BJP सांसद रूड़ी के कार्यालय में खड़ी मिलीं दर्जनों एंबुलेंस, पप्यू यादव के खुलासे के बाद गरमाया बिहार

पप्पू यादव द्वारा रूड़ी के कार्यालय में खड़ी एंबुलेंस दिखाने पर भाजपा सांसद ने कहा कोविड मरीजों की सेवा में लगी एंबुलेंस सेवा में पप्पू यादव का अपने समर्थकों के साथ रोड़े डालना और कार्यकर्ताओं से भिड़ना निंदनीय है...

Update: 2021-05-08 03:30 GMT

जनज्वार डेस्क, पटना। बिहार में कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ रहे मामलों के बीच सारण से भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी के दफ्तर में धूल फांक रहीं एंबुलेंस का मामला तुल पकड़ रहा है। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने जब इसको लेकर सवाल उठाया तो रूडी बुरी तरह बिफर गए और उन्हें ड्राइवर लाकर सारी एंबुलेंस चलवाने की चुनौती दे डाली। रूड़ी के इस बचकाने बयान को लपकते हुए पप्पू यादव ने कहा कि चुनौती कबूल है। 

पप्पू यादव ने ट्वीट कर कहा, सम्मान के साथ चुनौती स्वीकार है। आपको ड्राइवर नहीं मिल रहा है तो सारण, पटना जहां चलाना चाहते हैं, सभी एंबुलेंस उपलब्ध कराएं। मैं 70 ड्राइवर देता हूं और कोरोना मरीज को मुफ्त सेवा दी जाएगी। घटिया राजनीति नहीं करता सेवा और जिंदगी बचाने को लड़ रहा हूं। बिहार में कोरोना वायरस के रोज 13 से 15 हजार मामले मिल रहे हैं।

सांसद रुडी ने कहा कि कोरोना के कारण चालकों के चले जाने के कारण पंचायतों द्वारा लौटाई गईं सुरक्षित एंबुलेंस को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया। रूडी ने आरोप लगाया कि जबरदस्ती गैरकानूनी रूप से पप्पू यादव अपने काफिले के साथ अमनौर के सामुदायिक केंद्र परिसर में प्रवेश पहुंचे। वहां के चौकीदार और अन्य कर्मियों से भिड़ते हुए कोविड के कारण चालकों की कमी से पंचायतों द्वारा लौटाए गये एंबुलेंस की फोटो खिंचवाने लगे और वाहनों को नुकसान पहुंचाया।

भाजपा सांसद राजीव प्रताप रुडी ने बताया कि कोविड मरीजों की सेवा में लगे एंबुलेंस सेवा को पप्पू यादव का अपने समर्थकों के साथ रोड़े डालना और कार्यकर्ताओं से भिड़ना निंदनीय अपराध है। पप्पू यादव को यह पता नहीं नहीं है कि सारण जिला में कितने एंबुलेंस का कितने ग्राम पंचायतों में परिचालन हो रहा है। उनको पहले यह पता कर लेना चाहिए था कि सारण जिला में सांसद निधि के कितने एंबुलेंस चलाए जा रहे है। जिले में लगभग 80 एंबुलेंस हैं, जिसमें से वर्तमान में 50 परिचालन में हैं।

रूडी ने कहा, कई स्थानों पर पंचायतों की एंबुलेंस को कोविड के कारण चालकों ने छोड़ दिया था। इसके कारण उसका परिचालन नहीं हो पा रहा था। इसके बावजूद पर्याप्त संख्या में कंट्रोल रूम से बावजूद सारण जिला में चलवाई जा रही थीं। एम्बुलेंस परिचालन में सारण बिहार ही नहीं देश का पहला ऐसा जिला है, जहां इतनी संख्या में सांसद निधि के एम्बुलेंस पिछले पांच वर्षों में संचालित किये जा रहे हैं।

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