स्वास्थ्य मंत्री का राहत वाला बयान, कहा- भारत में Omicron Variant का अभी तक कोई मरीज नहीं
Omicron Case In India: भारत में अब तक COVID19 के ओमीक्रोन(Omicron) वैरिएंट का कोई मामला दर्ज़ नहीं किया गया है। यह जानकारी संसद के शीतकालीन सत्र(Parliament Winter Session) के दौरान 30 नवंबर को राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया(Dr Mansukh Mandaviya) ने दी।
Omicron Case In India: भारत में अब तक COVID19 के ओमीक्रोन(Omicron) वैरिएंट का कोई मामला दर्ज़ नहीं किया गया है। यह जानकारी संसद के शीतकालीन सत्र(Parliament Winter Session) के दौरान 30 नवंबर को राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया(Dr Mansukh Mandaviya) ने दी। बता दें कि महाराष्ट्र और कर्नाटक में 2 कोरोना संक्रमितों में ओमीक्रोन होने की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन ऐसा नहीं निकला।
Corona के नए वैरिएंट ओमीक्रोन(Omicron)को लेकर भी विशेषज्ञ यह बात कहते आ रहे हैं कि जिन्होंने भी वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हैं, उनके लिए खतरे की कोई बात नहीं है। भारत में पिछले 24 घंटों में 78,80,545 वैक्सीन खुराक के साथ COVID-19 टीकाकरण कवरेज 30 नवंबर की सुबह 7 बजे तक 123.25 करोड़ (1,23,25,02,767) से अधिक हो गया है। यह 1,28,09,178 सत्रों के माध्यम से हासिल किया गया है।
देश में कोरोना की स्थिति
पिछले 24 घंटों में 10,116 रोगियों के ठीक होने से ठीक होने वाले रोगियों (महामारी की शुरुआत के बाद से) संख्या बढ़कर 3,40,18,299 हो गई है। यानी यह अच्छी बात है। नतीजतन, भारत की वसूली दर 98.35% है। वहीं, दैनिक आंकड़े लगातार 156 दिनों से कम आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 6,990 नए मामले सामने आए।
देश में एक्टिव केस
वर्तमान में 1,00,543 एक्टिव केस हैं। सक्रिय मामले वर्तमान में देश के कुल सकारात्मक मामलों का 0.29% हैं, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। देश भर में पिछले 24 घंटों में 10,12,523 परीक्षण किए गए। भारत ने अब तक 64.13 करोड़ (64,13,03,848) टेस्टिंग की हैं। पिछले 16 दिनों से साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.84% 1% से कम है। दैनिक सकारात्मकता दर 0.69% बताई गई। पिछले 57 दिनों से दैनिक सकारात्मकता दर 2% से नीचे और लगातार 92 दिनों से 3% से नीचे बनी हुई है।
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिला
ये वेरिएंट इस महीने की शुरुआत में दक्षिणी अफ्रीका में सामने आया था. इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 'बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक वेरिएंट' घोषित किया है. यह अब तक 15 देशों में फैल चुका है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया है. उन्होंने संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले मीडियाकर्मियों को संबोधित करते वक्त यह बात कही. भारत ने वायरस से बचाव के लिए सख्त उपाय अपनाना पहले ही शुरू कर दिया है. अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सख्त जांच
यात्रियों को एयरपोर्ट पर अनिवार्य रूप से कोविड-19 की जांच करानी होगी. खासतौर पर उन लोगों की अच्छे से जांच हो रही है, जो उन देशों की यात्रा करके लौटे हैं, जिन्हें सरकार ने 'जोखिम' वाली श्रेणी में डाला है. इस तरह के देशों की संख्या 11 के करीब है, जिसमें ब्रिटेन और यूरोप भी शामिल हैं (South Africa Travel Ban). दक्षिण अफ्रीकी देशों पर अब तक कई देशों ने यात्रा प्रतिबंध लगा दिया है. जापान ने सोमवार को यही कदम उठाया है. देश के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा, 'हम सभी देशों से आने वाले विदेशियों के प्रवेश पर 30 नवंबर से रोक लगा रहे हैं.'
1 दिसंबर से प्रभावी होंगे नियम
नए दिशा-निर्देश 1 दिसंबर 2021 से लागू हो रहे हैं. यात्रा करने से पहले लोगों को एयर सुविधा पोर्टल पर निगेटिव पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी और 14 दिनों का यात्रा विवरण बताना होग (Revised Guidelines for International Travelers). स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, जो लोग संक्रमित पाए जाते हैं, उन्हें आइसोलेट होना होगा और प्रोटोकॉल के तहत जांच की जाएगी. उनके सैंपल की जिनोम सीक्वेंसिंग होगी. निगेटिव पाए जाने पर 7 दिनों के लिए होम आइसोलेशन में रहना होगा. फिर भारत में आगमन के 8वें दिन दोबारा जांच होगी, इसके बाद 7 दिनों तक सेल्फ-मॉनिटरिंग की जाएगी. जो लोग गैर-जोखिम वाले देशों से आते हैं, उनमें से 5 फीसदी को रैंडमली जांच से गुजरना होगा. कोरोना पॉजिटिव सभी लोगों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा.
राज्यों से क्या कहा गया?
राज्यों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी निगरानी, जांच में वृद्धि, कोविड-19 के हॉटस्पॉट की निगरानी, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सलाह दी गई है, जिसमें संपूर्ण जीनोम सीक्वेंसिंग (Covid in Indian States) करना शामिल हो. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वह महामारी में हो रहे बदलाव पर बारीकी से नजर रखे हुए है. इसके साथ ही कोविड-19 से बचने के लिए उपयुक्त व्यवहार (मास्क / फेस कवर का उपयोग, शारीरिक दूरी, हाथ की स्वच्छता और स्वच्छता रखने) का सख्ती से पालन करने और कोविड-19 टीकाकरण कराना कोविड के प्रबंधन का मुख्य आधार बताया है.
दक्षिण अफ्रीका पर यात्रा प्रतिबंध
ऑस्ट्रिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड ने पहले ही दक्षिणी अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है. ओमीक्रॉन वेरिएंट में कम से कम 30 म्यूटेशन हुए हैं. जो किसी भी अन्य वेरिएंट से अधिक हैं (Why Omicron is Dangerous). अभी ये स्पष्ट नहीं है कि इसपर वैक्सीन काम करेंगी या नहीं. वैज्ञानिकों का कहना है कि वह अध्ययन कर रहे हैं. इसके साथ ही डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमीक्रॉन को ज्यादा घातक माना जा रहा है. लेकिन इसपर भी कुछ स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है.