ED Raids on Sanjay Raut : 1034 करोड़ की पात्रा चॉल भूमि घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, संजय राउत बोले - 'कुछ भी कर लो डरने वाला नहीं'
ED Raids on Sanjay Raut : प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को जिन दो मामलों में छापेमारी की है। इनमें से एक मामला शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी से जुड़ा है वहीं दूसरा आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन के परिवार से जुड़ा है।
ED Raids on Sanjay Raut : महाराष्ट्र में प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने मंगलवार को पात्रा चॉल भूमि घोटाला ( Patra Chawl land scam ) में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ( Enforcement Department ) ने धन शोधन रोधी कानून के अन्तर्गत शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ( Sanjay Raut ) और उनके परिजनों से जुड़े अलीबाग के 8 भूखंड और मुंबई में दादर के एक फ्लैट को अटैच किया है। वहीं संजय राउत ने ईडी की कार्रवाई को सियासी साजिश करार दिया है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा है कि मुझे गोली मार दो, मैं डरने वाला नहीं। प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई पर संजय राउत ने ट्विट कर लिखा है - 'असत्यमेव जयते।'
11 करोड़ की संपत्ति अटैच
संजय राउत ( Sanjay Raut ) ने प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने संजय राउत से जुड़ी कुल 11 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की है। इसमें से 9 करोड़ की प्रापर्टी प्रवीण राउत की और 2 करोड़ रुपए की संपत्ति संजय राउत की पत्नी की है। सीज की गई संपत्तियों में अलीबाग स्थित प्लॉट और दादर स्थित फ्लैट शामिल है। प्रवर्तन निदेशालय ने 1,034 करोड़ रुपए के पात्रा चॉल भूमि घोटाला ( Patra Chawl land scam ) मामले में शिवसेना के नेता संजय राउत की पत्नी की संपत्ति कुर्क की की है। इस मामले में संजय राउत के दोस्त प्रवीण राउत की गिरफ्तारी भी हुई थी। ईडी ने इस मामले में हाल ही में चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी की जांच में सामने आया था कि प्रॉपर्टी की खरीद में अपराध का रास्ता अपनाया गया था।
सत्येंद्र जैन की भी 4.81 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच
ताजा अपडेट के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Deparetment ) दो मामलों में छापेमारी की है। इनमें से एक मामला शिवसेना नेता संजय राउत ( Shiv Sena Leader Sanjay Raut ) की पत्नी से जुड़ा है वहीं दूसरा आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन ( AAP Leader Satyendra jain ) के परिवार से जुड़ा है। पहला मामला पात्रा चॉल भूमि घोटाले ( Patra Chawl land scam ) से जुड़ा है। वहीं दूसरा मामला आप नेता सत्येंद्र जैन के परिवार से जुड़ा है। इसमें 4.81 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की गई है। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है। इसमें जैन परिवार के लोग कुछ ऐसी फर्म से जुड़े थे जो पीएमएलए के अन्तर्गत जांच के दायरे में हैं। इस मामले में जिनकी प्रॉपर्टी अटैच की गई है वह Akinchan Developers प्राइवेट लिमिटिड, Indo Metal impex प्राइवेट लिमिटिड आदि शामिल हैं। इन लोगों पर PMLA के तहत केस दर्ज हैं।
चुनी हुई सरकार को गिराना चाहती है केंद्र सरकार
हाल ही में कुछ समय पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि 1,034 करोड़ रुपए के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों के खिलाफ अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रही है। संजय राउत ने आरोप लगाया था कि ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को गिराने के लिए 'मंशा' से किया जा रहा है।
किरीट सोमैया ने की थी जांच की मांग
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने ईडी की छापेमारी पर कहा है कि संजय राउत ने ईडी को बताया था कि उन्होंने 55 लाख रुपए का चेक प्रवीण राउत को लौटा दिया था। प्रवीण अभी जेल में है। सवाल यह है कि क्या संजय राउत उनके बिजनेस पार्टनर थे? मैंने, प्रवर्तन निदेशालय से इस मामले में संजय राउत की भूमिका की जांच की मांग उठाई थी।
ED Raids on Sanjay Raut : क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 2007 में हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की एक सहयोगी कंपनी गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) द्वारा पात्रा चॉल के पुनर्विकास के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिला था। गुरुआशीश कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल के 672 किरायेदारों के लिए फ्लैट तैयार करने थे। इस योजना के तहत करीब तीन हजार फ्लैट MHADA को सौंपने थे। इसके लिए कुल भूमि 47 एकड़ अलॉट की गई थी।
MHADA और पात्रा चॉल किरायेदारों को फ्लैट सौंपने के बाद गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को बची हुई भूमि को बिक्री और डेवलपमेंट के लिए इजाजत दी जानी थी लेकिन कंपनी ने पात्रा चॉल या MHADA को दिए जाने वाले किसी अन्य फ्लैट को विकसित नहीं किया। कंपनी ने 1034 करोड़ रुपए में करीब 8 अन्य बिल्डरों को जमीन बेच दी। उन्हें में से एक HDIL के सारंग और राकेश वधावन के साथ फर्म में निदेशकों में से एक प्रवीण राउत है जो पीएमसी बैंक घोटाला मामले में मुख्य आरोपी भी है।
यहां पर ध्यान देने की बात यह है कि मार्च 2018 में म्हाडा ने गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने फरवरी 2020 में प्रवीण राउत के गिरफ्तार किया था। वहीं सारंग वधावन को सितंबर 2020 में ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में लेन—देन में प्रवीण राउत का नाम संजय राउत से जुड़ा था।