Bulli Bai App Case : बुल्ली बाई एप का निकला उत्तराखण्ड कनेक्शन, मुख्य आरोपी युवती गिरफ्तार

Bulli Bai App Case : बुली बाई एप्प के जरिये महिलाओं की नीलामी के मामले में मुंबई की साइबर पुलिस ने देहरादून से मुख्य आरोपी युवती को हिरासत में लिया है....

Update: 2022-01-04 11:27 GMT

(बुल्ली बाई ऐप केस : मुख्य आरोपी युवती उधम सिंह नगर से गिरफ्तार)

Bulli Bai App Case : बुली बाई एप्प के जरिये महिलाओं की नीलामी के मामले में मुंबई की साइबर पुलिस ने देहरादून (Dehradun) से मुख्य आरोपी युवती को हिरासत में लिया है। पुलिस टीम उसे अपने साथ मुंबई ले गयी है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक युवती को लंबी पूछताछ के बाद हिरासत में लिया गया। जानकारी के मुताबिक मुख्य आरोपी युवती 'बुली बाई' एप (Bulli Bai App) से जुड़े तीन अकाउंट को हैंडल कर रही थी।

इस मामले सह आरोपी विशाल कुमार ने 'Khalsa supremacist' के नाम से खाता खोला था। 31 दिसंबर को इस खाते का नाम बदल दिया जो सिख नामों से मिलते-जुलते थे। मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने विशाल कुमार (21) को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया था।

विशाल से मिले इनपुट को आधार बनाते हुए मुम्बई पुलिस की साइबर ब्रांच ने मूल रूप से बेंगलौर की एक युवती, जो वर्तमान में उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून में इंजीनियरिंग की छात्रा बताई जा रही है, को मंगलवार की सुबह देहरादून से हिरासत में लिया। शुरुआती पूछताछ के बाद पुलिस टीम उसे अपने साथ लेकर मुम्बई वापस लौट गई है। पुलिस टीम की माने तो इस विवादित एप की मुख्य रचनाकार यही युवती है।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और मीडिया पर बुल्ली बाई ऐप की खूब चर्चा हो रही है। बुल्ली बाई ऐप गूगल प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर नहीं मिलता बल्कि यह गिटहब नाम के प्लेटफॉर्म पर मौजूद है। आसान शब्दों में कहें तो यहां मुस्लिम महिलाओं की बोली लगाई जा रही थी। जब आप इस ऐप को ओपन करते हैं तो स्क्रीन पर मुस्लिम महिलाओं का चेहरा नजर आता है, जिसे बुल्ली बाई नाम दिया गया। इसमें उन महिलाओं का नाम यूज किया जा रहा है जो सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं। इन महिलाओं की तस्वीरों को प्राइसटैग के साथ साझा किया जा रहा था। 

इसके अलावा बुल्ली बाई नाम के एक ट्विटर हैंडल से इसे प्रमोट किया जा रहा था। इस हैंडल पर मुस्लिम महिलाओं को बुक करने की भी बात लिखी गईं थीं। हालांकि भारत सरकार के दखल के बाद अब इस ऐप और इस ट्विटर हैंडल को हटा दिया गया है।

बुल्ली बाई ऐप गिट हब प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध था। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि यह गिटहब आखिर क्या है। गिटहब एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म है और यह अपने यूजर्स को कोई भी ऐप क्रिएट करने और उन्हें शेयर करने का ऑप्शन देता है। आप यहां पर्सनल या प्रोफेशनल किसी भी तरह का ऐप शेयर करने के साथ ही उसे बेच भी सकते हैं।

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