Fight in West Bengal Assembly : मारपीट में टीएमसी विधायक की नाक टूटी, बीजेपी के सात एमएलए भी पहुंचे अस्पताल

West Bengal Fight in Assembly : भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने मारपीट की घटना और स्पीकर द्वारा सस्पेंड किए जाने के फैसले पर टीएमसी सरकार पर निशाना साधाना है। अधिकारी ने कहा कि बजट सत्र का आखिरी दिन होने के बाद हमने सदन में राज्य के कानून व्यवस्था पर चर्चा कराने की मांग की पर इस मांग को स्वीकार नहीं किया गया। उसके बाद भाजपा के विधायकों संवैधानिक तरीके से विरोध दर्ज किया। फिर, सिविल ड्रेस पहने पुलिस कर्मी और TMC के विधायकों ने भाजपा के विधायकों पर हमला बोल दिया।

Update: 2022-03-28 13:16 GMT

West Bengal Fight in Assembly : बंगाल में अशांति अब भी जारी है। इस बार तो इसका गवाह खुद विधानसभा भी बन गयी है। पश्चिम बंगाल (West Bengal) की विधानसभा में सोमवार (28 मार्च) को सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी (Trinmool Congress) और भाजपा (BJP) के विधायक आपस में उलझ गए। नेताओं के बीच मारपीट की नौबत आ गयी। बताया गया है कि टीएमसी विधायक असित मजूमदार और भाजपा के मनोज तिग्गा ने एक-दूसरे पर हमला किया। इसमें टीएमसी के एक नेता घायल हो गए। मामले में सदन के स्पीकर ने प्रतिपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी समेत भाजपा के पांच विधायकों को सस्पेंड कर दिया है।

वहीं भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने मारपीट की घटना और स्पीकर द्वारा सस्पेंड किए जाने के फैसले पर टीएमसी सरकार (TMC Government) पर निशाना साधा है। अधिकारी ने कहा कि बजट सत्र का आखिरी दिन होने के कारण हमने सदन में राज्य के कानून व्यवस्था पर चर्चा कराने की मांग की पर इस मांग को स्वीकार नहीं किया गया। उसके बाद भाजपा के विधायकों संवैधानिक तरीके से विरोध दर्ज किया। फिर, सिविल ड्रेस पहने पुलिस कर्मी और TMC के विधायकों ने भाजपा के विधायकों पर हमला बोल दिया। उन्होंने कहा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस और उनके गुडों के खिलाफ हम मार्च निकालेंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि बंगाल में जो हालत हैं उसको लेकर केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए।

दरअसल, सोमवार को बंगाल विधानसभा के बजट सत्र का आखिरी दिन था। इस दौरान तृणमूल और भाजपा के विधायकों के बीच बीरभूम की हिंसा को लेकर सुबह से ही तीखी बहस शुरू हो गयी थी। उसके बाद ​बीजेपी के विधायकों ने वेल में उतर कर बंगाल में दिनोंदिन बिगड़ती कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सदन में बयान की मांग कर डाली। आप को बता दें कि वीरभूम जिले में बीते दिनों आठ लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया गया था। अब हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।

भाजपा नेताओं के हंगामे के बाद स्पीकर​ बिमान बनर्जी ने भाजपा के विधायकों को शांत कराने की कोशिश की पर एमएलए लगातार नारे लगाते रहे। उसके बाद दोनों ओर के विधायकों के बीच मारपीट वाली स्थि​ति बन गयी। जिसमें कुछ विधायकों को चोटें आयी है। इसी बची शुभेन्दु अधिकारी सदन से बाहर निकले और उन्होंने टीएमसी के विधायकों पर भाजपा विधायकों से मारपीट का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बंगाल में अब विधायक विधानसभा के अंदर भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के आठ से दस विधायकों के साथ जमकर मारपीट की गयी है। इनमें से सात का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इन विधायकों में बीजेपी के चीफ व्हिप मनोज तिग्गा भी शामिल हैं।

वहीं टीएमसी के नेता फिरहाद हकीम ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि भाजपा के नेता सदन में ड्रामा कर अव्यवस्था कायम करना चाहते हैं। इस अफरातफरी में हमारे कुछ विधायकों को चोट भी लग गयी है। हम बीजेपी के ऐसे कृत्य की निंदा करते हैं। बताया जाता है जिन नेताओं को सबसे ज्यादा चोट लगी है उनमें टीएमसी के आसित मजुमदार और टीमसी के मुख्य व्हिप मनोज तिग्गा हैं। खबरों के अनुसार मजुमदार की नाक टूट गयी है। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।

इस दौरान, टीमएमसी नेता मजुमदार ने आरोप लगाया है कि शुभेन्दु अधिकारी ने उनके नाक पर मुक्का मारा था। हालांकि अधिकारी ने इन आरोपों को खारित किया है। उधर, सदन में हुई इस मारपीट के बाद स्पीकर ने प्रतिपक्ष के नेता शुभेन्दु अधिकारी, दीपक बर्मन, शंकर घोष, मनोज तिग्गा, नरहरि महतो को विधानसभा के इस बार के पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है।

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