सीपीएम नेता का सौरव गांगुली पर बड़ा बयान, राजनीति में प्रवेश को लेकर दबाव में हैं 'दादा'
अशोक भट्टाचार्य ने कहा है कि उन्होंने सौरव गांगुली को राजनीति में प्रवेश करने के लिए मना किया है जिस पर उन्होंने अपनी ओर से सहमति जतायी है...
जनज्वार। पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान व बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली को दो जनवरी को हल्का दिल का दौरा पड़ने के बाद माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक नेता ने बड़ा बयान दिया है। पश्चिम बंगाल से माकपा के विधायक अशोक भट्टाचार्य ने कहा है कि जरूर सौरव गांगुली पर कोई दबाव है जिस वजह से उन्हें दिल का दौरा पड़ा है।
सिलीगुड़ी नगर निगम के प्रशासक व विधायक अशोक भट्टाचार्य ने रविवार को अस्पताल जाकर सौरव गांगुली से मुलाकात की और उसके बाद उनका बयान आया है। उन्होंने कहा कि सौरव गांगुली दूसरे जगत के व्यक्ति हैं और उन्हें उसी जगत में रहने देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें राजनीति में लाने का प्रयास नहीं किया जाना चाहिए।
अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए सौरव गांगुली को राजनीति में लाना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि सौरव गांगुली से मुलाकात के दौरान उन्होंने उन्हें राजनीति में नहीं आने की सलाह दी और इस पर पूर्व क्रिकेटर ने भी सहमति जतायी। उन्होंने कहा कि कि अगर गांगुली राजनीति में नहीं आएंगे तो वे सबके प्रिय बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि उन पर मानसिक दबाव नहीं पड़े इसका हम सबको ख्याल रखना होगा।
मालूम हो कि मीडिया में समय-समय पर यह चर्चा छिड़ती रही है कि सौरव गांगुली को भाजपा अपने खेमे में लाना चाहती है और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में फेस करना चाहती है। हालांकि इस बारे में न तो भाजपा ने और न ही सौरव गांगुली ने कभी कुछ कहा है।
सौरव गांगुली के भाजपा व अन्य दलों से भी बेहतर रिश्ते हैं। उनकी तबीयत बिगड़ने पर तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी उनका हाल जाना और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
71 वर्षीय अशोक भट्टाचार्य माकपा के पश्चिम बंगाल में बड़े नेता हैं। वे सिलीगुड़ी से विधायक हैं और ज्योति बसु सरकार में अहम मंत्रालयों की जिम्मेवारी संभालते रहे हैं। वे पश्चिम बंगाल के शहरी विकास मंत्री रहे हैं।