Ghazipur News : फतेहनगर में मवेशियों की मौत पर बवाल, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अफसरों की नहीं मानी बात

Ghazipur News : फतेहनगर करसूमा स्थित गौशाला में लापरवाही का मामला सामने आने के बाद बजरंग दल और वीएचपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल मचाया और गौशाला संचालकों पर गोवंशों को जिंदा दफनाने का आरोप लगाया।

Update: 2022-01-16 09:28 GMT

Ghazipur News  : गाजीपुर जिले के फतेहनगर करसूमा स्थित नंदी गौशाला (  Fatehnagar Karsuma Nandi Gaushala ) में गोवंशियों भूख से और मवेशियों को जिंदा दफनाने का मामला सामने आने के बाद बजरंग दल ( Bajrang Dal ) के कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल मचाया। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जिम्मेदारों लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले की पड़ताल के लिए मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार और बीडीओ को गौशाला में बंधक बना लिया गया। उच्च अधिकारियों के पहुंचने पर अंतिम सांसें गिन रहे 13 मवेशियों का इलाज और 6 शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इस मामले में अभी तक ग्राम प्रधान, सचिव समेत 3 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

गाजीपुर-फतेहपुर मार्ग पर घंटों लगा रहा जाम

दरअसल, बहुआ ब्लॉक के फतेहनगर करसूमा (  Fatehnagar Karsuma ) गांव की नंदी गौशाला में करीब एक सप्ताह से भूसा न होने के कारण गौवंश भूखों मर रहे थे। सुबह गौवंशों को जिंदा दफनाने की खबर आने के बाद कई हिन्दू संगठनों के लोग मोके पर पहुंच गए। घटना के समय गौशाला में एक दर्जन से अधिक मवेशी जिंदा तड़प रहे थे। साथ ही आधा दर्जन मवेशियों के शव पड़े थे। यह देख बजरंग दल और वीएचपी के कार्यकर्ता उग्र हो गए और गाजीपुर-फतेहपुर मार्ग जाम लगा दिया।

घटना की सूचना मिलने के बाद तहसीलदार रविशंकर, नायब तहसीलदार विकास पांडेय, बीडीओ लाल जी यादव, सचिव ललित कुमार गौतम और प्रधानपति, गाजीपुर थानाध्यक्ष संगमलाल प्रजापति, बहुआ चौकी प्रभारी बृजेंद्र सिंह, शाह चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार मौर्य मौके पर पहुंच गए।

अधिकारियों ने हंगामा कर रहे हिंदू संगठनों के लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह जिम्मेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े थे। इस बीच नाराज प्रदर्शनकारियों ने विवाद बढ़ने पर अफसरों को गौशाला के अंदर बंद कर दिया और वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों की जिद पर सीडीओ सत्यप्रकाश, एसडीएम नंदप्रकाश मौर्या, सीओ सिटी डीसी मिश्रा समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। उन्होंने कार्रवाई का भरोसा देकर लोगों को शांत कराया। सीडीओ ने बताया कि बीडीओ ने ग्राम प्रधान कलावती, सचिव ललित कुमार गौतम व गौशाला के सुपरवाइजर सुरेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। बीडीओ लाल जी यादव और पशु चिकित्सक को प्रतिकूल प्रविष्ट दी गई है। सीवीओ से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।

ग्रामीणों ने लगाया 15 मवेशी मरने का आरोप

करसूमा में जिंदा गोवंशों को दफनाने का ग्रामीणों ने विरोध किया। एसडीएम और नायब तहसीलदार ने पहुंच कर ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीण शानू सिंह ने बताया कि गोशाला में 15 मवेशी मरे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इससे पहले भी मवेाी 10 मरे और 5 जिंदा मवेशियों को दफना दिया गया है। अधिकारियों ने दफनाए गए मवेशियों को निकाल कर पोस्टमार्टम नहीं कराया है। सिर्फ जो मवेशी मरे पड़े थे, उनको ही पोस्टमार्टम करा दिया गया है।

करसूमा में मवेशियों के मरने की खबर मिलते ही पशुपालन विभाग के अधिकारी व चिकित्सक मौके पर पहुंच गए। चिकित्सक डॉ.अजय दुबे, रवी दीक्षित, शत्रुघन लाल, धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बीमार मवेशियों का इलाज किया। फिर मरे हुए गोवंशों का पोस्टमार्टम किया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आरडी अहिरवार ने बताया कि चार गोवंशों का पोस्टमार्टम किया गया है। बता दें कि लक्ष्मणपुर नंदी गोशाला ( करसूमा ) में 441 मवेशी हैं जिसमें करीब 50 मवेशी बीमार पड़े हैं। शनिवार सुुबह इसकी पोल तब खुल गई, जब ठंड से मरे मवेशियों को गुपचुप तरीके से दफनाया जा रहा था।

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