपर आरोप लगाया कि आरजेडी ने गठबंधन धर्म नहीं निभाया। भक्त चरण दास ने इस बात की भी संभावना जताई थी कि आरजेडी ने कांग्रेस को इसलिए दरकिनार किया है ताकि वो उपचुनाव के बाद बीजेपी के साथ गठबंधन कर सके। कन्हैया ने भी इस बात की संभावना जताई कि उपचुनाव के बाद आरजेडी बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है। कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि जब तक बिहार में बीजेपी को पानी नहीं पिलाया जाएगा, लड़ाई मुकम्मल नहीं होगी। राहुल गांधी इकलौते ऐसे नेता हैं जो हमारे जैसे सामान्य पृष्ठभूमि वाले नेताओं को अपनाते हैं और पार्टी में शामिल करते हैं।

भक्त चरण नासमझ नेता

वहीं भक्त चरण दास के बयान को लेकर राजद ( RJD ) के तमाम बड़े नेताओं ने उन पर हमला बोला और उन्हें एक नासमझ राजनेता बताया जिसे बिहार की राजनीति और समाज के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

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