गांधी के शहादत दिवस पर आज किसानों का उपवास, बाॅर्डर पर भारी सुरक्षा, अन्ना ने टाला आंदोलन
किसान आज भूख हड़ताल करने के साथ गांधी जी के शहादत दिवस को सद्भावना दिवस के रूप में मना रहे हैं। गाजीपुर बाॅर्डर पर भीड़ को देखते हुए सुरक्षा बढा दी गयी है...
गाजीपुर बॉर्डर। किसान आंदोलन का शनिवार को 67वां दिन है और आज महात्मा गांधी के शहादत दिवस के मौके पर किसान एक दिन का उपवास करेंगे। नौ बजे सुबह शुरू हुआ उनका उपवास शाम पांच बजे तक चलेगा। किसान आज गांधी जी के शहादत दिवस को सद्भावना दिवस के रूप में बना रहे हैं और मोदी सरकार द्वारा पिछले साल लाए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
किसान नेता अमरजीत सिंह ने कहा है कि किसानों का उपवास शनिवार की सुबह नौ बजे से शुरू होकर शाम पांच बजे तक चलेगा। अमरजीत सिंह ने कहा है कि यह देश का आंदोलन है और वे सभी लोगों से आज के दिन भूख हड़ताल करने की अपील करते हैं।
गाजीपुर बाॅर्डर पर किसानों की भीड़ बढ रही है जिसमें युवाओं का संख्या काफी अधिक है। इसके मद्देनजर सुरक्षा के आज भी कड़े प्रबंध किए गए हैं। सिंघु व टिकरी बाॅर्डर पर भी भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
किसानों के आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार ने 17 जिलों में 30 जनवरी तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखा है।
अन्ना हजारे ने टाला अपना विरोध
केंद्र सरकार के लिए सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे द्वारा भी किसानों के मुद्दे पर आंदोलन शुरू किए जाने से परेशानी बढने का खतरा था, जिसे फिलहाल भाजपा ने बातचीत के जरिए सुलझा लिया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने शुक्रवार को अन्ना हजारे से मुलाकात की और उनसे इन मुद्दों पर बात की। इसके बाद अन्ना हजारे के कार्यालय की ओर से कहा गया कि उन्होंने किसानों से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध नहीं करने का फैसला किया है। इससे पहले अन्ना हजारे ने कहा था कि अगर किसानों की मांग पूरी नहीं की गयी तो वे संसद सत्र शुरू होने पर अपना आंदोलन शुरू करेंगे।