गरीब आदिवासी किसान पर 5.58 करोड़ की GST चोरी का आरोप, कागज पर है स्टील कंपनी का मालिक, जानें पूरी बात
किसान लादूम मुर्मू से एक व्यक्ति ने हर महीने 2000 रुपये हर महीने देने का वादा कर उसके सारे कागजात ले लिए थे, अब वे सरकारी दस्तावेज में एक ऐसी बड़ी स्टील कंपनी के मालिक हैं जिसने करोड़ों की टैक्स चोरी की है...
जनज्वार। गरीबों को लोभ देकर व उनके दस्तावेज का दुरुपयोग कर धोखाधड़ी का किस्सा देश में नया नहीं है। अब इसके चपेट में झारखंड के जमशेदपुर के मुसाबनी का एक गरीब आदिवासी किसान लादूम मुर्मू राय आया है। लादूम मुर्मू राय पर 5.58 करोड़ रुपये जीएसटी चोरी का आरोप है। मुसाबनी के कापागोड़ा के रहने वाले लादूम मुर्मू पेपर पर करोड़ों की स्टील कंपनी के मालिक हैं और उन्होंने सरकार से करोड़ों की जीएसटी धोखाधड़ी कर ली है। पर, हकीकत यह है कि न तो लादूम मुर्मू को यह पता है कि जीएसटी होता क्या है, उसकी चोरी कैसे होती है और वे करोड़ों की किस कंपनी के मालिक है।
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब जमशेदपुर सर्कल के राज्य कर पदाधिकारी संतोष कुमार ने मुसाबनी थाना में लादूम मुर्मू के खिलाफ पांच करोड़ 58 लाख पांच हजार 408 रुपये की जीएसटी चोरी की प्राथमिकी दर्ज करायी। राज्य कर पदाधिकारी संतोष कुमार ने प्राथमिकी में लादूम मुर्मू को एक बड़ी स्टील कंपनी का मालिक बताया और करोड़ों की कर चोरी का आरोप लगाया। उनके नाम पर एमएस स्टील इंडस्ट्री है। इस मामले में कई बार कर विभाग द्वारा पूछताछ भी की गई है।
पुलिस ने जब इस मामले में लादूम मुर्मू से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि साल भर पहले उन्हीं के गांव के बैला मुर्मू नामक व्यक्ति ने उनसे कहा कि अपना बैंक खाता नंबर, बिजली बिल, आधार, फोटो दे तो उसे हर महीने दो हजार रुपये मिलेंगे या इसके आधार पर वह उसे रोजगार दिला देगा। जिसके बाद उन्होंने अपने सभी कागजात दे दिए। किसान लादूम मुर्मू ने कहा कि अब उन पर जीएसटी चोरी का मामला दर्ज किया गया है और यह पूरा मामला उनकी समझ से बाहर है।
लादूम मुर्मू किसानी और मजदूरी कर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। उन्होंने पुलिस से कहा है कि एमएस स्टील कंपनी से उनका कोई संबंध नहीं है और इस मामले में फंसाया गया है। मामले को नया एंगल लेता देख एसएसपी तमिल वाणन ने कहा है कि इस मामले में एफआइआर दर्ज है और पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की जा रही है।
मालूम हो कि इससे पहले झारखंड के ही धनबाद में ठेले पर चाउमिन बेचने वाले एक व्यक्ति पर करोड़ों की जीएसटी चोरी का आरोप लगा था। उस मामले में भी उक्त व्यक्ति को हर महीने कुछ पैसे का प्रलोभद देकर सारे कागजात ले लिए गए थे और उसके नाम पर कंपनी बनाकर करोड़ों की जीएसटी चोरी की गई थी।
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