Impact : कानपुर मुस्लिम युवक सारिक की पिटाई मामले में जांच के आदेश, ACP बाबूपुरवा तलाशेंगे समीकरण
हमारे संवाददाता के पास थाना बाबूपुरवा इंस्पेक्टर की तरफ से भी फोन किया गया। जिसमें कहा गया कि, 'आपने खबर करने से पहले हमसे क्यों नहीं बताया। इधर से जवाब कि की सभी एविडेंस होने की बिहाफ पर छापा गया और संबंधित भूपेंद्र यादव से भी बात कर ली गई थी। जिनका वर्जन भी हमने ज्यों का त्यों प्रकाशित किया है...
जनज्वार, कानपुर। यूपी के कानपुर में पुलिस ने अलग गुल खिला डाला है। यहां की कोतवाली बाबूपुरवा पुलिस चौकी के इंचार्ज भूपेंद्र यादव पर बड़ा आरोप लगा है। आरोप है कि मियां-बीबी के झगड़े में महिला की तरफ से चौकी इंचार्ज बाबूपुरवा ने 20 हजार रूपये लेकर पीड़ित सारिक की पिटाई कर दी थी। पीड़ित द्वारा खुद संपर्क करने के बाद जनज्वार संवाददाता उनसे मिले थे।
सारिक ने अपने द्वारा की गई या चल रही सभी कागजी कार्रवाई से हमारे संवाददाता को अवगत कराया। हर एक संतुष्टी कर लेने के बाद सारिक ने हमें अपना वीडियो वर्जन भी दिया। जिसे हमने प्रमुखता से जनज्वार पर प्रकाशित किया था। जनज्वार पर छपने के बाद एसीपी बाबूपुरवा को पूरे मामले की जांच सौंपी गई है।
इस सिलसिले में हमारे संवाददाता के पास थाना बाबूपुरवा इंस्पेक्टर की तरफ से भी फोन किया गया। जिसमें कहा गया कि, 'आपने खबर करने से पहले हमसे क्यों नहीं बताया। इधर से जवाब हुआ की सभी एविडेंस होने की बिहाफ पर छापा गया और संबंधित भूपेंद्र यादव से भी बात कर ली गई थी। जिनका वर्जन भी हमने ज्यों का त्यों प्रकाशित किया है। '
इसके बाद सीयूजी नंबर से आया फोन हमसे कहता है कि 'खबर की प्रामाणिकता क्या है, जिस पर जवाब दिया गया कि अभी थोड़ी देर में हम वीडियो भी प्रकाशित करने वाले हैं। जिसके कुछ ही सेकंड में फोन कट गया। गज्जब अंधेर है चल रही है उत्तर प्रदेश में खबर छापने के लिए भी संस्थानो को इजाजत लेनी पड़ेगी या पड़ रही है। मय सबूत के बावजूद पत्रकारों को जवाब देना पड़ रहा है।
'बाबूपुरवा स्थित मुंशीपुरवा के इस मामले में पति-पत्नी का विवाद चल रहा था। जिसमें 2018 को हुए दहेज के एक मुकदमें के बाद, दोनो का फरवरी 2019 को समझौता हो गया था। जिसके बाद फिर हुए विवाद से यह घटनाक्रम होना बताया जा रहा है। पीड़ित सारिक खां के मुताबिक लड़की पक्ष की तरफ से चौकी इंचार्ज भूपेंद्र कुमार यादव ने 20 हजार रूपये लेकर उसे प्रताड़ित किया है।'