Journalist Murder case: पुलिस ने केस सुलझाने का दावा कर 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार पर पुलिसिया थ्योरी पर उठ रहे सवाल
Journalist Murder case : मधुबनी के पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट बुद्धिनाथ झा हत्याकांड को पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है। हालांकि, पुलिसिया थ्योरी पर सवाल उठाए जाने लगे हैं।
Journalist Murder case : मधुबनी के पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश हत्याकांड को पुलिस ने सुलझा लेने का दावा किया है। हालांकि, पुलिसिया थ्योरी पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। इस बीच पटना एवं मधुबनी सहित कुछ अन्य जिलों में घटना को लेकर पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया है।
पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, इतने लोगों की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस हत्या की वजह साफ-साफ नहीं बता पा रही है और आगे जांच की बात कर रही है।
बताया जा रहा है कि सभी सभी पूर्व में आस्था नाम की संस्था में एकसाथ काम करते थे। आरोपियों में शामिल रौशन की बुद्धिनाथ के साथ अनबन की बात भी सामने आ रही है। हालांकि पुलिस अभी तक यह नहीं बता पाई है कि हत्या क्यों की गई।
उधर, बिहार श्रमजीवी पत्रकार संघ के महासचिव एस. एन. श्याम ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाए हैं। यह संगठन बिहार के पत्रकारों के बड़े वर्ग का प्रतिनिधित्व करता है।
एस. एन. श्याम ने 'जनज्वार' से कहा कि पत्रकार बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश हत्याकांड में मधुबनी पुलिस ने अपनी हो रही छीछालेदर से बचने के लिए आनन फानन में इस कांड की लीपापोती कर दी है।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, "एक तो हत्या के कारणों का पुलिस ने कोई खुलासा नहीं किया। न ही गिरफ्तार की गई पूर्णलता देवी से मृतक का क्या संबन्ध था, इसके बारे में पुलिस ने कोई जानकारी दी। मृत पत्रकार के भाई ने अपनी प्राथमिकी में जिस नर्सिंग होम का नाम दिया था, उसकी जांच हुई कि नहीं। अगर हुई तो क्या पाया गया, इसकी भी कोई जानकारी पुलिस नहीं दे रही है।" उन्होंने साफतौर पर कहा कि पुलिसिया थ्योरी में कई छेद हैं।
पुलिस ने इस हत्याकांड के पीछे के कारणों का कोई खुलासा नहीं किया है। न ही उन कथित नर्सिंग होम (Nursing homes) के बारे में किसी जांच की कोई जानकारी दी है, जिनके बारे में मृतक के परिजनों का आरोप है कि उनसे जुड़ी खबरों को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया गया। हालांकि, मामले में गिरफ्तार रौशन कुमार का संबंध एक निजी क्लीनिक से भी बताया जा रहा है।
बता दें कि बुद्धिनाथ झा 9 नवंबर की रात लापता हो गए थे। लापता होने के दो दिन पहले 7 नवंबर को उन्होंने अपनी फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट किया था। पोस्ट में लिखा था कि दे गेम विल रीस्टार्ट ऑन द डेट 15/11/21। इस पोस्ट से कयास लगाए जा रहे हैं कि वो 15 नवंबर यानी आज वो नर्सिंग होम, अस्पताल संचालकों के खिलाफ कोई और खुलासा करने वाले थे। लेकिन उससे पहले ही वो लापता हो गए और उनकी हत्या कर दी गई।
पुलिस (Bihar police) की ओर से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले के उद्भेदन की जानकारी दी गई है। नीचे पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति पढ़ सकते हैं।
पुलिस की ओर से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति
दिनांक 10.11.21 को बनीपट्टी निवासी चन्द्रशेखर झा पिता - दयानंद झा द्वारा थाना में रात्रि करीब 09:00 बजे आकर सूचना दी गई कि उनका भाई बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा , उम्र 23 वर्ष कल दिनांक -09.11.21 की रात्रि करीब 10:00 बजे से लापता है।
इस सूचना पर तत्काल चन्द्रशेखर झा से अपहृत बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा का मोबाइल नम्बर लेकर तकनीकी जाँच सत्यापन किया, जिससे पता चला कि बुद्धिनाथ झा को करीब 10:00 बजे रात्रि में अंतिम बातचीत पूर्णकला देवी पति - जयजय राम पासवान , सा ० - अतरौली , थाना - अरेर से हुई है।
जब पुलिस द्वारा दिनांक -11-11-21 को पूर्णकला देवी को थाना बुलाकर उससे पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि जब अविनाश से इसकी बात हो रही थी तो उस वक्त वह अपने मायके ब्रहमपुरा में थी , जो कि तकनीकी सत्यापन से झूठा पाया गया।
तकनीकी सत्यापन से यह पाया गया कि पूर्णकला देवी घटना की रात्रि पूरी रात बेनीपट्टी में ही रही है। जब उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि घटना की रात्रि अर्थात दिनांक- 09.11.21 को समय करीब 10:15 बजे बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा कटेया रोड स्थित अनुराग हेल्थकेयर में आये थे और उसी हेल्थकेयर में पूर्णकला देवी से उसकी मुलाकात हुई।
कुछ देर बाद जब पूर्णकला देवी और अविनाश झा उक्त हेल्थकेयर से बाहर निकले तो पूर्व से घात लगाकर खड़े पाँच व्यक्ति जिनमें 01 रौशन कुमार साह 02 : बिहू कुमार 03 : दीपक कुमार पंडित 04 पवन कुमार पंडित एवं 05 मनीष कुमार शामिल थे , सभी ने मिलकर बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा को पकड़कर के ० के ० चौधरी के नर्सिंग होम की तरफ ले गये पूर्णकला देवी द्वारा इस घटना की जानकारी किसी को नहीं दी गई।
यहाँ तक की जब अपहृत बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा के भाई के लोग पूर्णकला देवी से पूछताछ करने हेतु उनके मायके ब्रहमपुरा दिनांक -10.11.21 की रात्रि में गये थे तो वहाँ भी पूर्णकला देवी ने जानबुझकर घटना की सत्यता नहीं बतायी और यहाँ तक कि दिनांक 11.11.21 को पुलिस को भी सही जानकारी नहीं दी।
कांड का उद्भेदन / अभियुक्त गिरफ्तारी हेतु गठित विशेष टीम द्वारा पूर्णकला देवी के बतायेनुसार इस काड मे पूर्णकला देवी के साथ - साथ 01 रौशन कुमार साह 02 बिहू कुमार 03 दीपक कुमार पंडित 04 पवन कुमार पंडित एवं 05 मनीष कुमार को भी गिरफ्तार किया गया।
इस घटना के संदर्भ में बेनीपट्टी थाना कांड स०-243 / 21 दिनांक 11.11.21 . धारा 363 / 365 / 120 ( बी ) भा ० द ० वि ० के अन्तर्गत दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम एवं अपराधिक इतिहास :
रौशन कुमार साह उम्र 23 वर्ष पिता- ललन साह , सा ० - बेनीपट्टी , थाना बेनीपट्टी जिला मधुबनी।
बिहू कुमार पंडित उम्र 20 वर्ष पिता - उत्तिम पंडित , सा ० - बेनीपट्टी , थाना बेनीपट्टी जिला मधुबनी
दीपक कुमार पंडित , उम्र 24 वर्ष पिता राम प्रकाश पंडित , सा ० - बेनीपट्टी , थाना बेनीपट्टी जिला मधुबनी
पवन कुमार पंडित उम्र 22 वर्ष पिता - जय प्रकाश पंडित , सा ० - बेनीपट्टी , थाना - बेनीपट्टी जिला मधुबनी
मनीष कुमार उम्र 21 वर्ष पिता अजय साह , सा ० लोहिया चौक बेनीपट्टी , सा. - बेनीपट्टी , थाना- बेनीपट्टी जिला मधुबनी
पूर्णकला देवी उम्र 24 वर्ष पति - जयजय राम पासवान , सा ० अतरौली , थाना - अरेर , जिला मधुबनी।