SNK वाले कोरोना काल में चूना लगाकर बन गये धनकुरेले, खातिरदारी और सिफारिश में कटी थाने की रात

कर चोरी में अरेस्ट एसएनके के मालिक नवीन कुरेले और निदेशक अविनाश मोदी की रात काकादेव थाने में कटी। थाने के भीतर दोनो के लिए हर एक सुविधा मुहैया करवाई गई। दोनो महिला डेस्क के पास कुर्सियों में पुलिस के सामने ही आराम फरमाते रहे...

Update: 2021-08-12 04:11 GMT

कर चोरी में गिरफ्तार अविनाश मोदी व नवीन कुरेले (लाल टीशर्ट) photo - amar ujala

जनज्वार, कानपुर। शहर के मशहूर व्यवसाई कहे जाने वाले कुरेले समूह (Kurele Group) चूने को भी चूना लगाने में माहिर हैं। कोरोना काल के लॉकडाउन में जब सैंकड़ों कंपनियों का उत्पादन ठप हो गया तब एसएनके समूह के नवीन कुरेले और प्रवीण कुरेले बंपर माल बना रहे थे। कागजों पर फैक्ट्री कम चली दिखाई गई, जबकि उत्पादन छमता बढ़ती चली गई।

डायरेक्ट्रेट जनरल आफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGSTI) की खूफिया विंग ने पुख्ता सबूत मिलने के बाद यह बड़ी कार्रवाई की है। जिसमें 154 करोड़ की कर चोरी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है की जांच टीम को कच्चे माल, उत्पादन, पैकेजिंग मैटेरियल में बड़ी मात्रा में हेरा-फेरी मिली है। इन लोगों पर बीते कई महीनो से नजर रखी जा रही थी।

एसएनके (SNK) का उत्पादन करने वाली एजे सुगंधी पिछले 8 सालों से पान मसाला का कारोबार कर रही है। एसएनके ने मार्केट में आते ही प्रसार और विज्ञापन के जरिए कभी नंबर एक पर चलने वाले केसर मसाले को भी मात दे दी थी। कानपुर सहित आस-पास के दो सौ किलोमीटर के दायरे में एसएनके की जबर्दस्त मांग रहती थी। इसके अलावा कई अन्य राज्यों में सप्लाई की जानकारी सामने आई है। 

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बीती 28 जुलाई को इनकम टैक्स विभाग ने एसएनके समूह के कानपुर, दिल्ली, उरई, नोएडा सहित 19 टिकानो पर एक साथ छापेमारी की थी। बाद की कई दिनो तक चली जांच में 400 करोड़ का अघोषित कारोबार पकड़ा गया था। महज 3 साल के भीतर 115 बोगस कंपनियों के जरिए पान मसाला के कारोबार में 110 करोड़ खपाए गये थे, जिसकी जानकारी नवीन व प्रवीण जांच टीम को नहीं दे पाए थे।   

थाने में खातिरदारी और सिफारिशों का चला दौर  

कर चोरी में अरेस्ट एसएनके के मालिक नवीन कुरेले और निदेशक अविनाश मोदी की रात काकादेव थाने में कटी। थाने के भीतर दोनो के लिए हर एक सुविधा मुहैया करवाई गई। दोनो महिला डेस्क के पास कुर्सियों में पुलिस के सामने ही आराम फरमाते रहे। रात भर शहर के तमाम नामचीन लोग दोनो को बचाने में लगे रहे, पर नाकाम रहे। कहीं से यह नहीं लग रहा था कि दोनो करोड़ों की कर चोरी के आरोपी हैं।

प्रतिस्पर्धा में छापे की चर्चा 

एसएनके समूह पर एक के बाद एक छापे की तमाम चर्चाएं हो रही हैं। दूसरी तरफ पान मसाला व किराना बाजार में गिरफ्तारी को लेकर नाराजगी देखी जा रही है। कहा जा रहा है कि समूह पर छापे की कार्रवाई दिल्ली की बड़ी फर्मों के इशारे पर किया गया है। दरअसल 90 के दशक में कानपुर में गुटखा का बड़ा कारोबार होता था। देश के जाने-माने ब्रांड यहीं से निकलते थे। बाद में सरकारों की सख्ती से यह कारोबार दिल्ली, नोएडा व मुंबई शिफ्ट हो गये थे। 

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