असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का निधन, कोरोना पॉजिटिव होने के बाद हालत थी गंभीर
गोगोई की स्वास्थ्य स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ रही थी और उन्हें सांस लेने में समस्या आ रही थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें एक मशीन चालित वेंटिलेटर पर रखा था....
गुवाहाटी। कांग्रेस नेता और तीन बार के असम के मुख्यमंत्री रहे 86 वर्षीय तरुण गोगोई का सोमवार 23 नवंबर की शाम निधन हो गया। असम के स्वास्थ्य और वित्त मंत्री हिमंत बिसवा सरमा ने यह जानकारी दी।
तरुण गोगोई की मौत की घोषणा करते हुए, सरमा ने मीडिया को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री का पार्थिव शरीर सोमवार 23 नवंबर की रात गुवाहाटी के प्रसिद्ध श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में रखा जाएगा। अंतिम संस्कार उनके परिवार के साथ परामर्श के बाद मंगलवार या बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा।
सोमवार 23 नवंबर की सुबह उनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ गई थी। कोरोना संक्रमित 84 वर्षीय कांग्रेस नेता का इलाज गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज (जीएमसीएच) में इलाज चल रहा था। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल तरुण गोगोई के खराब स्वास्थ्य को देखते हुए डिब्रूगढ़ के सभी कार्यक्रम रद्द कर गुवाहाटी लौट आए थे। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
उन्हें नाजुक हालत के बाद दो नवंबर को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। जीएमसीएच के डॉक्टरों ने कहा कि गोगोई की स्वास्थ्य स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ रही थी और उन्हें सांस लेने में समस्या आ रही थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें एक मशीन चालित वेंटिलेटर पर रखा था।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डॉक्टरों ने विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों से उनके अंगों को पुनर्जीवित करने की कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के विशेषज्ञों के साथ जीएमसीएच के डॉक्टर लगातार संपर्क में थे। उनकी गंभीर स्थिति के कारण, गोगोई को चिकित्सा के लिए राज्य के बाहर स्थानांतरित नहीं किया जा सका। गोगोई को कोविड-19 से उबरने के बाद 25 अक्टूबर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। उन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी गई और बाद में उनकी हालत स्थिर हो गई थी।
गोगोई 25 अगस्त को कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे और अगले दिन उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। गोगोई जोरहाट जिले के तितबर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे।