Jammu kashmir News : 'पाकिस्तान में लिंच करने वाले 6 लोगों को हुई फांसी और भारत में मालाओं से स्वागत', मेहबूबा मुफ्ती का सरकार पर हमला
Jammu kashmir News : महबूबा मुफ्ती ने मोदी सरकार पर लिंचिंग के दोषियों को पनाह देने और देश में सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया, मेहबूबा मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान और भारत की सरकार में यही अंतर है...
Jammu kashmir News : जम्मू कश्मीर (Jammu kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार (PM Modi Government) पर निशाना साधा और भारत (India) के खिलाफ जहर उगला है।
पाकिस्तान में लिंच के आरोपियों को फांसी
बता दें कि जम्मू कश्मीर (Jammu kashmir News) की पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ्ती ने पाकिस्तान से तुलना करते हुए कहा कि पाकिस्तान में एक व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। वहां इस गुनाह के दोषियों को फांसी और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई लेकिन, भारत में ऐसा नहीं होता। साल 2015 से भारत में कई अखलाकों को मार डाला गया लेकिन उनके दोषियों को माला पहनाकर स्वागत किया जाता है।
मोदी सरकार पर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप
बता दें कि बीते मंगलवार को पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मोदी सरकार पर लिंचिंग के दोषियों को पनाह देने और देश में सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया। मेहबूबा मुफ्ती ने कहा कि पाकिस्तान और भारत की सरकार में यही अंतर है।
आतंकपरस्त देश पाकिस्तान की तारीफ करते हुए मुफ्ती ने कहा पाकिस्तान में लिंचिंग समेत तमाम कुकृत्यों के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है। लिंचिंग के दोषियों को फांसी और आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाती है लेकिन, साल 2015 के बाद ( केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद) कई अखलाकों को यहां (भारत) मार डाला गया है। इस गुनाह के दोषियों को माला पहनाई जाती है, लेकिन दंडित नहीं किया जाता है।
अखलाक की भीड़ ने पीट-पीटकर की थी हत्या
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि पाकिस्तान की न्यायपालिका और यहां की न्यायपालिका में यही अंतर है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि 28 सितंबर 2015 में ग्रेटर नोएडा में अखलाक नाम के एक शख्स को भीड़ ने इसलिए मौत के घाट उतार दिया था क्योंकि भीड़ को शक था कि उसने अपने घर में गोवंश पकाकर खाया है। इस केस में 24 दिसंबर 2015 को नोएडा पुलिस ने हत्याकांड के 15 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।