कानपुर एनकाउंटर: पुलिस रेड से पहले काट दी गई थी विकास दुबे के गांव की बिजली

कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में हुए मुठभेड़ से पहले गांव की बिजली काटी गई थी। उस रात सिपाही ने पावर हाउस में फोन कर बिकरू गांव और उसके आसपास की बिजली कटवाई थी। इसकी जानकारी होने पर एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है...

Update: 2020-07-05 08:52 GMT

जनज्वार। यूपी के कानुपर में गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर मामले में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में नया खुलासा हुआ है। इस मामले में पता चला है कि इस मुठभेड़ की रात थाने के एक सिपाही ने ही पावर हाउस में फोन करके बिकरू गांव और उसके आसपास के इलाके की बिजली काटने के लिए कहा था। अब इस मामले की जांच की एसटीएफ ने शुरू कर दी है और सिपाही से पूछताछ की जा रही है।

खबरों के मुताबिक, जिस दिन एनकाउंटर होने वाला था उस दिन बिजली इस मामले में बिजली कटते ही बिकरू गांव में घना अंधेरा हो गया। अंधेरा इतना था कि पुलिस को विकास दुबे की सही लोकेशन नहीं मिल सकी। तभी एकाएक पुलिस विकास दुबे और उसके गुर्गों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियों की बौछार कर दी। जिसमें एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।


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पुलिस सूत्रों की मानें तो लाइनमैन ने स्वीकार किया है कि उसने बिजली काटी थी, इसके लिए उसे किसी ने फोन किया था। ये फोन नंबर भी किसी पुलिसकर्मी का निकला है।

गौरतलब है कि गुरुवार की रात को गैंगस्टर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया गया था। इस हमले में एक डीएसपी समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। इसके कुछ देर बाद पुलिस ने विकास दुबे के दो साथियों को मार गिराया था। लेकिन घटना के 36 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस मास्टरमाइंड विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

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