राहुल से लेकर कन्हैया कुमार तक ने किया वैक्सीनेशन पर तंज, कहा वायरस टीका से रुकेगा PR से नहीं
राहुल गांधी ने केंद्र पर वेक्सीनेशन को लेकर हमला बोला है। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन से कोरोना को खत्म किया जा सकता है। वहीं पीएम मोदी पर वैक्सीनेशन की भूमिका का भी जिक्र किया। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने राहुल गांधी ने सरकार को तैयारी करने की नसीहत दी..
जनज्वार ब्यूरो। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर बताया कि डेल्टा वेरिएंट देश में आ चुका है। अभी सिर्फ 3.6 लोगों का वैक्सीनेशन हो पाया है । वहीं राहुल गांधी ने पीएम महोदय इवेंट मैनेजमेंट की भूमिका अपनाने का जिक्र किया। वैक्सीनेशन में 40 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने दूसरी लहर में हुई गलती को ना दोहराने की नसीहत दी।
कांग्रेस टीकाकरण को लेकर भाजपा पर हमला किया है। उनका मानना है कि जब तक टीकाकरण निरंतर स्तर पर नहीं पहुँचता है, हमारा देश एकदम सुरक्षित नहीं है। राहुल गांधी ने बताया कि वैक्सीनेशन को बड़ें स्तर पर कराने की आवश्यकता है तभी हमारा देश सुरक्षित हो पाएगा। उन्होंने पीआर का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार पीआर इवेंट से आगे नहीं निकल पा रही है। उन्होंने वैक्सीनेशन ड्राइव को बढ़ाने की सलाह दी है, क्योंकि कोरोना के खिलाफ टीकाकरण ही सबसे बड़ा हथियार है। इसके अलावा उन्होंने दूसरे लहर में जो गलती हुई है वो तीसरी लहर में दोहराने की आवश्यकता नहीं है।
राहुल गांधी ने केंद्र पर वेक्सीनेशन को लेकर हमला बोला है। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन से कोरोना को खत्म किया जा सकता है। वहीं पीएम मोदी पर वैक्सीनेशन की भूमिका का भी जिक्र किया। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने राहुल गांधी ने सरकार को तैयारी करने की नसीहत दी।
कांग्रेस महासचिव ने बताया कि लगातार वाइरस म्युटेड होने लगा है। एक्सपर्ट ने पहले ही दूसरे लहर के लिए चेतावनी जारी की थी। इसके बावजूद भी सरकार ने पर्याप्त कदम नहीं उठाया गया है। इसलिए हमने एक पेपर में पूरी डीटेल के बारे में बताया और तीसरी लहर से लड़ने के लिए सुझाव दिया दिया गया है। हम पुरानी गलतियों को सुधारने के बाद ही थर्ड वेब से लड़ने में सक्षम हो पाएंगे।
कोरोना काल में राहुल गांधी कई बार प्रेस काॅन्फ्रेन्स कर चुके हैं। इससे पहले भी वे सरकार पर हल्ला बोल चुके हैं। उन्होंने पिछली बार 28 मई को प्रेस कान्फ्रेन्स की थी। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को समझ नहीं आया कि किससे मुकाबला करने की जरुरत है। इस वाइरस म्यूटेशन के खतरे को समझना जरुरी है।
कोरोना को लेकर राहुल गांधी पहली भी केंद्र से कई बार सवाल उठा चुके हैं। इस बार वैक्सीनेशन को लेकर कई निशाना साधा है। इस पर भाजपा नेता भी उनपर तंज कसते रहते हैं। देश में कोरोना टीकाकरण में 40 प्रतिशत की गिरावट हुई है। ये वैकसीनेशन की प्रक्रिया पर केंद्र को अपने तारीफ करने के बजाय वेक्सीनेशन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
इससे पहले मंगलवार को केंद्र द्वारा 88 लाख लोगों को खुराक लगाई गई थी। इसके पहले टीकाकरण की नई नीति के लागू होने के बाद लगभग 82 लाख से ज्यादा टीके की खुराक दी थी। इसको लेकर विपक्ष ने केंद्र पर हमला किया है।
कांग्रेस का मानना है कि टीकाकरण को हर दिन एक समान रुप से देने की आवश्यकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदांबरम ने ट्वीट कर बताया कि " मुझे विश्वास है कि इस कदम से सरकार को गिनीज रिकार्ड में स्थान प्राप्त होगा। कौन जाने कि मोदी सरकार को औषधि का नोबल सरकार दिया जाए। मोदी है तो मुमकिन है, अब मोदी है तो मरैकिल है पढ़ना चाहिए।
राहुल गांधी ने कोरोना को लेकर काफी चिंता व्यक्त की है। इससे पहले भी उन्होंने कोरोना को लेकर कई बार तैयार होने की चेतावनी दिया था। केंद्र को यह भी सलाह दिया कि जल्द से जल्द तीसरी लहर को रोकने का इंतजाम होने की आवश्यकता है और दूसरे लहर में हुई गलती को कतई दोहराना नहीं चाहिए.