E-Toilet Tender Fraud : अशोक गहलोत के बेटे वैभव का नाम आने के बाद राजस्थान की राजनीति में भूचाल

E-Toilet Tender Fraud : महाराष्ट्र के गंगापुर पुलिस स्टेशन में राजस्थान ई-टॉयलेट टेंडर फर्जीवाड़े को लेकर एक केस दर्ज हुआ है। इसमें सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत सहित 15 अन्य के नाम शामिल हैं।

Update: 2022-03-20 08:45 GMT

ई-टायलेट टेंडर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद से राजस्थान में मचा सियासी भूचाल।

E-Toilet Tender Fraud : ई-टायलेट टेंडर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद से राजस्थान ( Rajasthan ) में सियासी भूचाल की स्थिति है। खास बात यह है कि महाराष्ट्र ( maharashtra ) के नासिक में दर्ज केस में सीएम अशोक गहलोत ( Ashok Gehlot ) के बेटे वैभव गहलोत ( Vaibhav Gehlot ) का भी नाम शामिल है। सीएम के बेटे का नाम होने से राजस्थान में यह मसला सियासी हो गया है। याची ने कहा है कि बिचौलिए ने वैभव के जरिए ई-टायलेट का टेंडर (  E- Toilet Tender Fraud  ) राजस्थान में दिलाने के नाम पर कई करोड़ रुपए ठग लिए हैं।

यह मामला प्रकाश में आने के बाद भाजपा ने राजस्थान सरकार पर हमला बोल दिया है। साथ ही गहलोत सरकार ( Gehlot Government ) से स्पष्टीकरण देने की मांग की है। दूसरी तरफ वैभव गहलोत ( RCA President Vaibhav Gehlot ) ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि चुनाव नजदीक आने पर इस तरह की और बातें उठेंगी।

सच बताए गहलोत सरकार

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ( Satish Poonia ) और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ( Gajendra Singh Shekhawat ) ने सीएम गहलोत ( CM Ashok Gehlot ) पर निशाना साधा है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने एक मराठी समाचार चैनल का वीडियो क्लिप शेयर करते हुए ट्विट किया है कि मुख्यमंत्री के सुपुत्र का नाम इन मराठी खबरों में सुनाई दे रहा ह़ै। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस मसले पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। राजस्थान की जनता केवल सच्चाई जानना चाहती है।

वैभव बोले - विपक्ष के सारे आरोप झूठे

वैभव गहलोत ( Vaibhav Gehlot  ) ने अपने ट्विट में लिखा है मीडिया में किसी प्रकरण को लेकर कुछ चल रहा है, जिसमें मेरा नाम भी डाला गया है। मुझे उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है और मेरा इस सबसे कोई संबंध नहीं है। हम सभी जानते हैं कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे, झूठे आरोपों के साथ-साथ ऐसी कारस्तानियां और मैनिपुलेटेड बातें सामने आएंगी।

क्या है ई-टायलेट फर्जीवाड़ा?

महाराष्ट्र के नासिक ( Nashik ) के गंगापुर थाने में सचिन वालेरा और वैभव गहलोत समेत 15 लोगों पर राजस्थान में ई-टॉयलेट बनाने का टेंडर दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज ( FIR ) हुआ है। शिकायतकर्ता सुशील भालचंद्र पाटिल ने अदालत के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोप लगाया गया है कि सचिन वलेरा ने खुद को गहलोत का करीबी बताते हुए राजस्थान में काम दिलवाकर मुनाफा करवाने के नाम पर उससे 6.80 करोड़ रुपए ले लिए और टेंडर नहीं दिलवाया। इस मामले में पुलिस ने याची से कार्रवाई की मांग की है।

नासिक पुलिस ( Nashik Police ) अभी इस बात की जांच कर रही है कि जिस वैभव गहलोत के खिलाफ केस दर्ज हुआ है वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे हैं या फिर कोई और है। रिपोर्ट में वैभव गहलोत सहित 15 लोगों के नाम शामिल हैं। अन्य लोग जोधपुर और अहमदाबाद के बताए जा रहे हैं। इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे और आरसीए के अध्यक्ष वैभव गहलोत ( RCA Vaibhav Gehlot ) का होने से यह मसला अब पेचीदाहो गया है और भाजपा ने गहलोत सरकार के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है।

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