प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल स्टाफ पर भर्ती लड़की ने लगाया गैंगरेप का आरोप, हालत बहुत गंभीर

ऑपरेशन थियेटर से बाहर आने के बाद जब पीड़िता को होश आया तो वह बहुत डरी हुई थी, रो रही थी और तो वह असहनीय दर्द से छटपटा रही थी...

Update: 2021-06-03 08:14 GMT

प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती एक पीड़िता ने अस्पताल कर्मियों पर रेप का आरोप लगाया है.CMO ने जांच के लिए बनाई टीम. 

मनीष दुबे की रिपोर्ट

जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक तरफ 2022 में विधानसभा का किला फतेह करने के लिए जी-तोड़ प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी तरफ उनके सभी प्रयासों पर बट्टा लगाया जा रहा है। उनकी नाक के नीचे प्रयागराज में बेहद घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया है, जो सामने आ रही है।

घटना के मुताबिक 20 वर्षीय पीड़िता निकिता (बदला हुआ नाम) निवासी नई बस्ती मिर्जापुर रोड को पेट में दर्द रहने कि शिकायत पर 29 मई 2021 को शाम 7:00 बजे प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल में उसकी आंत में छेद होने की शिकायत थी, जिसका ऑपरेशन करना पड़ा। 31 मई को उसे ऑपरेशन थियेटर से निकालकर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।

परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन थियेटर से बाहर आने के बाद जब पीड़िता को होश आया तो वह बहुत डरी हुई थी। रो रही थी, साथ ही उसे असहनीय दर्द हो रहा था, जिस वजह से वह चिल्ला व छटपटा रही थी। पीड़िता अपने परिजनों को बार-बार कुछ बताना चाह रही थी, लेकिन माँ को उसकी बात समझ में नहीं आ रही थी।

पीड़िता की माँ ने उसे लिखकर बताने की बाबत इशारा करके पूछा तो लड़की ने हाँ में जवाब दिया, जिसके बाद उसे पेन-कागज लाकर दिया गया। पीड़िता ने कागज में जो कुछ लिखकर बताया, उसे देखकर वहां बैठे सभी परिजन हैरान रह गए। कागज को पढ़कर पीड़िता के परिजन मानो कुछ देर के लिए पत्थर हो गए हों।


थाने में दी जाने के लिए लिखी गई एप्लीकेशन जो पीड़िता के परिजनों ने जनज्वार को ​मुहैया करायी है, उसके मुताबिक पीड़िता ने उस कागज पर लिखा था, ऑपरेशन थिएटर में उसके साथ गंदा काम किया गया है। उसने इशारे से बताया कि अंदर 4 लोगों ने मिलकर उसके साथ बलात्कार किया है। लड़की की लिखी बात को पढ़कर उसकी माँ बैठकर रोने लगी। वहां मौजूद पीड़िता के भाई ने कुछ हिम्मत जुटाकर उससे पूछा कि क्या उसके साथ रेप हुआ है? जिसका जवाब पीड़िता ने 'हाँ' में सिर हिलाकर दिया।

इस मामले के बाद पीड़ित लड़की का भाई राहुल पुत्र भोलानाथ प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली प्रयागराज के नाम लिखित एप्लीकेशन लेकर गया, तो वहां मौजूद पुलिस वालों ने उसे यह कहते हुए वापस भेज कि जब बड़े साहब आ जाएंगे तब इसे लेकर आना। राहुल ने जनज्वार से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि पुलिस ने उसकी एप्लीकेशन तक नहीं ली।

वहीं इस पूरे मसले पर थाना कोतवाली के एसएचओ विनोद यादव ने जनज्वार को बताया कि उनके पास अभी एप्लीकेशन नहीं आई है। लड़की का इलाज चल रहा है, डॉक्टर लगे हुए हैं। हमने आगे की कार्रवाई के बारे में पूछा तो थानेदार साहब बोले की हम नहीं बता पाएंगे, जबकि लड़की के भाई ने हमें बताया कि लड़की की कंडीशन नाजुक बनी हयी है। वह जब थाने में अपनी बहिन के साथ अस्पताल में हुए दुष्कर्म की एप्लिकेशन लेकर गए, तो पुलिसवालों ने उसे नहीं लिया।

एसएचओ विनोद यादव का कहना है कि उनकी दो टीमें लगी हुई हैं, मामले की जांच चल रही है। जो भी जाँच में सामने आएगा उस आधार पर कार्रवाई करेंगे।

वहीं सीओ सत्येंद्र प्रसाद तिवारी ने जनज्वार से हुई बातचीत में बताया, इस मामले में एसपी सिटी खुद निगरानी कर रहे हैं। साथ ही कहा कि सीएमओ ने इसकी जांच के लिए दो टीमों का गठन किया है, मामले में जैसा निकलकर सामने आएगा उस आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

हालांकि पुलिस यह बताने में अब तक अक्षम है कि जिन दो डॉक्टरों की टीम इस मामले में जांच के लिए बनाई गयी है, वह डॉक्टर बाहर के हैं या अस्पताल के भीतर के। क्या जांच टीम में महिला और मानवाधिकार आयोग से जुड़े लोग भी हैं, इस सवाल का भी जवाब पुलिस नहीं दे पायी। इतना ही नहीं आज 3 जून की सुबह 7 बजे मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे पीड़िता के चचेरे भाई को संबंधित आवेदन की कोई रिसिविंग क्यों नहीं दी गयी, इसका भी जवाब इलाहाबाद पुलिस के पास नहीं मिला।

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