Impact : फेसबुक पर फोटो डालने की आरोपी किशोरी से बंद कमरे में घंटों पूछताछ करने वाला इंस्पेक्टर निलंबित

पुलिस के मुताबिक मामला अलग बताया गया था। लेकिन पीड़िता की मां से बात करने पर पूरी सच्चाई बाहर आई। खबर प्रकाशित की गई और इसे जिम्मेदारों तक पहुँचाया भी गया था। जिसके बाद मामले में बेशर्मी पर उतारू वर्दी की आड़ में छिपे ठरकी पुलिसवाले के चेहरे से नकाब नोंचा जा सका...

Update: 2021-09-02 03:38 GMT

निलंबित हुआ खाकी की आड़ में छुपा बेशर्म इंस्पेक्टर विनोद कुमार (photo/janjwar)

जनज्वार, कानपुर। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर देहात में फेसबुक पर फोटो डालने पर थाने पहुँची किशोरी के मामले में इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर पर लड़की को घंटो थाने में बिठाकर पूछताछ करने के आरोप लगे थे। मां ने आरोप लगाया था कि, बेटी से बंद कमरे में पूछताछ की जाती थी, जिसके चलते उसने जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की थी।

बता दें कि, जनज्वार ने इस मामले की जमीनी पड़ताल करवाते हुए संजीदगी से प्रकाशित किया था। पुलिस (Police) के मुताबिक मामला अलग बताया गया था। लेकिन पीड़िता की मां से बात करने पर पूरी सच्चाई बाहर आई। खबर प्रकाशित की गई और इसे जिम्मेदारों तक पहुँचाया भी गया था। जिसके बाद मामले में बेशर्मी पर उतारू वर्दी की आड़ में छिपे ठरकी पुलिसवाले के चेहरे से नकाब नोचा जा सका।

थाना जैनपुर (Jainpur) के रहने वाले महेश उर्फ बर्रा की 16 वर्षीय बेटी प्रीती (बदला हुआ नाम) ने दिल्ली में पोस्टेड फौजी की पत्नी (जो की उसके रिश्तेदार भी हैं) की तस्वीर सोशल मीडिया पर डाल दी थी। इस बात पर फौजी ने आपत्ती जताते हुए लड़की की शिकायत संबंधित थाने में की थी। जिसके बाद इंस्पेक्टर प्रीती को थाने बुलाकर घंटो पूछताछ करता था। इसी पूछताछ से परेशान होकर लड़की ने 29 अगस्त को जहरीला पदार्थ पी लिया था।

मामले की जांच के लिए डीएम ने जांच के लिए एसडीएम (SDM) सिकंदरा व तहसीलदार की टीम गठित की है। एसपी (SP) ने इसकी जांच सीओ भोगनीपुर प्रभात कुमार को सौंपी है। प्राथमिक जांच में कुछ ग्रामीणों सहित पुलिसकर्मियों के भी बयान लिए गये। कई सीसीटीवी फुटेज भी निकलवाई गई। प्राथमिक जांच में किशोरी से घंटों पूछताछ और धमकाने का आरोप सही पाया गया। जिसके बाद एसएसपी केशव कुमार चौधरी ने इंस्पेक्टर विनोद कुमार को निलंबित कर दिया है।

बार-बार बुलाता था थाने

एसडीएम रसूलाबाद अंजू वर्मा व सीओ लाइन (CO Line) तनु उपाध्याय ने हैलट जाकर किशोरी का बयान लिया था। एसडीएम को किशोरी ने बताया कि पुलिस उसे लगातार दो दिन तक बुलाकर पूछताछ करती रही। बेतुके सवाल करते थे। उसे घर जाने की कहकर एक घंटे बाद फिर थाने आकर सवालों का जवाब देने की बात कही जाती थी। शनिवार और रविवार दोनो दिन यही क्रम चलता रहा था।

बेशर्मी भरे सवाल पूछता था इंस्पेक्टर 

हैलट (Hailat) में भर्ती किशोरी की मां ने बताया कि, बेटी को 3 दिन तक थाने बुलाकर कई-कई घंटे बिठाए रखते थे। जेल भेजने की धमकी दी जाती थी। गाली-गलौज करने सहित बेशर्मी भरे सवाल करते थे। थाने में बेटी का मोबाइल जमा कर लिया, कहते थे तुम्हें जल्द ही जेल भेज देंगे। डरी सहमी बेटी घर आई और जहर पीकर खुदखुशी करने का प्रयास किया। 

शरीर में चोंट के निशान 

महिला आयोग (Women Commission) की टीम ने हैलट पहुँचकर किशोरी का हाल जाना। टीम ने अपना परिचय दिया तो लड़की ने हाथ उठाकर चोंट दिखाई फिर फफककर रोने लगी। आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने कहा कि, किशोरी सदमें में है। मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गये हैं।

Tags:    

Similar News