गुजरात में कथावाचक मोरारी बापू को मारने दौड़े पूर्व भाजपा विधायक तो मुख्यमंत्री रूपाणी ने ट्वीट कर निंदा का कोरम किया पूरा
मशहूर कथावाचक मोरारी बापू भगवान श्री कृष्ण पर अपनी टिप्पणी को लेकर विवाद में आ गए। अहिर समाज ने प्रशासन से कार्रवाई करने को कहा...
जनज्वार। मशहूर कथावाचक श्री मोरारी बापू ने द्वारिका में कथा के दौरान कृष्ण भगवान और द्वारिका नगरी के बारे में विवादित टिप्पणी करने से यादव और अहिर समाज के लोगों ने विरोध किया। यादव और अहिर समाज ने अपने पूर्वज भगवान श्री कृष्ण और द्वारिका नगरी के बारे में मोरारी बापू ने अशोभनीय टिप्पणी के विरोध में पूरे गुजरात में कई जगहों पर जिला कलेक्टर और सक्षम अधिकारियों को ज्ञापन देकर मोरारी बापू के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी जबकि कई जगह लोगों ने संत श्री मोरारी बापू को अपनी गलती के लिए द्वारिकाधीश के मंदिर में जाकर माफी मांगने की मांग की थी।
इस मामले को तूल पकड़ता देख मोरारी बापू ने भी द्वारिकाधीश के मंदिर में जाकर भगवान से क्षमा याचना की। उसके बाद भाजपा के पूर्व विधायक पबुभा माणेक ने मोरारी बापू के ऊपर हमला करने का प्रयास किया। इस हमले में किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ और पूर्व विधायक को समझाबुझा कर मामले को खतम किया गया। कई गण्यमान्य व्यक्ति और पूर्व सांसद ने भी मुरारी बापू की इस टिप्पणी के बारे में विरोध किया था और वह संत है इसलिए भगवान से क्षमा मांगें, हालांकि किसी भी व्यक्ति या समाज से माफी मांगने की कोई बात नहीं कही गयी थी।
वहीं, कई जगह उनके खिलाफ कायदे के अनुसार कार्रवाई करने की मांग की गई थी। मोरारी बापू द्वारिकाधीश मंदिर में गए तब उनकी सुरक्षा की भी व्यवस्था की गई थी, लेकिन फिर भी भाजपा के पूर्व विधायक पबुभा मानेक ने द्वारिकाधीश मंदिर परिसर के एक कमरे में उन पर हमले का प्रयास किया, हालांकि इन सारी घटनाओं के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने भी ट्वीट करके इस मामले को खत्म करने की बात कही।
सामान्य तौर पर विजय रुपाणी ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से दूर रहते हैं लेकिन मोरारी बापू के मामले को तूल पकड़ता देख उन्होंने भी ट्विटर पर लोगों से मामला खत्म करने का आग्रह किया।
अहिर समाज के लोगों ने कच्छ जनपद में जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग की जिसमें समाज के आगेवान रूपा भाई चाड ने कहा कि अगर मोरारी बापू द्वारिकाधीश से माफी नहीं मांगते तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पूरे यादव कुल और हिंदुओं के इष्टदेव भगवान श्री कृष्ण के खिलाफ ऐसा वाणी विलास को अशोभनीय बताते हुए रूपा भाई कहते हैं कि अगर मोरारी बापू द्वारिकाधीश से क्षमा याचना कर लेते हैं तो उनका प्रश्न ही समाप्त हो जाता है, जिसके चलते पूरे गुजरात में यह मांग रखी गई।
उस मांग के अनुरूप ही मुरारी बापू द्वारिकाधीश के दर्शन करने और क्षमा याचना करने गए थे। उस समय ही उन पर हमले का प्रयास भी किया गया था।