Ind v/s pak : नाई से मैकेनिक तक कट्टर दुश्मन को हराने का लगाते रहे जोर, लेकिन IND की आसान हार ने त्योहार का दिन फीका कर दिया
India v/s pakistan : नाई से लगाकर साइकिल मिस्त्री तक सब बिजी। कल करवाचौथ भी था, लोगों की पत्नियां भी चिल्ला रही थीं, कोई सामान लाना था, पति सुन नहीं रहा था....
Ind v/s pak (जनज्वार) : भारत और पाकिस्तान का मैच पूरे देश ने देखा। हालांकि कोई नई बात नहीं, हर बार सभी देखते हैं। क्रेज में शुमार हैं दोनों देश। नाई से लगाकर साइकिल मिस्त्री तक सब बिजी। कल करवाचौथ भी था, लोगों की पत्नियां भी चिल्ला रही थीं, कोई सामान लाना था, पति सुन नहीं रहा था। क्योंकि उसे तो अपने मुल्क भारत को किसी भी कीमत पर मुस्लिम देश से आगे रखना था।
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का निर्णय लिया जो कहीं न कहीं उनके हक में गया। पाकिस्तान ने मैच में शुरू से अंत तक अपनी पकड़ बनाए रखी। महज 151 रन के मिले टारगेट को भारत के जानी दुश्मन कहे जाने वाले पाकिस्तान ने बिना कोई विकेट खोए आसानी से मुकाबला अपने नाम कर लिया।
मैच में भरतीय शुरू में ही ढहे रहे। शुरूआत से ही विकेट गिरने लगे। जिसके बाद दूसरी इनिंग में उतरी पाकिस्तान की टीम ने बेहद सधे तरीके से शुरूआत करते हुए अंत तक मैच में रोचकता बनाए रहे। पाक कप्तान बाबर आजमि की अविस्मरणीय पारी ने पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारतीय दर्शकों का भी दिल जीत लिया।
भारत की लचर बॉलिंग और पाकिस्तान की विकेट न खोने की रणनीति भारत पर भारी पड़ी। भारतीय टीम का कोई गेंदबाज अंत मैच तक पाक का एक भी विकेट नहीं चटका सका, जिसका मानसिक फायदा पाकिस्तान के हक में गया। और उन्होने बड़ी आसानी से इस कड़े मुकाबले में बाजी मार ली।
भारतीय टीम के मैच हारने के बाद मोटरसाइकिल मैकेनिक सतीश नाराज नजर आया, उसने कहा लग रहा सेटिंग हो गई। लेकिन सेटिंग किससे हुई पर वो खामोश हो गया। इसी तरह नाई की दुकान चलाने वाला कल्लू तमाम देर तक गालियां बकता रहा। वह बार-बार यही कह रहा था, आज दुकान जल्दी बंदकर मैच देखा लेकिन मजा खराब हो गया।