Gujrat Crime News : दिल्ली के मौलाना ने करवाई गुजरात के युवक की हत्या, FB पोस्ट को बताया था इस्लाम का अपमान

Gujrat Crime News : मौलाना कमर गनी उस्मानी ने अपने दो चेलों को गुजरात के धंधुका निवासी युवक किशन भरवाड़ की हत्या के लिए उकसाया और उन्हें पिस्तौल भी दी थी, एक और मौलाना मोहम्मद अयूब जावरवाला समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है...

Update: 2022-01-31 06:00 GMT

NCRB Report : प्रेम संबंध की वजह से उत्तर प्रदेश और गुजरात में सबसे अधिक हत्याएं, अवैध रिश्ते के कारण महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मर्डर

Gujrat Crime News : गुजरात के आतंक निरोधी दस्ते (ATS) ने बीते रविवार 30 जनवरी को पुरानी दिल्ली के दरियागंज से एक मौलवी को गिरफ्तार किया है। मौलवी पर इस्लाम को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले युवक की हत्या करवाने का आरोप लगा है। बता दें जिस युवक की हत्या हुई उसकी उम्र 27 वर्ष थी। मौलाना कमर गनी उस्मानी ने अपने दो चेलों को गुजरात के धंधुका निवासी युवक किशन भरवाड़ की हत्या के लिए उकसाया और उन्हें पिस्तौल भी दी थी। इस मामले में एक और मौलाना मोहम्मद अयूब जावरवाला समेत कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि जमालपुर निवासी मौलाना जावरवाला पर पिस्टल और गोलियां उपलब्ध कराने का आरोप है।

मौलाना चलाता है इस्लामी संस्था

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी का कहना है कि मौलाना ने तहरीक-ए-फरोग-ए-इस्लामी नाम की एक संस्था बना रखी है। साथ ही उन्होंने कहा कि मौलाना कमर गनी उस्मानी अपने इसी संगठन से जुड़े एक दफ्तर से निकल रहा था, कल उसे गिरफ्तार किया गया। आगे उन्होंने बताया कि 'मौलाना ने अप्रैल 2021 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उसने वैसे लोगों को सबक सिखाने को लेकर काफी भड़काऊ भाषण दिया था, जो कथित रूप से इस्लाम का अपमान करता हो। एक अन्य भाषण में उसने कहा था कि कोई भी मुसलमान इस्लाम के खिलाफ बोलने वालों के साथ कुछ भी कर सकता है, सब जायज है।'

मौलाना ने करवाई युवक की हत्या

एटीएस ने बताया है कि मौलाना के कहने पर ही शब्बीर चोपड़ा नाम के युवक ने 25 जनवरी को किशन भरवाड़ की हत्या कर दी। मौलाना के कहने पर शब्बीर और इम्तियाज पठान मोटरसाइकिल से निकले थे। शब्बीर ने जब गोली मारी तो इम्तियाज मोटरसाइकिल चला रहा था। इसके साथ ही एटीएस के एक अधिकारी का कहना है कि मौलाना इन दोनों के साथ संपर्क में था। दरअसल, 26 सोशल मीडिया पर इस्लामी को फॉलो करता था और दोनों एक दूसरे से कई बार मिले भी थे। साथ थी एटीएस के अधिकारियों ने दावा किया है कि इस्लामी ने ही शब्बीर चोपड़ा को पिस्टल देकर पूरी साजिश रचने में मदद की थी।

किशन की मौके पर ही हुई मौत

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राजकोट के दूधसागर रोड के निवासी दो भाइयों अजीम बशीर शामा और वसीम बशीर शामा पर पिस्टल और गोलियां खरीदने का आरोप लगाया गया है| गुजरात पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए एटीएस को सौंप दिया है। दोनों की गिरफ्तारी सीसीटीवी कैमरे में कैद फुटेज के आधार पर हुई है। इन फुटेज से पता चलता है कि दोनों भाई हत्या के दिन किशन भरवाड़ का लगातार पीछा कर रहे थे| जैसे ही किशन बीते मंगलवार को अपने एक दोस्त के साथ मोटरसाइकिल पर सवार था, तभी मोढ़वाड़ा इलाके में शब्बीर और इम्तियाज उसके पास पहुंचे और शब्बीर ने किशन को गोली मार दी। जिससे किशन की मौके पर ही मौत हो गई।

किशन लव जिहाद के खिलाफ उठा रहा था आवाज

बीते शुक्रवार को गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी भी किशन भरवाड़ के घर गए और परिजनों को सांत्वना दिलाई। परिजनों और परिचितों ने बताया कि किशन भरवाड़ गुजरात में तेजी से बढ़ रहे लव जिहाद और गौहत्या आदि के मामलों के खिलाफ आवाज उठा रहा था। साथ ही वह हिंदुत्ववादी संगठन बजरंग दल से भी जुड़ा था। करीब 3 हफ्ते पहले फेसबुक पर एक फोटो डाला था जिसे इस्लाम के लिए अपमानजनक बताकर मुकदमा दर्ज करवाया गया था। पुलिस ने एफआईआर के आधार पर किशन को गिरफ्तार भी किया था| जिसके बाद वह जमानत पर छूट गया। तभी मौलाना कमर गनी उस्मानी ने उसकी हत्या की साजिश रची और वारदात को अंजाम दिलवाया।

मौलाना के खिलाफ दर्ज है मुकदमा

बता दें कि मौलाना कमर गनी उस्मानी ने हत्या की साजिश में नाम आने और गिरफ्तारी से पहले एक न्यूज चैनल से बातचीत की थी। उस इंटरव्यू के दौरान मौलाना ने बताया था कि उसका संगठन इस्लाम का अपमान करने वालों और मुसलमानों पर हो रहे जुल्मों के खिलाफ आवाज उठाता है। साथ ही मौलाना ने कहा कि उसने ही यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ पहली एफआईआर 8 मार्च को मुंबई के मीरा रोड से दर्ज कराई थी।

साथ ही मौलाना ने बताया कि 'जब नरसिंहानंद की गिरफ्तारी नहीं हुई तो हमने जेल भरो आंदोलन का आह्वान किया था। दिल्ली के जंतर मंतर पर 8 अगस्त 2020 को पिंकी चौधरी ने कार्यक्रम आयोजित कर के मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ बातें की थी। उसके खिलाफ 24 अगस्त को हमने प्रदर्शन किया था। हम चार लोग त्रिपुरा भी गए थे।' बता दें कि त्रिपुरा में सांप्रदायिक हिंसा को उठाने के लिए मौलाना पर यूएपीए (UAPA) के तहत पहले से मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

Tags:    

Similar News