Bihar News: इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी के अध्यक्ष बनने वाले पहले बिहारी बने डॉ विनय कुमार, राज्य का बढ़ाया मान

Bihar News: बिहार के प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ विनय कुमार को इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी का अध्यक्ष चुना गया है। इस पद पर पहंचने वाले डॉ विनय कुमार बिहार से पहले व्यक्ति हैं...

Update: 2022-01-24 13:52 GMT

डॉ विनय कुमार की फाइल फोटो

Bihar News: बिहार के जाने माने मनोचिकित्सक डॉ विनय कुमार को इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी का अध्यक्ष चुना गया है। इस पद पर पहंचने वाले डॉ विनय कुमार बिहार से पहले व्यक्ति हैं। अभी अभी संपन्न हुए इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी के चुनाव में डॉ विनय को प्रसिडेंट चुना गया। अगले वर्ष लगभग इस समय में वे इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।

बता दें कि इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी भारतीय मनोचिकित्सकों का पहला और सबसे बड़ा संगठन है। इसकी स्थापना सात जनवरी 1947 को इंडियन साइंस कांग्रेस, दिल्ली के दौरान हुई थी। सिर्फ सात सदस्यों के साथ शुरू हुई यह संस्था आज 7 हज़ार से भी अधिक सदस्यों के साथ मनोचिकित्सकों शोध, शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में सक्रिय है। यह बिहार के लिए गौरव की बात है कि इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी का पहला कॉन्फ्रेंस 1948 में पटना में हुआ था और उसी वर्ष इस संगठन का निबंधन भी हुआ था। आज यह संगठन पूरे देश में अपनी 33 क्षेत्रीय, राज्य और स्थानीय शाखाओं के साथ मनोचिकित्सा के क्षेत्र में सक्रिय है।

इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी के बिहार ब्रांच के चिकित्सकों ने बताया कि यह बिहार के लिए गौरव की बात है कि इस संगठन ने यहां से अपनी यात्रा शुरू की मगर संयोग कि किसी भी बिहारवासी  मनोचिकित्सक को संस्था का अध्यक्ष बनने का अवसर नहीं मिला। मगर इस बार बिहार के प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ विनय कुमार ने इस जड़ता को तोड़ दिया। इस पद तक पहुंचने वाले पहले बिहारी डॉ विनय कुमार इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी के राष्ट्रीय महासचिव समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। वे बिहार और पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष भी रहे हैं। अपनी हर भूमिका को उन्होंने पूरी निष्ठा के साथ निभायी है।

डॉ विनय कुमार ने इंडियन सायकिएट्रिक सोसायटी के लिए मनोचिकित्सा से संबंधित सात किताबों का संपादन भी किया है। इनकी सभी किताबें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराही गई हैं। इसके अलावा डॉ विनय हिंदी के सुपरिचित कवि लेखक हैं। हाल ही में लोकप्रिय हुई यक्षिणी सहित इनके चार कविता संग्रह हैं। इसके अलावा दो गद्द पुस्तकें 'मनोचिकित्सक के नोट्स' और 'मनोचिकित्सक संवाद' भी हैं। दोनों ही किताबें बेहद लोकप्रिय हुईं।

बता दें कि मनोचिकित्सक डॉ विनय कुमार बिहार में सफल डॉक्टर है।  स्वास्थय के क्षेत्र में जागरूकता के लिए भी डॉ विनय कुमार जाने जाते हैं। ये लगातार कई वर्षों तक विभिन्न अखबारों के लिए कॉलम लिखते रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने दूरदर्शन के सौ से भी अधिक कार्यक्रम किए हैं। मनोचिकित्सा के क्षेत्र में सामुदायिक कार्यों के लिए डॉ विनय कुमार को आप इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के 'एन रामचंद्र मूर्ति' सम्मान से सम्मानित हुए हैं।

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