Jammu-Kashmir : धारा 370 हटने के बाद आतंकी हमलों में कितने लोगों की गई जान? सरकार ने दिया ये जवाब

Jammu-Kashmir : केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को इस दावे के साथ जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir) से धारा 370 ( Article 370 ) हटाने का काम किया था कि इसके बाद आतंकी घटनाएं नहीं होंगी और निर्दोष नागरिक नहीं मारे जाएंगे, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ।

Update: 2022-02-02 07:41 GMT

जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद आतंकी घटनाओं में 98 निर्दोष नागरिक और 109 सुरक्षाकर्मी भी मारे गए।

Jammu-Kashmir : ढ़ाई साल पहले केंद्र सरकार ने यह दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir) से धारा 370 ( Article 370 ) हटने के बाद आतंकी घटनाएं नहीं होंगी और निर्दोष नागरिक नहीं मारे जाएंगे, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं पहले की तरह बदस्तूर जारी है। इस बात का खुलासा खुद गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा में किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने सदन को इस बात की जानकारी दी।

109 जवान हुए शहीद, 98 निर्दोष नागरिक भी मारे गए

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद यानि ढ़ाई साल में 439 आतंकवादी मारे गए। इस अवधि के दौरान आतंकी घटनाओं में 98 निर्दोष नागरिक और 109 सुरक्षाकर्मी भी मारे गए हैं। आतंकवाद की कुल 541 घटनाएं हुईं हैं। राज्यसभा में नित्यांनंद राय की इस स्वीकारोक्ति से साफ हो गया है कि धारा 370 हटाने के बावजूद केंद्र और जम्मू—कश्मीर की सकरार आतंकी घटनाओं को नियंत्रित करने में नाकाम साबित हुई है।

हालांकि, जब से धारा 370 हटी है तब से आतंकवाद की घटनाओं में भी कमी जरूरी आई है। अगस्त 2017 से जुलाई 2019 तक जम्मू कश्मीर में 129 आम नागरिक 211 सुरक्षा बलों के जवान शहीद हुए और 509 आतंकवादी भी मारे गए। धारा 370 हटने के बाद अगस्त 2019 से अगस्त 2021 तक 66 आम नागरिकों की मौत हुई, यानी 49 प्रतिशत की कमी आई। इसी अवधि में सुरक्षाबलों के 131 जवान शहीद हुए यानी 62 प्रतिशत की कमी आई और 365 आतंकवादियों को भी मार गिराया गया। यानी आतंकवादियों के मारे जाने में भी 28 प्रतिशत की कमी आई है। आज सरकार ने स्वीकार किया 5 अगस्त 2019 के बाद यानि धारा 370 हटने के बाद से अब तक कुल 541 आतंकी घटनाओं में 439 आतंकी मारे गए। वहीं 109 जवान और 98 निर्दोष नागरिक भी मारे गए। ?

पत्थरबाजी की घटनाएं अब भी जारी

इसी तरह अगर हम पत्थरबाजी की घटनाओं की बात करें तो धारा 370 हटने के बाद पत्थरबाजी की घंटनाओं में कमी आई है। 2018 में कश्मीर में पत्थरबाजी की 1,458 घटनाएं हुईं, 2019 में ये बढ़कर 1,999 पर पहुंच गईं। धारा 370 हटने के बाद 2020 में पत्थरबाजी की सिर्फ 255 और जनवरी से जुलाई 2021 की अवधि में 76 घटनाएं हुईं थी।

बता दें कि 5 अगस्त 2019 वो तारीख है जब धारा 370 की लकीर को मिटाकर जम्मू—कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया गया था, लेकिन जिन समस्याओं से छुटकाना पाने के लिए ऐसा किया गया उसका अस्तित्व आज भी बरकरार है।

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