Har Ghar Tiranga : RSS और मोहन भागवत ने ट्विटर डीपी पर लगाया तिरंगा, विपक्ष ने उठाए थे सवाल

Har Ghar Tiranga : विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से सवाल उठने के बाद आरएसएस के नेताओं ने डीपी पर तिरंगा लहराया।

Update: 2022-08-13 02:17 GMT

Har Ghar Tiranga : RSS और मोहन भागवत ने ट्विटर डीपी पर लगाया तिरंगा, विपक्ष ने उठाए थे सवाल

Har Ghar Tiranga : देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी में पीएम मोदी ( PM Narendra Modi ) ने लोगों से अपील की थी वो अपनी डीपी में तिरंगा लगाएं। उनकी इस अपील के बाद लोगों ने अपनी डीपी बदल दी लेकिन विपक्षी दलों के नेता पिछले कुछ दिनों से सवाल उठा रहे थे कि आरएसएस ( RSS ) नेता कब अपनी डीपी में तिरंगा लगाएंगे। इसका जवाब आरएसएस चीफ मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat ) और संघ के जनरल सेकेट्री दत्तात्रेय होसबोले ने अपने विरोधी विचारधारा के लोगों को दे दिया है। उन्होंने खुद की डीपी में तिरंगा ( Tiranga ) लगा दिया है। माना जा रहा है कि आरएसएस नेताओं ने विरोधियों और जनमानस के दबाव में आकर ये फैसला लिया है।

दरअसल, दो अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी ने हर घर तिरंगा ( Tricolor) अभियान शुरू किया था। यह अभियान 15 अगस्त तक जारी रहेगा। इस अभियान के तहत पीएम ने दो अगस्त को अपने सोशल मीडिया खातों की डीपी यानी डिस्प्ले पिक्चर बदल दी और उसकी जगह तिरंगा लगा दिया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने फ़ेसबुक, ट्विटर जैसे अपने खातों पर लिखा - आज यानि 2 अगस्त का दिन विशेष है। ऐसे समय में जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं हमारा देश हर घर तिरंगा ( Tiranga ) जैसे सामूहिक आंदोलन के लिए तैयार है। मैंने अपने सोशल मीडिया पेजों पर डीपी बदल दी है और आप सभी से भी ऐसा करने का अपील करता हूं।

राहुल गांधी ने लगाये थे आरएसएस पर ये आरोप

पीएम मोदी की इस अपील के बावजूद संघ ( RSS ) और विहिप ( VHP ) ने डीपी में तिरंगा नहीं लगाया, जिसके बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने भारतीय ध्वज के साथ आरएसएस के कमजोर संबंधों की कड़ी पर हमला बोल दिया था। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा था कि आरएसएस ने अपने मुख्यालय पर 52 साल तक राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया और उसने पर इसका अपमान करने का आरोप भी लगाया। हालांकि आरएसएस ( RSS ) ने इस आरोप को खारिज कर दिया था। संघ के कई वरिष्ठ सदस्यों ने अपनी डीपी बदल ली थी। इनमें संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य और अरुण कुमार और प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर शामिल हैं थे। अब लोगों को इंतजार है कि विश्व हिंदू परिषद अपनी डीपी बदलेगी या नहीं।

अब लोगों की नजर विपक्ष की प्रतिक्रिया पर

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 12 जुलाई को ट्विटर डीपी बदलने का फैसला लिया। उन्होंने अपनी डीपी में तो तिरंगा लगाने के साथ संघ के ऑफिशियल पेज पर भी तिरंगा लगा दिया गया है। संदेश स्पष्ट है कि संघ भी भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर मुहिम के साथ खड़ा है। वैसे मोहन भागवत के अलावा संघ के जनरल सेकेट्री दत्तात्रेय होसबोले ने भी अपनी डीपी में तिरंगा लगा लिया है। मनमोहन वैद्य और अरुण कुमार पहले ही अपनी डीपी बदल चुके हैं। अहम सवाल यह है कि विपक्ष संघ के इस कदम को किस रूप में लेता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) की प्रतिक्रिया भी मायने रहने वाली है। इस मुद्दे को सबसे ज्यादा उन्होंने ही अभी तक उठाया था। फिर चाहे वो ट्वीट कर हमला करना रहा हो या फिर मीडिया से बातचीत के दौरान संघ के राष्ट्रवाद पर सवाल उठाना हो।

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