बिकरू कांड : डॉन की मौत के बाद पत्नी रिचा दुबे ने योगी सरकार से मांगी इच्छामृत्यु
जो लोग विकास के सामने जुबान खोलने से कांपते थे आज वह सामने आकर मुँह उठा रहे हैं। हमारी जमीनो पर भी विकास की मौत के बाद कब्जा करने-कराने की कोशिशें की जा रही हैं। उनको परेशान किया जा रहा है...
जनज्वार, कानपुर। बिकरू कांड (Bikru Case) को अंजाम देने वाले गैंग्स्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) की मौत के बाद उसका पूरा कुनबा बिखर गया है। कई लोग मार दिये गए तो तमाम जेल में हैं। डॉन की मौत के बाद उसकी पत्नी रिचा दुबे ने योगी आदित्यनाथ सरकार से खुद के लिए इच्छामृत्यु की मांग की है।
रिचा दुबे का कहना है कि नजरअंदाजी के चलते आज विकास की मौत के एक साल बाद भी डेथ सर्टिफिकेट नहीं बन सका है। उनने खूब चक्कर लगाए। नगर निगम (Nagar Nigam) से लेकर ऐसा कोई अधिकारी नहीं है जहां वह गई ना हों। रिचा ने बताया कि उनकी 90 साल की सास और लगभग 95 साल के ससुर की हालत ठीक नहीं है।
बताया जाता है कि पुलिस ने विकास के एनकाउंटर (Encounter) के बाद जो पंचायतनामा भरा था उसमें पिता का नाम गलत दर्ज कर दिया गया था। विकास दुबे के पिता का नाम रामकुमार है जबकि पुलिस ने राजकुमार लिखा था। नाम का यही पेंच ऐसा फंसा की डॉन की मौत के एक साल बाद भी उसका मृत्यु प्रमाणपत्र नहीं बन सका है।
रिचा का कहना है कि कल तक जो लोग विकास के सामने जुबान खोलने से कांपते थे आज वह सामने आकर मुँह उठा रहे हैं। हमारी जमीनो पर भी विकास की मौत के बाद कब्जा करने-कराने की कोशिशें की जा रही हैं। उनको परेशान किया जा रहा है।
डॉन की पत्नी ने कहा हम लोग बेहद बुरे हालात वाली जिंदगी जीने को मजबूर हो चुके हैं। कहीं से कोई सहारा मिलने की उम्मीद तक खतम हो चुकी है। घर गिरा दिया गया, जिसके बाद बुजुर्ग सास-ससुर शिवली (shivli) चले गये थे। लेकिन वह फिर घर आ गये हैं। ससुर बीमार रहने लगे हैं।