चक्रवाती तूफान ताउते छोड़ गया तबाही का मंजर, दर्जनों मौतों के साथ बर्बाद हुए 16 हजार से ज्यादा परिवार
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने 18 मई को बताया कि ताउते से 16500 घर क्षतिग्रस्त हुए तो 40 हजार से अधिक पेड़ टूट गए। इसके साथ ही 1081 बिजली के खंभे उखड़ने से 2473 गांवों की बिजली गुल हो गई...
जनज्वार ब्यूरो। अरब सागर से उठे चक्रवाती ताउते तूफान ने कई राज्यों में भयंकर तबाही मचाई है। इस तूफान से अब तक 16 हजार से जादा घर खंडहर में तब्दील तो दर्जनो मौते होने की बात भी सामने आ रही है। सोमवार रात दीव और उना तट पर टकराया तूफान अपने साथ भयानक तबाही का मंजर भी लाया था।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार 18 मई को बताया कि ताउते से 16500 घर छतिग्रस्त हुए तो 40 हजार से अधिक पेड़ टूट गए। इसके साथ ही 1081 बिजली के खंभे उखड़ने से 2473 गांवों की बिजली गुल हो गई। इस तूफान ने सबसे अधिक तबाही सौराष्ट्र में मचाई है।
अरब सागर से उठे ताउते तूफान मुंबई में कुछ दूरी से निकला लेकिन अपने पीछे तबाही का ना भूल पाने वाला मंजर भी छोड़ गया। मुंबई, पालघर सहित ठाणे में पिछले 24 घंटों में 8 लोगों की मौत हो गई। मुंबई में तीन मरे तो 10 लोग घायल हुए हैं। ठाणे और पालघर में अलग-अलग 5 लोगों की मौत हुई।
बताया जा रहा है कि कोरोना से जंग लड़ रहे कई राज्यों में ताउते ने मुश्किल पैदा कर दी है। गुजरात में कुछ जगहों पर टीकाकरण प्रभावित होने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा 2 लाख विस्थापितों में शोसल डिस्टेंस कायम रखने की भी चुनौती रही।
गुजरात की उर्जा सचिव सुनैना तोमर ने कहा कि कोरोना रोगियों के लिए नामित 81 अस्पतालों व 19 ऑक्सीजन रिफिलिंग संयंत्रों में बिजली आपुर्ती के व्यवधान का सामना करना पड़ा। जिनमें से 41 अस्पतालों सहित 6 ऑक्सीजन इकाइयों को बिजली आपूर्ती बहाल कर दी गई है। अन्. जगहों पर काम जारी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार 19 मई को ताउते से हुए नुकसान का जायजा लेने जा सकते हैं। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि पीएम मोदी राहत कार्यों का जायजा भी लेंगे। वह गुजरात और दीव भी जाएंगे, ऐसा बताया जा रहा है।