शराब व शोहरत की चाहत ने नपा अध्यक्ष को बना दिया सभासद का हत्यारा, साथियों सहित छह को आजीवन कारावास

पुर्वांचल के बाहुबली नेताओं में शुमार रहे पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के करीबी रिश्तेदार एडवोकेट कृष्ण तिवारी के लड़के थे, सभासद मिहिर कांत तिवारी। इनकी हत्या के बाद उत्पन्न हुए आक्रोश का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि लगातार बारह दिनों तक बरहज बाजार बंद रहा था...

Update: 2021-08-14 16:21 GMT

( अदालत ने नगरपालिका अध्यक्ष समेत छह लोगों को एक सभासद के हत्या का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास व अर्थदंड की सजा सुनाई )

जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट

जनज्वार। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के नगर पालिका बरहज के अध्यक्ष उमाशंकर सिंह उर्फ उमेश सिंह कानून की नजरों में आखिकार हत्यारा निकला। जिला जज की अदालत ने नगरपालिका अध्यक्ष समेत छह लोगों को एक सभासद के हत्या का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास व अर्थदंड की सजा सुनाई है। कहा जाता है कि अवैध शराब के धंधे के रास्ते कम समय में अधिक धन कमाने की चाहत व शोहरत पाने की भूख ने नगरपालिका अध्यक्ष को साथियों संग सभासद का कातिल बना दिया।

शुक्रवार को सुनवाई के दौरान जिला जज रवि नाथ ने नगर पालिका के वर्तमान अध्यक्ष उमाशंकर सिंह उर्फ उमेश सिंह, सत्य प्रकाश जायसवाल, गनेश सिंह, उदय प्रताप सिंह उर्फ डिम्पू, मुरारी जायसवाल और राम प्रकाश यादव उर्फ नागा को हत्या व साजिश का दोषी करार दिया। सभी दोषियों को आजीवन कारावास और अर्थदंड से दंडित किया है। जबकि साक्ष्य के अभाव में मनोज सिंह को दोषमुक्त कर दिया।

मालूम हो कि बरहज नगर पालिका के तत्कालीन सभासद मिहिरकांत तिवारी की 23 जून 2014 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मिहिरकांत के पिता कृष्णकांत तिवारी की तहरीर पर बरहज थाने में उमाशंकर सिंह उर्फ उमेश सिंह, उदय प्रताप सिंह उर्फ डिम्पू, सत्य प्रकाश जायसवाल, गनेश सिंह और मनोज सिंह समेत दो अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ पर मुकदमा दर्ज हुआ था। विवेचना के दौरान मुरारी जायसवाल और राम प्रकाश यादव उर्फ नागा का नाम भी प्रकाश में आया।जांच के बाद विवेचक ने सभी के खिलाफ धारा 120 बी और 302 में आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया।

जिला शासकीय अधिवक्ता राजेश कुमार मिश्र के अनुसार, अवैध शराब के कारोबार का विरोध करने पर 23 जून 2014 को नगरपालिका बरहज के तत्कालीन सभासद मिहिर कांत तिवारी की बरहज-कपरवार मार्ग पर गौरा के पास स्थित विद्युत उपकेंद्र के पास गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।

सभासद को जान देकर अवैध शराब के कारोबार व जुआ अड्डा के विरोध की चुकानी पड़ी कीमत

पुर्वांचल के बाहुबली नेताओं में शुमार रहे पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के करीबी रिश्तेदार एडवोकेट कृष्ण तिवारी के लड़के थे, सभासद मिहिर कांत तिवारी। इनकी हत्या के बाद उत्पन्न हुए आक्रोश का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि लगातार बारह दिनों तक बरहज बाजार बंद रहा था। विरोध में आयोजित धरना प्रदर्शन में दलीय सीमा तक टूट गई। इन दिनों सड़कों पर राजनीतिक कार्यकर्ता व पुलिस ही मात्र हर तरफ नजर आ रही थी। मिहिर कांत की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता के बीच उनका अवैध शराब के कारोबार व जुआ अड्डा का विरोध करना महंगा पड़ा।

बताया जाता है कि आखिरकार अवैध कारोबारियों ने मिहिर कांत को कांटा मानते हुए उसे रास्ते से हटाने के लिए ठान ली। तय साजिश के तहत सबों ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक नगर पालिका बरहज के अध्यक्ष उमाशंकर सिंह उर्फ उमेश सिंह ने इसमें साजिशकर्ता की भूमिका निभाई। जिसका नतीजा रहा कि नगर पालिका अध्यक्ष को जिस शहर के मतदाताओं ने यह कुर्सी दिलाई आज वे सलाखों के पीछे देख रहे हैं।

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