Jhansi Accident Update : 11 मौतों के बाद खाक में मिली खुशियां, बच्चे पैदा होने पर देवी से मांगी मन्नत पूरी करने जा रहा था परिवार
Jhansi Accident Update : हादसे में अनिल की पत्नी पूजा की मौत हो गई। अनिल ने बताया कि पत्नी ने बेटी को पढ़ाने और शादी के लिए तमाम अरमान संजोए थे। मगर उसके सपने अधूरे ही रह गए...
Jhansi Accident Update (जनज्वार) : यूपी के झांसी स्थित चिरगांव में ट्रैक्टर पलटने के बाद हुए हादसे में कुल 11 लोगों की मौत हुई है। हादसा आज दोपहर तकरीबन ढाई से तीन बजे के बीच हुआ था। इस दर्दनाक हादसे में चार बच्चों और 7 महिलाओं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। इसके अलावा कुछ घायल भी हुए थे, जिन्हें नजदीकी अस्पताल भेजा गया था।
रूह कंपा देने वाले हादसे में सवारियों से भरा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिर गया था। जिसमें एक ही परिवार की सास-बहू और दो बच्चों की मौत हो गई। इसी गांव के रहने वाले पवन की मां मुन्नी देवी और बेटे अवि तो अनिल की पत्नी पूजा और बेटी कृस्या की दर्दनाक मौत हो गई। ट्रैक्टर में लगभग 30 से 32 लोग बैठे बताए जा रहे थे।
बताया जा रहा है कि, दतिया के गांव पंडोखर में स्व. मोतीलाल के बेटे अनिल और पवन की पत्नियों को बच्चे होने पर मनौती पूरी करने के लिए नवरात्र में जवारे बोये गए थे। नौ दिनों से परिवार में उत्सव का माहौल था। दशहरा पर जवारे विसर्जित करने जाने के लिए बृहस्पतिवार रात तक तैयारियां चलती रहीं।
सुबह सात बजे मोतीलाल की पत्नी मुन्नी देवी सभी परिजनों और रिश्तेदारों को ट्रैक्टर में लेकर छिरौना गांव के लिए निकलीं। मां मुन्नीदेवी, अनिल की पत्नी पूजा, अनिल की एक साल की बेटी कृस्या और पवन का बेटा अवि एक ही ट्रैक्टर में सवार हुए। इस बीच ट्रैक्टर पलटने से हुए हादसे में चारों की मौत हो गई। अनिल और पवन का रो-रोकर बुरा हाल था।
पिता की 6 महीने पहले हुई थी मौत
अनिल और पवन के पिता की भी छह महीने पहले मौत हुई है। पवन ने बताया कि उसके पिता मोतीलाल किसी काम से गांव पंडोखर के पास ही गए थे। इस दौरान हादसे में उनकी मौत हुई थी। पिता की मौत के बाद परिवार संभला ही था कि अब हादसे ने सब कुछ छीन लिया।
अरमान अधूरे रह गये
अनिल और पवन की शादी छह साल पहले एक ही मंडप में हुई थी। हादसे में अनिल की पत्नी पूजा की मौत हो गई। अनिल ने बताया कि पत्नी ने बेटी को पढ़ाने और शादी के लिए तमाम अरमान संजोए थे। मगर उसके सपने अधूरे ही रह गए। जबकि हादसे में पवन की पत्नी निशा घायल है।
बेटे को याद कर फफक पड़ता है पवन
तीन साल के बेटे अवि के शव को देखकर पवन फफक पड़ा। रोते-रोते बोला कि मेरा लाडला चला गया। पवन ने बताया कि बेटा मुझे अपनी जान से ज्यादा प्यारा था। उसे पढ़ा-लिखाकर अफसर बनाने का सपना देखा था। रोज शाम को काम से वापस आकर मेरे साथ खेलता और खुश होता। अब मेरी तो दुनिया ही उजड़ गई।