बेटी के कातिल की मौत की खबर पाकर फूट-फूटकर रोया पिता, आखिरी सांस तक मौत से लड़ी लेकिन गोली नहीं निकली

गोली लगने के बाद काजल पिता से बस यही बोल रही थी कि पापा ऑपरेशन करा देना ताकि मैं बच जाऊं। जिंदा रहने की इच्छाशक्ति के साथ ही वह बातचीत करते हुए लखनऊ तक गई थी...

Update: 2021-09-12 02:27 GMT

(पिटते हुए पिता का वीडियो बनाने पर दबंगों ने काजल को मारी थी गोली)

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर में हुए काजल हत्याकांड (Gorakhpur Kajal Hatyakand) की चर्चा देश भर में हुई। पुलिस ने गुरुवार देर रात बत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसकी खबर मिलते ही काजल के पिता राजू नयन सिंह फूट-फूटकर रोने लगे। आंखों से गिरते आंसू के बीच उनके चेहरे पर खुशी भी थी।

उन्होने पुलिस को धन्यवाद करते हुए कहा, विजय की मौत की खबर से ऐसा लगा कि उन्हें एक नई ऊर्जा मिल गई हो। वह लोगों के बीच आते ही फिर फफक पड़े। बोले- पिंडदान से पहले बेटी की आत्मा को शांति मिल गई। आज खुशी बात है कि उनकी बेटी अगर जिंदगी नहीं जी पाई तो वह भी मारा गया जिसने उसकी जिंदगी छीनी थी। पिता राजू नयन ने फोन करके पुलिस से कहा 'सैल्यूट यू सर' आपने मेरे साथ इंसाफ किया।

बेटी काजल को 20 अगस्त की रात में गोली मारी गई थी। उसका दोष सिर्फ इतना था कि रुपये के लेनदेन के विवाद में जब विजय प्रजापति (Vijay Prajapati) उनके पिता राजू नयन सिंह की पिटाई करने लगा तो वह उसका वीडियो बनाने लगी। इसी दौरान विजय ने उसके पेट में गोली मार दी थी।

गोली लगने के बाद बेटी को अपने हाथों में थामे राजू नयन (Raju Nayan) उसे अस्पताल ले गए थे। मेडिकल कॉलेज से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। तब भी राजू नयन सिंह को यह उम्मीद थी कि उनकी बेटी जरूर बच जाएगी। बेटी काजल ने भी हिम्मत नहीं हारी थी।

जीना चाहती थी काजल

आखिरी सांस तक मौत से लड़ी थी काजल

गोली लगने के बाद काजल पिता से बस यही बोल रही थी कि पापा ऑपरेशन (Operation) करा देना ताकि मैं बच जाऊं। जिंदा रहने की इच्छाशक्ति के साथ ही वह बातचीत करते हुए लखनऊ तक गई थी। तीन दिन तक वह जिंदगी और मौत से जूझती रही लेकिन 23 अगस्त को ऑपरेशन से गोली नहीं निकलने की वजह से उसकी मौत हो गई थी।

काजल को डॉक्टर बनाना चाहते थे राजू

काजल की कही गई एक-एक बात पिता को याद आ रही थी। पिता राजू नयन सिंह बताते है कि उन्हें रात में नींद नहीं आती है। बेटी का चेहरा हमेशा सामने आता है। कभी उसे डॉक्टर (Doctor) बनाने का सपना दिखाई देता है तो फिर अगले ही पल उसकी मौत याद आ जाती है। लेकिन इस मामले में जिस तरह से पुलिस ने कार्रवाई की है, उससे बहुत सुकून मिला है।

इकलौती बेटी थी काजल

पिता राजू ने कहा, ऐसा लग रहा है कि मेरी बेटी को वास्तव में इंसाफ (Justice) मिला है। पुलिस अन्य आरोपियों को भी सजा दिलाए यही मेरी मांग है। ताकि किसी भी पिता के साथ ऐसा ना हो जैसा कि मेरे साथ हुआ है। मेरी एकलौती बेटी थी, जो अब इस दुनिया में नहीं रही।

Tags:    

Similar News