जासूसी कांड : अमेरिका, फ्रांस, मैक्सिको सहित व्हाट्सएप्प अमेजॉन ने भी की कड़ी निंदा, हमारी सरकार बता रही विपक्ष की साजिश
अमेजॉन ने भी एनएसओ से जुड़े तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर और अकाउंटों को बंद कर दिया है।लेकिन भारत में मोदी सरकार ने अपने दर्जनों मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को विपक्ष की साजिश बताकर खंडन करने के लिए आगे कर दिया है...
जनज्वार। पेगासस जासूसी मामले को लेकर दुनिया में तहलका मचा हुआ है। अमेरिका, फ्रांस, मैक्सिको सहित व्हाट्सएप के हेड व अमेजॉन ने कड़ी निंदा करते हुए अपने अपने मुताबिक कार्रवाई करने की बाबत कहा है, लेकिन भारत में घजब ही माहोल है। यहां सरकार के तमाम पन्ना प्रभारी सरीखे नेता जासूसी के लिए विपक्ष की साजिश करार दे रहे हैं।
गौरतलब है कि फ़्रांस ने न्यूज़ वेबसाइट मीडियापार्ट की शिकायत के बाद पेगासस जासूसी की जाँच भी शुरू कर दी है। अमेरिका की बाइडेन सरकार ने पेगासस जासूसी की कड़ी निंदा की है। मैक्सिको एनएसओ से जुड़े पिछली सरकार के सभी कांट्रैक्टों को रद्द करेगा। वहीं, व्हाट्सएप प्रमुख ने सरकारों व कंपनियों से आपराधिक काम के लिए पेगासस निर्माता एनएसओ पर कार्रवाई की मांग की है।
वहीं जानकारी यह भी आ रही है कि अमेजॉन ने भी एनएसओ से जुड़े तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर और अकाउंटों को बंद कर दिया है।लेकिन भारत में मोदी सरकार ने अपने दर्जनों मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को विपक्ष की साजिश बताकर खंडन करने के लिए आगे कर दिया है। और ना ही सरकार इस पर कुछ बोल ही रही है।
पेगासस कांड मामले में बचाव के लिए भाजपा ने राज्य के मुख्यमंत्रियों सहित देशभर के अपने बड़े नेताओं की फौज मैदान में उतार दी है। यह सभी मिलकर इसे 'अंतरराष्ट्रीय साजिश' बताने में जुट गये हैं। क्योंकि कुछ और बताने के लिए है नहीं। इसी सिलसिले में कल यूपी के सीएम योगी का भी बयान आया था। अगर मामला इतना छोटा ही है और इसमें सरकार का कोई रोल नहीं है तो फिर इतनी सफाई क्यों?
केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से कवर फायर में योगी आदित्यनाथ, मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान, हिमंत बिस्वा सरमा, विजय रूपाणी, जय राम ठाकुर, पुष्कर सिंह धामी, रविशंकर प्रसाद सहित कई बड़े नेता हैं, जो बचाव में लग गये हैं। बाकी टीवी प्रवक्ता और मोदी मीडिया तो तर्क कुतर्क कर ही रहे हैं।