Dharma Sansad : हिंदूवादी नरसिंहानंद गाजियाबाद पुलिस से टकराने को तैयार, कहा - मंदिर में होगा धर्म संसद, इजाजत की जरूरत नहीं
Dharma Sansad : यूपी के बुराड़ी में 3 अप्रैल 2022 को आयोजित हिंदू महापंचायत में यति नरसिंहानंद ( Yati Narsinhanand ) ने मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा ( violence against muslims ) का आह्वान किया था।
Dharma Sansad : उत्तर प्रदेश ( Uttar pradesh ) के डासना देवी मंदिर के पुजारी कट्टर हिंदूवादी यति नरसिंहानंद धर्म ( Yati Narsinhanand ) संसद के मुद्दे पर गाजियाबाद पुलिस ( Ghaziabad Police ) से टकराने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि चूंकि धर्म संसद ( Dharam Sansad ) का आयोजन मंदिर के अंदर होगा, इसलिए किसी से इसके लिए इजाजत की जरूरत नहीं है। अगर गाजियाबाद पुलिस ने धर्म संसद को रोकने की कोशिश की तो संत इसका जोरदार तरीके से विरोध करेंगे।
दरअसल, यति नरसिंहानंद ( Yati Narsinhanand ) द्वारा गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में भाजपा के पूर्व सांसद बैकुंठ लाल शर्मा की जयंती के अवसर पर 17 दिसंबर से तीन दिवसीय धर्म संसद के आयोजन की घोषणा के बाद गाजियाबाद पुलिस ने नोटिस जारी किया है। गाजियाबाद पुलिस ने डासना देवी मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद को नोटिस जारी कर 17 दिसंबर को 'धर्म संसद' और इसकी तैयारी बैठक आयोजित नहीं करने का फरमान सुना दिया है। अभी तक नरसिंहानंद ने धर्म संसद आयोजित करने की इजाजत पुलिस से नहीं ली है।
इस बात के लिए जाने जाते हैं नरसिंहानंद
कट्टर हिंदूवादी यति नरसिंहानंद सांप्रदायिक, सेक्सिस्ट और हिंसक बयानों ( Hate speech ) के लिए हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने गाजियाबाद पुलिस को स्पष्ट शब्दों में कह दिया है कि धर्म संसद मंदिर परिसर के अंदर आयोजित की जाएगी, इसलिए किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है। यह पहली बार आयोजित नहीं हो रही है। हम इसे किसी भी कीमत पर आयोजित करेंगे। अगर पुलिस और प्रशासन बाधा उत्पन्न करता है, तो संत अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से मसूरी पुलिस ने तीन नवंबर को नरसिंहानंद को नोटिस जारी किया। पूर्वी दिल्ली से भाजपा के पूर्व सांसद बैकुंठ लाल शर्मा 'प्रेम' की जयंती के अवसर पर 17 दिसंबर से प्रस्तावित तीन दिवसीय 'धर्म संसद' कार्यक्रम की योजना तैयार करने के लिए छह दिसंबर को तैयारी बैठक बुलाई गई है। गजियाबाद पुलिस अधीक्षक ग्रामीण इराज राजा ने कहा कि बिना इजाजत के पुलिस तीन दिवसीय धर्म संसद आयोजित नहीं करने देगी। उन्होंने कहा कि इसमें सैकड़ों संत यहां पहुंचेंगे और उन्हें सुरक्षा प्रदान करना एक कठिन काम होगा। नगर निकाय चुनावों की वजह से जिले में धारा 144 भी लागू है। एसपी ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हम सभी एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
Dharma Sansad : बता दें कि सितंबर 2022 में एक धार्मिक समारोह में एक समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के आरोप में पुलिस ने यति नरसिंहानंद, अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव पूजा शकुन पांडे और उनके पति अशोक पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इन संतों का एक वीडियो क्लिप वायरल हुआ था जिसमें नरसिंहानंद कथित रूप से कुरान के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) व मुस्लिम मदरसों के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी करते हुए दिख रहे थे। उन्होंने मांग की थी कि ऐसे संस्थानों को ध्वस्त किया जाना चाहिए। यूपी के बुराड़ी में बीते तीन अप्रैल 2022 को आयोजित 'हिंदू महापंचायत' में भी नरसिंहानंद ने फिर मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा का आह्वान किया था। हरिद्वार धर्म संसद मामले में गिरफ्तार हुए और जमानत पर हैं। बुराड़ी मामले में नरसिंहानंद और अन्य वक्ताओं के खिलाफ दिल्ली के मुखर्जी नगर पुलिस थाने में नफरती भाषण देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। नरसिंहानंद हरिद्वार अति विवादित धर्म संसद के आयोजकों में से एक थे। धर्म संसद में यति नरसिंहानंद ने मुस्लिम समाज के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी करते हुए कहा था कि वह 'हिंदू प्रभाकरण' बनने वाले व्यक्ति को एक करोड़ रुपये देंगे।