हरियाणा: एक और किसान की मौत, रणदीप सुरजेवाला बोले कब तक मीटिंग-मीटिंग खेलती रहेगी मोदी सरकार
सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में लिखा, 'एक और किसान की क़ुर्बानी ! अब हरियाणा के ज़ेवरा गाँव, बरवाला (हिसार) ने एसडीएम के दफ़्तर के बाहर दम तोड़ा। मोदी सरकार मीटिंग-मीटिंग खेलती रहेगी, किसान क़ुर्बानी देता रहेगा। ये खूनी खेल कब तक चलेगा ?'
जनज्वार ब्यूरो। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। किसानों की सरकार के साथ नौ दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन सभी वार्ताएं अभीतक बेनतीजा रही हैं। वहीं दूसरी ओर अबतक पचास से ज्यादा आंदोलनकारी किसानों की मौत हो चुकी है। अब खबर आ रही है कि हरियाणा के हिसार में एसडीएम दफ्तर के बाहर एक किसान की मौत हो गई है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में लिखा, 'एक और किसान की क़ुर्बानी ! अब हरियाणा के ज़ेवरा गाँव, बरवाला (हिसार) के किसान ज्ञानी राम ने एसडीएम के दफ़्तर के बाहर दम तोड़ा। मोदी सरकार मीटिंग-मीटिंग खेलती रहेगी, किसान क़ुर्बानी देता रहेगा। ये खूनी खेल कब तक चलेगा ?'
बता दें कि नए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई नौवें दौर की वार्ता भी एक बार फिर बेनतीजा रही। इस समस्या का समाधान तलाशने के लिए 19 जनवरी को 10वें दौर की बैठक होगी। बैठक के दौरान किसान नेता इन तीनों कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग को लेकर टस से मस नहीं हुए। सुप्रीम कोर्ट की ओर से समिति गठित करने के बाद भी किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
ज्ञात हो कि केन्द्र सरकार सितम्बर में पारित किए तीन नए कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।