शहर सौंदर्यीकरण के नाम पर पटना नगर निगम महादलितों की कर रहा उपेक्षा, कूड़े के ढेर से चलती इनकी जिंदगी
गर्दनीबाग में स्थित कचरा डम्प पर लोगों को भागदौड़ करते देखा जा सकता है, डोर टू डोर वाहनों से जाकर कूड़ा जमा करके सफाई एक्सप्रेस नामक कूड़ा उठाने वाली गाड़ी को देखते ही चील महादलित चील झपटता मारने की तरह टूट पड़ते हैं, कचरा चुनकर महादलित दुकान में जाकर बेचते हैं। कूड़े की बिक्री के बाद मुसहर समुदाय का चूल्हा जलता है...
आलोक कुमार की रिपोर्ट
पटना नगर निगम में कुल 75 वार्ड हैं जिन्हें 6 अंचलों में बांटा गया है। नूतन राजधानी अंचल, पाटलिपुत्र अंचल, कंकड़बाग अंचल, बांकीपुर अंचल,अजीमाबाद अंचल और पटना सिटी अंचल हैं। शहर को साफ रखने के लिए लगातार मुहिम चलाई जा रही है, लेकिन शहर के लोग ही इसमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं, फिर भी पटना नगर निगम के प्रयासों से कूड़ा केंद्र को बंद कर दिया गया है। जहां पहले कचरा फेंका जाता था, अब वहां पर सफाई करके घेराबंदी कर दी गई है। इसके साथ ही पेड़ पौधे भी लगाए गए हैं। इतनी कोशिशों के बावजूद लोग अपनी आदत से मजबूर हैं, वह जहां-तहां कचरा फेंक रहे हैं।
इस बीच धीरे-धीरे पटना नगर निगम की ओर से शहरवासियों के बीच आयोजित जन जागरूकता अब रंग लाने लगी है। एक तरफ जहां शहर के लोगों के द्वारा खुले में कचरा फेंकने में कमी आई है, वहीं दूसरी तरफ पटना नगर निगम द्वारा ऐसे जगहों को विशेष रूप से चिन्हित कर उसका सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है।
पटना नगर निगम द्वारा डोर टू डोर वाहनों से कूड़ा उठाकर गर्दनीबाग में स्थित पटना जिले के असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के जिला कार्यालय के कुछ दूरी पर कचरा डम्प किया जाता है, जहां कूड़ों के ढेर से रद्दी सामानों को बेचकर किस्मत चमकाने वाले महादलितों में हाशिए पर ठहर जाने वाले मुसहर समुदाय की सुध नहीं ली जा रही है। पहले मुसहर समुदाय शहर से जीवीपी पॉइंट से ही आसानी से कूड़ाें के ढेर से रद्दी सामान चुन लेते थे, अब यहां पर सौंदर्यीकरण कर देने से गर्दनीबाग अथवा पानी टंकी के पास कूड़े के ढेर से रद्दी सामान चुनने जाते हैं।
गर्दनीबाग में स्थित कचरा डम्प पर लोगों को भागदौड़ करते देखा जा सकता है। डोर टू डोर वाहनों से जाकर कूड़ा जमा करके सफाई एक्सप्रेस नामक कूड़ा उठाने वाली गाड़ी को देखते ही चील महादलित चील झपटता मारने की तरह टूट पड़ते हैं। कचरा चुनकर महादलित दुकान में जाकर बेचते हैं। कूड़े की बिक्री के बाद मुसहर समुदाय का चूल्हा जलता है।
पटना नगर निगम की ओर से मिशन 26 जनवरी के अंतर्गत शहर से जीवीपी पॉइंट हटाने एवं उसके सौंदर्यीकरण के लिए नगर आयुक्त के निर्देश पर विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। पहले चरण में कुल 19 वार्डों में 147 जीवीपी पॉइंट चिन्हित किये गए थे, जिनमें अब तक 106 को खत्म कर उनका सौंदर्यीकरण किया जा चुका है।
अभी अजीमाबाद अंचल में कुल जीवीपी-9 चिंहित किया गया है। 9 खत्म किए गए हैं। पटना सिटी अंचल में कुल जीवीपी- 14 चिंहित में से 12 खत्म किए गए हैं। कंकड़बाग अंचल में कुल जीवीपी- 33 चिंहित में 23 खत्म किए गए। बांकीपुर अंचल में कुल जीवीपी- 20 चिंहित में 14 खत्म किए गए। नूतन राजधानी अंचल में कुल जीवीपी- 40 चिंहित में 21 खत्म किए गए। पाटलिपुत्र अंचल में कुल जीवीपी- 46 चिंहित में 27 खत्म किए गए, कुल जीवीपी - 147 चिंहित में 106 खत्म किये गए।
बताया गया कि पटना नगर निगम द्वारा शहर में सफाई और स्वच्छता को बेहतर बनाए रखने के लिए कई प्रकार के काम किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब नए अभियान के रूप में सभी कचरे का पोस्टमॉटर्म भी किया जाएगा। इसके लिए विशेष फॉर्मेट भी तैयार किया गया है। सफाईकर्मियों को उसी फॉर्मेट में सूचनाएं एकत्रित करनी हैं। कचरा किसने फेंका, कितना जुर्माना है, कचरे के प्रकार सहित कई सूचनाओं को एक साथ इकट्ठा किया जाएगा।
इसके साथ ही पटना नगर निगम के वाहनों द्वारा स्वच्छता परिक्रमा का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें सफाईकर्मी प्रत्येक सेक्टर में कचरा वाहन के साथ पैदल चलकर स्वच्छता परिक्रमा करेंगे। स्वच्छता परिक्रमा के दौरान कचरा वाहन के साथ घर-घर टीम ढोल नगाड़ों के साथ जाएगी। कचरे के उठाव के साथ गीला-सूखा कचरा अलग-अलग करने के लिए प्रेरित भी करेगी।
यह अभियान लगातार 20 दिनों तक चलेगा। इस दौरान कचरा उठाने वाले वाहनों की टाइमिंग और रूट चार्ट भी तैयार होगा। यह अभियान नगर निगम के 75 वार्डों को 19 जोन में बांटकर चलेगा। एक वार्ड में पांच सेक्टर हैं, हर एक दिन 19 सेक्टर में स्वच्छता परिक्रमा होगी। हर दिन की रिपोर्ट नगर आयुक्त को भेजी जाएगी। इस दौरान लोगों की शिकायतों को दूर किया जाएगा। पटना नगर निगम की इस मुहिम को जन-जन तक पहुंचाने के लिए विशेष टीम का भी गठन किया गया है, इसके सभी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारियों की निगरानी में सिटी मैनेजर, जोनल एवं सफाई कर्मियों को शामिल किया गया है।
पटना नगर निगम द्वारा शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए लगातार नए पहल किए जा रहे हैं। निगम ने सभी वार्डों में जीपीएस लगे डोर टू डोर वाहनों के माध्यम से कूड़ा उठाव सुनिश्चित किया, वहीं 5 दिसंबर से ही मिशन 26 जनवरी के अंतर्गत सभी वार्डों को जीवीपी मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत आम लोगों को माला पहनाने और काली सूची में नाम शामिल करने का काम लगातार किया जा रहा है।