कौन हैं असम के रहने वाले सैयद मलिक जिनको भाजपा विधायक द्वारा 'बौद्धिक जेहादी' कहने पर हो रहा विरोध और दर्ज हुए मुकदमे
सैयद अली मलिक असम के प्रतिष्ठित विद्वान माने जाते हैं, सोनितपुर में हुई घटनाओं की प्रतिक्रिया में बीजेपी विधायक द्वारा कथित तौर पर उक्त टिप्पणी की गई थी….
जनज्वार। असम में भाजपा विधायक शिलादित्य देव (BJP MLA Shiladitya Dev) द्वारा असम के प्रतिष्ठित विद्वान सैयद अली मलिक (Very Hounarable Intellectual Sayad Ali Mallik) को लेकर की गई कथित विवादित टिप्पणी (Alleged Statement) के खिलाफ विभिन्न संगठनों ने पुलिस में शिकायतें (Police complaint) दर्ज कराई हैं।आरोप है कि उन्होंने असम के विद्वान सैयद अब्दुल मलिक को कथित तौर पर 'बुद्धिजीवी जेहादी' (Intellectual Jehadi) कहा था।
असम प्रदेश कांग्रेस कमिटी अल्पसंख्यक सेल (Asam State Congress Minority Cell) के प्रदेश अध्यक्ष सलमान खान, असम संग्रामी युवा मोर्चा के अध्यक्ष आमिर हुसैन और शिव शंकर ठकुरिया ने हटीगांव थाने में FIR दर्ज कराई है। वहीं ऑल असम युवा गोरिया छात्र परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष मकबूल हुसैन ने जालुकाबरी ओपी थाने में FIR दर्ज कराई है।
हटीगांव थाने में इसे लेकर IPC की धारा 153A/ 505 (2) के तहत प्राथमिकी संख्या 388/20 दर्ज कर ली गई है। दूसरी तरफ सदोउ-अशोम गोरिया-मोरिया देशीय जातीय परिषद ने विधायक की तत्काल गिरफ्तारी को लेकर धरना का आयोजन किया।
परिषद ने बयान जारी कर कहा 'थेलामारा की घटना की प्रतिक्रिया में विधायक द्वारा एक बेहद सम्मानित व्यक्तित्व अब्दुल मलिक का अपमान किया गया है। हम इसकी निंदा करते हैं।'
उधर भाजपा नेता एवं असम अल्पसंख्यक विकास बोर्ड के प्रमुख मुमिनुल ओवाल ने भी बयान की निंदा की और अपनी पार्टी के विधायक से माफी की मांग की है। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कवि, उपन्यासकार और लघु कथा लेखक मलिक के खिलाफ देव की आपत्तिजनक टिप्पणियों की निंदा की है।
कांग्रेस लोकसभा सदस्य अब्दुल खलीक ने बेहद कड़े शब्दों में बीजेपी विधायक के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस के एक अन्य नेता कमल कुमार मेधी ने कहा, 'शिलादित्य देव को असमिया समाज को खास तवज्जो नहीं देनी चाहिए।'
असम साहित्य सभा के अध्यक्ष कुलधर सैकिया ने मलिक के खिलाफ 'विवादित टिप्पणियों' की निंदा की। मलिक शीर्ष साहित्यिक निकाय के अध्यक्ष भी हैं।
देव ने शुक्रवार, 7 अगस्त को कहा था कि मलिक एक कवि हैं जो 'बौद्धिक जेहाद' कर रहे हैं। उन्होंने यह बयान राम मंदिर के शिलान्यास के दिन सोनितपुर जिले में हुए हालिया सांप्रदायिक संघर्ष पर टिप्पणी करते हुए दिया था।