Bokaro Breaking News: झारखंड के बोकारो स्टील प्लांट में हुआ बड़ा हादसा, पिकलिंग लाइन ध्वस्त होने से मचा हड़कंप

Bokaro News: आज झारखंड के बोकारो में अवस्थित स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड सेल की इकाई बोकारो स्टील प्लांट में एक हादसा हो गया। पिकलिंग लाइन-1 ध्वस्त हो गई है। तेज आवाज के साथ लोहे का स्ट्रक्चर गिर गया। अफरातफरी मच गई।

Update: 2022-07-12 14:04 GMT

Bokaro News: झारखंड के बोकारो स्टील प्लांट में हुआ बड़ा हादसा, पिकलिंग लाइन ध्वस्त होने से मचा हड़कंप

विशद कुमार की रिपोर्ट

Bokaro Breaking News: आज झारखंड के बोकारो में अवस्थित स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड सेल की इकाई बोकारो स्टील प्लांट में आज 12 जुलाई की शाम को एक हादसा हो गया। पिकलिंग लाइन-1 ध्वस्त हो गई है। तेज आवाज के साथ लोहे का स्ट्रक्चर गिर गया। अफरातफरी मच गई। कोल्ड रोलिंग मिल-सीआरएम के पिकलिंग लाइन में हादसे की जानकारी होते ही उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंच चुके हैं। खबर लिखे जाने तक इसमें किसी के फंसने की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। सीआईएसएफ ने पूरे एरिया को घेर लिया। मेडिकल और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौक पर पहुंच चुकी है।

बताते चलें कि पिकलिंग लाइन सीआरएम में है। एसएमएस से स्लैब बनाकर हॉट स्टिप मिल में लाते हैं। यहां इसकी रोलिंग की जाती है। यहीं क्वायल बनाते हैं। इसके बाद इंटर शॉप कन्वेयर के जरिए सीआरएम में भेजा जाता है, जहां एसिड स्टोरेज से इसे पार करते हैं। केमिकल से इसको साफ किया जाता है। इस प्रक्रिया को पिकलिंग कहते हैं। इसी का शेड गिर गया है और उत्पादन ठप हो गया है। वैसे तो बताया जा रहा है कि लाइन पर बहुत ज्यादा दिक्कत नहीं आई है। लेकिन जानकर बताते हैं कि यह हादसा काफी खतरनाक है।

एक कर्मचारी बताता है कि वह एरिया एसिड प्रभावित रहता है, वह बताता है कि हम लोग उधर से बड़ी सावधानी से गुजरते हैं, गुजरने के क्रम में आंखों में जलन होने लगती है। वहां खड़ी गाड़ियों पर धब्बा पड़ जाता है।

वहीं हादसे के बाद कर्मचारियों ने कहा कि हर साल इसके मेंटेनेंस के लिए पैसा जारी होता है। लेकिन यह कहां खर्च किया जा रहा है, इसका जवाब प्रबंधन को देना चाहिए। लापरवाही की वजह से हादसे हो रहे हैं। कर्मचारियों की जान को जोखिम में डाला जा रहा है। वहीं, पीएम मोदी के झारखंड दौर पर पहुंचने और हादसे को लेकर भी सोशल मीडिया पर बयानबाजी चल रही है। बता दें कि बीएसएल प्रबंधन और ठेकेदार की मिलीभगत से लूट मची है, कोई भी तरीके का मेंटेनेंस नहीं होता है।

बता दें कि सेल इकाइयों में लगातार हादसे हो रहे हैं। बोकारो, दुर्गापुर, भिलाई स्टील प्लांट में हादसे हो चुके हैं। पिछले माह भिलाई स्टील प्लांट में एक पखवाड़ा के भीतर चार हादसे हो चुके थे। इसके अलावा दो मजदूरों की मौत भी हो चुकी है। इसी तरह इस्को बर्नपुर स्टील प्लांट में धमाका के साथ हादसा हुआ था, जिसकी चपेट में एक नियमित कर्मचारी और एक ठेका मजदूर आ गया था।

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