Bihar Politics : 'भकचोंहर' के बाद 'लबरी' शब्द की एंट्री, लालू यादव की बेटी पर मांझी की बहू का तंज, जानें क्या है इसका अर्थ
Bihar Politics : भोजपुरी बिहार की प्रमुख भाषा है। आम बोलचाल वाली इस भाषा का बिहार की राजनीति में खूब प्रयोग होता है। 'भकचोंहर' जैसा भोजपुरी का कोई-कोई शब्द तो राजनीति में हिट कर जाता है।
Bihar Politics : भोजपुरी (Bhojpuri) बिहार की प्रमुख भाषा है। वैसे तो यह राज्य के लोगों के बीच आम बोलचाल में बोली जानेवाली भाषा है लेकिन बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में भी इस भाषा का खूब प्रयोग होता है। भोजपुरी का कोई-कोई शब्द तो राजनीति में हिट कर जाता है।
ताजा उदाहरण 'भकचोंहर' (Bhakchonhar) शब्द है जो अभी बिहार की राजनीति में अभी छाया हुआ है। इस शब्द का उपयोग पिछले दिनों दिल्ली से पटना आने के समय आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) ने किया था।
उन्होंने कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्तचरण दास (Bhakt charan Das) को भकचोन्हर कह दिया था। इसके बाद खूब हंगामा मचा था। इसी बीच अब राज्य के सियासी गलियारे में 'लबरी' शब्द ने एंट्री मार दी है।
इस बार भोजपुरी शब्दों का वार दो महिलाओं के बीच शुरू हुआ है। खास बात यह ह कि दोनों महिलाएं डायरेक्टली राजनीति से जुड़ी हुई नहीं हैं लेकिन दोनों राज्य के बड़े राजनीतिक घरानों से आती हैं। दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिवार से हैं।
इनमें से एक राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी हैं तो दूसरी पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (JitanRam Manjhi) की बहू। हालांकि, दोनों के बीच वाकयुद्ध और ट्विटर वार नया नहीं है, बल्कि यह सबकुछ काफी दिनों से चल रहा है। लेकिन इस बार भोजपुरी के शब्द 'लबरी' के प्रयोग के बाद मामला काफी रोचक हो गया है।
बता दें कि भोजपुरी में 'लबरी' शब्द का उनके लिए इस्तेमाल किया जाता है जो झूठ बोलते हों, बहुत ज्यादा फेंकने वाले और ज्यादा बोलने वाले हों। बहुत ज्यादा लबर-लबर करने वाली यानी बोलने वाली महिला को 'लबरी' कहा जाता है। इसी तरह का काम लड़का या कोई पुरुष करता है तो उसे 'लबरा' कहा जाता है।
लेकिन यहां पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की बहू दीपा संतोष मांझी (Deepa Santosh Manjhi) ने लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्या को लबरी कह दिया है। चूंकि रोहिणी (Rohini Acharya) सिंगापुर में रहती हैं, इसलिए उन्हें सिंगापुरिया महारानी भी कहा है। हालांकि, अब देखने वाली बात होगी कि इस पर रोहिणी आचार्य की क्या प्रतिक्रिया आती है।
दरअसल, शुरुआत रोहिणी आचार्या के एक ट्वीट से हुई। रोहिणी ट्विटर पर काफी सक्रिय रहतीं हैं और अपने अंदाज में राज्य की नीतीश सरकार और उनके नेताओं पर तीखे हमले करतीं हैं। अपने ट्वीट के लिए वे चर्चा में रहती हैं।
इस बार उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "जन नेता लालू जी के दामन पर दाग लगाकर सत्ता की कुर्सी जिसने पाई है, सालों सत्ता में रहने के बावजूद भी दर्जनों घोटाले को अंजाम देकर बिहार को फिसड्डी राज्य बनाकर बेशर्मी की चादर ओढ़कर दलालों की फौज बनाकर खुद के गुणगान में ही बिहार के गौरवशाली इतिहास को कलंकित करने में दिन-रात जो लगा हुआ है, जनता इन सत्ता के भूखे भेड़ियों को कभी माफ नहीं करने वाली है। आज नहीं तो कल इनके पाप का घड़ा भर जाएगा।"
रोहिणी के इस ट्वीट पर किसी राजनेता की प्रतिक्रिया तो नहीं आई लेकिन जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी ने ट्विटर के माध्यम से ही हमला बोल दिया।
उन्होंने रोहिणी के ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, "अरे हम्मर सिंगापुरिया महारानी, लालू चचा के दामन पर दाग कोई नहीं लगाया है, ऊ का है ना कि गाय-गोरू के चारा चोरी में शिवानंद तिवारी चचा के कृपा से उनको कोर्ट सजा दिया है। अब सजायाफ्ता तोहरा जननेता लग रहे हैं तो एकरा से बड़ दलाली का होगा। लबरी।